चेन्नई: आईपीएल-2024 का फाइनल मुकाबला रोमांचक तो नहीं रहा लेकिन कुछ मायनों में इसे लेकर खूब चर्चा हो रही है। खासकर हारने वाली टीम सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस और तीसरी बार ट्रॉफी जीतने वाली फ्रेंचाइजी कोलकाता नाइटराइडर्स के मेटॉर गौतम गंभीर इस चर्चा के केंद्र में है। सोशल मीडिया पर इन्हें लेकर काफी बातें हो रही हैं। गंभीर इसलिए भी खासे चर्चा में क्योंकि उन्हें लेकर ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वे टीम इंडिया के अगले कोच हो सकते हैं। मौजूदा कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल टी20 वर्ल्ड कप के बाद खत्म होने जा रहा है और बीसीसीआई एक नए शख्स की तलाश में है।

गंभीर पर बात करने से पहले पैट कमिंस की बात कर लेते हैं। वही, पैट कमिंस जो हाल में बतौर कप्तान ट्रॉफी जीतने के लिए मशहूर हुए। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान के तौर पर पिछले 10 महीने में पैट कमिंस ने वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप जीता। साथ ही वनडे वर्ल्ड कप जीता और एशेज सीरीज पर भी कब्जा बरकरार रखा। आईपीएल-2024 में भी पैट कमिंस की कप्तानी में हैदराबाद की टीम अपने सर्वश्रेष्ठ मुकाम पर नजर आई लेकिन फाइनल में कमिंस का 'लक' गच्चा दे गया। इसके बावजूद उन्होंने इस सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद का जिस तरह नेतृत्व किया, वो चर्चा में है।

पैट कमिंस: शांत छवि...अक्रामक नीति

कमिंस के दाएं हाथ की बीच वाली ऊंगली का ऊपरी हिस्सा कटा हुआ है। वे जब केवल तीन साल के थे तो भूलवश उनकी बहन ने दरवाजा उनके हाथ पर दे मारा। ऐसे में उनकी बीच वाली ऊंगली का ऊपरी हिस्सा काटना पड़ा। इसके बावजूद आला दर्जे के तेज गेंदबाज ने 18 साल की उम्र में ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट से शानदार डेब्यू किया। हालांकि, इसके बाद लंबे समय से उन्हें चोट से जूझना पड़ा। वे 7 साल तक टीम से बाहर रहे और इस बीच 64 टेस्ट मैचों में वे नहीं खेल सके। स्वभाव से शांत नजर आने वाले पैट कमिंस ने इस बार अपनी आक्रामक शैली वाली कप्तानी से सनराइजर्स के लिए काफी कुछ बदल दिया।

आईपीएल फाइनल से पहले कमिंस ने कहा था, 'हम जिस तरह से खेलना चाहते थे, उसमें हम बहुत मजबूत हैं- और वो है बहुत आक्रामक। सीजन में 14 के सभी 14 गेम शायद आप नहीं जीतेंगे लेकिन हमें लगता है कि अगर हम उस तरह से खेलते हैं, तो आप अधिकतर जीतेंगे। रास्ते में छोटी-मोटी बाधाएं आती हैं लेकिन यह ठीक है। आप कोशिश करते हैं और सुनिश्चित करते हैं कि यह सही रास्ते पर रहें।'

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार हर परिस्थिति में शांत और धैर्य बरतने वाले कमिंस मैच की तैयारी से पहले आंकड़ो पर विशेष नजर रखते हैं। सनराइजर्स के असिस्टेंट कोच साइमन हेल्मोट कमिंस के बारे में कहते हैं, 'वह समय बर्बाद करने वाले नहीं हैं और मीटिंग में भी समय बर्बाद करने से बचते हैं। हमारी टीम की बैठक बस 30-35 सेकंड तक चलती है। वह एक बेहद व्यावहारिक व्यक्ति हैं। वह अपने कोच और सहकर्मियों के प्रति विनम्र हैं। वह आंकड़ों में रुचि रखते है और किसी मुकाबला से पहले विशिष्ट परिस्थितियों में जरूरी डेटा को जरूर देखते हैं।

खिलाड़ियों पर भरोसा और प्रयोग

कमिंस ने इस बार के सीजन में कुछ दिलचस्प प्रयोग किए जो सफल भी रहे। मसलन अभिषेक शर्मा जो अब तक बल्लेबाजी के ऑर्डर में ऊपर-नीचे हो रहे थे, उन्हें शीर्ष पर खुल कर खेलने को मौका दिया गया। चोट से वापसी कर रहे टी नटराजन पर भरोसा सनराइजर्स के काम आया। उन्होंने सीजन में 19 विकेट निकाले। राहुल त्रिपाठी को भी बिना डरे और खुल कर शॉट लगाने का भरोसा दिया गया। कुल मिलाकर कमिंस सही साबित हुए।

