इस्लामाबादः चैंपियंस ट्रॉफी जिसे मिनी वर्ल्ड कप भी कहा जाता है। इसका फाइनल मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड के बीच नौ मार्च को दुबई में खेला जाएगा। पाकिस्तान के लिए यह एक दोहरे दुख के समान है क्योंकि पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में एक भी मुकाबला नहीं जीत सका और अब फाइनल भी पाकिस्तान की धरती पर नहीं खेला जाएगा।

इसके साथ ही पाकिस्तान को आर्थिक चोट भी पहुंची है क्योंकि पाकिस्तान ने मेजबानी के लिए स्टेडियमों को तैयार करने में 18 अरब पाकिस्तानी रुपये खर्च किए थे। भले ही टूर्नामेंट का मेजबान पाकिस्तान है लेकिन फिर भी वह मेजबानी नहीं कर पा रहा है।

बीसीसीआई ने पाकिस्तान जाने से किया था इंकार

दरअसल बीसीसीआई ने टूर्नामेंट से पहले सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान जाने से मना कर दिया था। इस वजह से भारतीय टीम अपने सारे मुकाबले दुबई में खेल रही है। करीब 29 साल बाद पाकिस्तान किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। वहीं, पाकिस्तान डिफेंडिंग चैंपियन भी था इस वजह से भी पाकिस्तानी फैंस को टीम से बहुत उम्मीदें थीं लेकिन उन पर पानी फिर गया।

इसके साथ ही पाकिस्तान को एक और झटका तब लगा जब सेमीफाइनल मुकाबले में भारतीय टीम ने आस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल का टिकट पक्का कर लिया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर्स को भी उम्मीद थी कि फाइनल मुकाबला पाकिस्तान में होगा लेकिन अब ऐसा नहीं हो सकेगा। 

मेजबान देश में खेले गए 10 मुकाबले

पूरे टूर्नामेंट में 15 मुकाबले खेले जाने हैं लेकिन पाकिस्तान में सिर्फ 10 मुकाबले ही खेले गए। सेमीफाइनल और फाइनल के मुकाबले पाकिस्तान में हों, यह पाकिस्तान से ज्यादा भारत पर निर्भर था। 

अगर भारतीय टीम सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाती तो सेमीफाइनल के दोनों मुकाबले पाकिस्तान में ही खेले जाते और ऐसी स्थिति में फाइनल भी पाकिस्तान में होता। लेकिन भारतीय टीम के सेमीफाइनल और फिर फाइनल में एंट्री से पाकिस्तान का सपना चूर हो गया है।

 पाकिस्तान को लगी आर्थिक चोट

पाकिस्तान की तरफ से स्टेडियम तैयार करने में 18 अरब से ज्यादा पाकिस्तानी रुपयों का रुपयों का इस्तेमाल हुआ। इसकी भरपाई के लिए पीसीबी और आईसीसी के बीच एक समझौता हुआ। इसके तहत मैच के टिकटों की बिक्री से होने वाली आय का तीन गुना अधिक आईसीसी पीसीबी को देगा।

भले ही आईसीसी की तरफ से पीसीबी को अधिक राशि दी जा रही हो लेकिन अगर सेमीफाइनल और फाइनल जैसे प्रमुख मुकाबले पाकिस्तान में होते तो वहां पर दर्शक जाते। इससे पाकिस्तान के टूरिज्म इंडस्ट्री को बढ़ावा मिलता। इसके साथ ही खानपान और अन्य क्षेत्रों में भी लाभ होता।

अब दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों की नजरें दुबई में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले फाइनल मुकाबले को लेकर हैं। जहां भारतीय टीम ने दो बार इसका खिताब हासिल किया है तो वहीं न्यूजीलैंड एक बार चैंपियंस ट्रॉफी में चैंपियन बनी है। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि क्या भारतीय टीम तीसरी बार यह खिताब अपने नाम कर पाएगी या न्यूजीलैंड को दूसरी बार खिताब जीतने में सफलता मिलेगी।