दुबईः चैंपियंस ट्रॉफी का सेमीफाइनल मुकाबला भारत और आस्ट्रेलिया के बीच खेला जा रहा है। भारतीय टीम के खिलाड़ी इस मुकाबले में बांहों पर काली पट्टी बांधकर खेल रहे हैं।

भारतीय टीम ने यह कदम मुंबई के स्पिनर पद्माकर शिवलकर की याद में उठाया है। 84 वर्ष की आयु में चार मार्च को सुबह शिवलकर का निधन हो गया। 

बेहतरीन स्पिनर्स में नाम शुमार

शिवलकर का नाम भारत के बेहतरीन स्पिनर्स में गिना जाता है। हालांकि उन्होंने भारतीय टीम के लिए एक भी मुकाबला नहीं खेला है। शिवलकर ने 124 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं जिसमें उनके नाम 589 विकेट हैं। इस दौरान उनका औसत 19.69 का रहा। क्रिकेट में उनका करियर साल 1961-62 से लेकर 1987-88 तक रहा है।

 

उनका काफी लंबा करियर रहा। उन्होंने 22 साल की उम्र में रणजी ट्रॉफी में पदार्पण किया था और 48 वर्ष की आयु तक खेले। भारतीय घरेलू क्रिकेट में उनका दबदबा माना जाता था। उन्होंने लिस्ट ए के 12 मैच खेले थे जिसमें उन्होंने 16 विकेट चटकाए थे।

लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड

भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को देखते हुए बीसीसीआई ने उन्हें 2017 में सीके नायडू लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया था।

मुंबई क्रिकेट एशोसिएशन के अध्यक्ष अजिंक्या नाइक ने कहा "मुंबई क्रिकेट ने आज एक सच्चा दिग्गज खो दिया। पद्माकर शिवलकर सर का खेल में योगदान, विशेषकर सर्वकालिक बेहतरीन स्पिनरों में से एक के रूप में, हमेशा याद रखा जाएगा।"

उनके निधन पर बीसीसीआई ने भी दुख व्यक्त किया है। इसके साथ ही क्रिकेट जगत की हस्तियों ने भी उनके निधन पर दुख जताया है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन ने उनके निधन पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है।