वनडे में फिर दिखेगा रिवर्स स्विंग का जलवा? खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट, DRS नियमों में ICC ने क्या बदलाव किए हैं?

ICC ने Australia और SA के बीच होने वाले WTC Final से पहले नए नियमों का ऐलान कर दिया है। इन नियमों में बैकअप खिलाड़ी, DRS नियमों में बदलवा करने की बात की गई है।

icc new rules before wtc final between aus and sa drs and played cuncussion rules

ICC ने नियमों में किया बदलाव Photograph: (bole bharat desk)

नई दिल्लीः अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) अगले महीने यानी जून से कुछ नियमों में बदलवा करेगी। इसमें वनडे इंटरनेशनल यानी ओडीआई में सिंगल बॉल की वापसी भी शामिल है। इसके अलावा खिलाड़ियों के चोटिल होने के दौरान उनकी रिप्लेसमेंट को लेकर भी कुछ नियम हैं। आईसीसी ने इस बाबत अपने सदस्यों को भेजे संदेश में कहा है कि ये नियम रेड बॉल क्रिकेट यानी टेस्ट क्रिकेट में जून से और व्हाइट बॉल क्रिकेट में ये नियम लागू होंगे। 

हालांकि, जून महीने में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में ये नियम लागू नहीं होंगे। ये नियम अगली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के साइकल की शुरुआत से लागू होंगे जो कि बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच टेस्ट मैचों की सीरीज से शुरु होगी।

Ban vs Sri Lanka Series

बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज 17 जून से शुरू होगी। वहीं, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 11-15 जून के बीच ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच में खेला जाएगा। यह मुकाबला इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर खेला जाएगा। वहीं, व्हाइट बॉल क्रिकेट में भी ये नियम बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ दो जुलाई से शुरू होने वाली सीरीज में लागू होंगे। 

गौरतलब है कि बांग्लादेश की टीम श्रीलंका के दौरे पर जाएगी जहां पर उसे दो टेस्ट, तीन ओडीआई और तीन टी20 मुकाबले खेलने हैं। 

क्या होंगे मुख्य बदलाव?

ऐसे में जानेंगे कि आईसीसी क्या नए बदलाव कर रही है और इससे क्या प्रभाव पड़ेगा? 

ODI में सिंगल बॉल की वापसी- ICC  के नए नियमों के मुताबिक, वनडे क्रिकेट में अब सिंगल बॉल की वापसी होगी। हालांकि, यह नियम 35 वें ओवर से शुरू होगा। इससे पहले दोनों छोर के लिए एक-एक गेंद होगी। नए नियमों के मु्ताबिक, ओडीआई की शुरुआत दो गेंदों से होगी और दोनों गेंदों से 34 ओवर तक मैच खेला जाएगा। वहीं, 35वें ओवर में बॉलिंग कर रही टीम को दोनों में एक गेंद चुननी होगी और इससे ही बचे हुए मैच के दौरान गेंदबाजी करनी होगी। हालांकि यदि किसी परिस्थिति में गेंद खराब हो जाती है या स्टेडियम से बाहर हो जाती है तो ऐसी स्थिति में दूसरी गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा। 

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ऐसे में कहा जा रहा है कि आईसीसी के इस फैसले से एक बार फिर क्रिकेट ग्राउंड पर रिवर्स स्विंग गेंदबाजी देखी जा सकेगी। आमतौर पर जब गेंद 35-40 ओवर पुरानी हो जाती है तो यह एक तरफ से खुरदरी हो जाती है और दूसरी तरफ चमक आ जाती है। इस वजह से बॉल रिवर्स स्विंग होने लगती है। वहीं मौजूदा नियमों के मुताबिक, दोनों छोर से अलग-अलग गेंदबाजी की जाती है जिससे कि कोई भी गेंद ज्यादा पुरानी नहीं हो पाती है और रिवर्स स्विंग कम देखने को मिलती है। 

क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, यदि बारिश या किसी अन्य परिस्थिति के चलते मैच की पहली पारी को 25 ओवर से कम किया जाता है तो ऐसी स्थिति में दोनों ही टीमों को केवल एक ही गेंद दी जाएगी। 

खिलाड़ियों के रिप्लेसमेंट संबंधी नियम 

वहीं, मैच से पहले अब दोनों टीमों को रेफरी को पांच रिप्लेसमेंट खिलाड़ियों के नाम बताने होंगे जो किसी खिलाड़ी के चोटिल होने या अन्य परिस्थितियों में गैरमौजूदगी की वजह से उनकी जगह मैदान पर आ सकेंगे। इन पांच खिलाड़ियों में एक बल्लेबाज, एक विकेटकीपर, एक स्पिनर गेंदबाज, एक तेज गेंदबाज और एक ऑलराउंडर खिलाड़ी का नाम शामिल है। 

वहीं, अगर रिप्लेस हुआ खिलाड़ी भी चोटिल हो जाता है तो ऐसी स्थिति में मैच रेफरी परिस्थितियों को देखते हुए तय करेंगे कि क्या निर्णय लिया जा सकता है? ऐसी स्थिति में बैकअप के रूप में रखे पांच खिलाड़ियों में से कोई आ सकता है। 

बाउंड्री लाइन कैच और DRS सिस्टम

ICC द्वारा जारी विज्ञप्ति में बाउंड्री लाइन कैच और डिसीजन रिव्यू सिस्टम यानी डीआरएस के नियमों में भी बदलाव किया जाएगा। हालांकि, इसके बारे में जानकारी बाद में दी जाएगी। 

ऐसे में आईसीसी के नियमों में बदलाव से आने वाले दिनों में क्रिकेट में क्या असर पड़ेगा ये तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि अब ओडीआई क्रिकेट में रिवर्स स्विंग देखी जा सकती है जो कि हाल फिलहाल न के बराबर देखने को मिलती है। 

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