नाडा ने बजरंग पूनिया को दूसरी बार किया निलंबित; 11 जुलाई तक मांगा जवाब, क्या है पूरा विवाद जानें?

बजरंग पूनिया ने आरोप लगाया था कि कुछ महीने पहले एक डोप संग्रह अधिकारी (डीसीओ) ने उनके मूत्र का नमूना लेने के लिए एक्सपायर हो चुकी किट का इस्तेमाल करने की कोशिश की थी और इसलिए उन्होंने अपना नमूना देने से इनकार कर दिया था।

NADA suspends Bajrang Punia for the second time; Answer sought by July 11, know what is the whole controversy?

NADA suspends Bajrang Punia for the second time; Answer sought by July 11, know what is the whole controversy?

नई दिल्लीः राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने रविवार पहलवान बजरंग पूनिया को एक बार फिर अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया। नाडा ने बजरंग पूनिया पर यह कार्रवाई डोप टेस्ट के लिए सैंपल देने से इनकार करने को लेकर की है। इससे पहले नाडा ने मई में पूनिया को निलंबित किया था लेकिन अनुशासनात्मक पैनल द्वारा उनका निलंबन रद्द कर दिया गया था। क्योंकि नाडा ने नोटिस जारी नहीं किया था।

नाडा ने निलंबन के साथ ही नोटिस भी जारी किया है। आरोप है कि 10 मार्च को सोनीपत में चयन ट्रायल के दौरान पूनिया ने नाडा को अपने मूत्र का नमूना देने से इनकार कर दिया था। ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, ''नाडा की ओर से ताजा आदेश गुरुवार को जारी किया गया और उनसे 11 जुलाई तक ताजा निलंबन पर जवाब देने को कहा गया है।''

बजरंग पूनिया को जारी नोटिस में नाडा ने क्या कहा है?

नोटिस में नाडा ने कहा है, "यह एक औपचारिक नोटिस है कि आप पर राष्ट्रीय डोपिंग रोधी नियम, 2021 के अनुच्छेद 2.3 के उल्लंघन का आरोप लगाया जा रहा है और अब आपको अनंतिम रूप से निलंबित किया जाता है।" नोटिस में आगे लिखा गया है, जांच अधिकारी की बहुत कोशिशों के बाद भी आपने सैंपल देने से इनकार कर दिया। अगर एंटी-डोपिंग नियमों का उल्लंघन (ADRV) माना गया, तो नाडा उस प्रतियोगिता के नतीजों को रद्द कर सकता है, जिसमें ये उल्लंघन हुआ था। साथ ही, कोई भी पदक, अंक या पुरस्कार भी वापस ले सकता है। एजेंसी ने कहा कि नाडा चाहे तो बजरंग से जुर्माना वसूल भी कर सकता है या फिर 2021 के राष्ट्रीय डोप रोधी नियमों (NADR) के तहत जुर्माना लगा सकता है।

पूनिया ने एजेंसी पर एक्सपायर किट के इस्तेमाल का आरोप लगाया था 

पूनिया ने आरोप लगाया था कि कुछ महीने पहले एक डोप संग्रह अधिकारी (डीसीओ) ने उनके मूत्र का नमूना लेने के लिए एक्सपायर हो चुकी किट का इस्तेमाल करने की कोशिश की थी और इसलिए उन्होंने अपना नमूना देने से इनकार कर दिया था।

पूनिया ने एक्स पर पोस्ट एक बयान में कहा था कि  मैंने कभी भी डोपिंग नियंत्रण के लिए अपना नमूना देने से इनकार नहीं किया है। 10 मार्च 2024 को डोपिंग नियंत्रण अधिकारियों ने मुझसे संपर्क किया, तो मैंने उन्हें केवल यह याद दिलाया कि पिछली दो बार जब वे मेरा नमूना लेने आए थे, तो उन्हें एक बार एक्सपायर किट मिली थी और दूसरी बार, वे तीन परीक्षण किट के बजाय एक ही परीक्षण किट लेकर मेरे पास आए थे। मैंने तब उनसे जवाब मांगा क्योंकि नाडा ने इसके लिए स्पष्टीकरण मांगने वाले मेरे किसी भी संचार का जवाब नहीं दिया। उन्हें बताया कि नाडा की तरफ से जवाब मिलने पर मैं नमूना दे दूंगा।

बजरंग ने कहा था, "भले ही इसे इनकार माना जाए, ये मानना जरूरी है कि मैंने जांच कराने से इसलिए मना किया क्योंकि नाडा पुरानी पड़ी हुई जांच किट इस्तेमाल कर रही थी। उन्होंने ना तो किट्स के एक्सपायर होने की वजह बताई और ना ही ये भरोसा दिलाया कि वो दोबारा एक्सपायर हो चुकी किट्स इस्तेमाल नहीं करेंगी। बजरंग ने अपने बयान में आगे कहा था, मैंने नाडा के पिछले कार्यों के चलते ही ऐसा रुख अपनाया था। उनके कार्यों की वजह से बिना किसी सफाई के डोप टेस्ट में एक्सपायर्ड किट्स इस्तेमाल करने या नियमों को न मानने का खतरा बना रह सकता था। रेसलिंग समुदाय, खासकर युवा पहलवानों के लिए ये मेरी नैतिक जिम्मेदारी थी कि मैं ऐसा करूं।"

बजरंग के आरोपों के जवाब में नाडा ने क्या कहा?

बजरंग पूनिया के आरोपों पर नाडा ने भी सफाई दी है। उनकी चिट्ठी में लिखा है कि उनके अधिकारी ने आपसे जांच के लिए सैंपल देने को कहा था। "इसके अलावा, आपने कई बार कहने के बाद भी सैंपल देने से इनकार कर दिया। आपका कहना था कि आप तब तक सैंपल नहीं देंगे, जब तक नाडा आपके ईमेल का जवाब नहीं देता। ये ईमेल दो महीने पहले की एक्सपायर्ड जांच किट से जुड़ा था।" नाडा ने कहा कि नमूना से इनकार करने के बाद, नाडा के डोपिंग नियंत्रण अधिकारी (DCO) ने आपको एनएडीआर, 2021 के तहत इसके परिणामों के बारे में विस्तार से बताया था।

 

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