गौरतलब है कि इससे पहले सनराइजर्स की टीम 2018 के फाइनल में हार के बाद अगले दो साल प्लेऑफ में पहुंची और फिर अगले तीन साल 8 से लेकर 10वें क्रम पर रहते हुए लीग से बाहर होती है। ऐसे में 2024 का उसका प्रदर्शन चौंकाने वाला रहा। कमिंस 20.5 करोड़ रुपये में सनराइजर्स के साथ जुड़े थे और उन पर कप्तानी की बड़ी जिम्मेदारी थी और उन्होंने इसे बखूबी निभाया। शुरुआती कुछ मैचों को छोड़ दें तो कमिंस अहम मुकाबलों में बतौर कप्तान या गेंदबाज बड़ी भूमिका निभाई। उन्होंने इस सीजन में 16 मैचों में 18 विकेट चटके और शीर्ष गेंदबाजों की लिस्ट में 9वें स्थान पर रहे।

सनराइजर्स हैदराबाद ने सिर्फ एक बार 2016 में आईपीएल खिताब जीता है। उस समय टीम के कप्तान ऑस्ट्रेलियाई डेविड वॉर्नर थे। 2018 में टीम एक बार फिर फाइनल में पहुंची थी, तब टीम कप्तान न्यूजीलैंड के केन विलियम्सन थे। हालांकि, फाइनल में इस बार हैदराबाद को चेन्नई सुपरकिंग्स से हार मिली। इस साल ये तीसरा मौका था जब टीम फाइनल में थी।

केकेआर के मेंटॉर गौतम गंभीर

कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम तीसरी बार चैम्पियन बनी है और तीनों ही मौकों की एक खास बात है- गौतम गंभीर। गंभीर की कप्तान में केकेआर ने 2012 और 2014 का खिताब जीता था और इस बार जब टीम चैम्पियन बनी तो वे मेंटॉर हैं। इससे पहले 2022 और 2023 में बतौर मेंटॉर गंभीर लखनऊ की टीम को भी फाइनल और तीसरे नंबर तक पहुंचाने में सफल रहे थे। केकेआर की जीत के कुछ देर बाद गंभीर ने ट्वीट किया, 'जिसकी मति और गति सत्य की हो,उसका रथ आज भी श्री कृष्ण चलाते हैं।'

गंभीर की चर्चा इसलिए भी है कि इस समय बीसीसीआई टीम इंडिया के लिए कोच की तलाश में जुटी है। गंभीर का नाम लगातार आ रहा है। आईपीएल की सफलता ने इस पूरी चर्चा और बड़ा बना दिया है। इस समय गंभीर बतौर खिलाड़ी पुरानी पारियों की भी बात हो रही है। साल 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप की ही बात करें तो भारत महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चैम्पियन बना था। गंभीर इस टूर्नामेंट में भारत की ओर से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। ऐसे ही 2011 के वर्ल्ड फाइनल की बात करें तो उस मुकाबले में गंभीर ने सबसे बड़ी पारी खेली थी। उन्होंने 97 रन बनाए थे।

बतौर मेंटॉर गंभीर जब 2024 में केकेआर से दुबारा जुड़े तो कई रणनीतिक बदलाव देखने को मिले और इसका फायदा भी टीम को हुआ। सुनील नरेन से पारी की शुरुआत कराना एक बड़ा तुरुप का पत्ता साबित हुआ। नतीजतन केकेआर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम ने आठ बार 200 से ज्यादा का स्कोर बनाया। नरेन ने पूरे सीजन में 488 रन बनाए। इसमें 33 छक्के शामिल रहे। वे आईपीएल के इस सीजन में पांचवें सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले बल्लेबाज बने। साथ ही नरेन ने 17 विकेट भी झटके।

अब आईपीएल निलामी का दिन याद करते हैं। दिसंबर 2023 में हुए उस निलामी में गंभीर भी केकेआर के साथ बैठे हुए थे। मिचेल स्टार्क को लेकर बोली शुरू हुई और आखिरकार केकेआर ने उन्हें 24 करोड़ 75 लाख रुपये में खरीदा। आईपीएल इतिहास में पहली बार इतनी महंगी बोली के साथ कोई खिलाड़ी बिका, जबकि उनका बेस प्राइस 2 करोड़ था। उस समय इस फैसले को लेकर सवाल उठे लेकिन अब इसकी तारीफ हो रही है। सोशल मीडिया पर उस समय के वीडियो भी शेयर हो रहे हैं।

स्टार ने फाइनल में तीन ओवर में केवल 14 रन देते हुए दो विकेट झटके। वे प्लेयर ऑफ द मैच रहे। सीजन की बात करें तो स्टार्क ने कुल 17 विकेट झटके।