भारतीय क्रिकेट टीम ने मंगलवार को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को शानदार प्रदर्शन के साथ मात देकर फाइनल में जगह पक्की कर ली। इस जीत के साथ भारतीय फैंस के दिलों में 19 नवंबर, 2023 को हुए वनडे वर्ल्ड कप फाइनल की हार का दर्द कुछ हद तक जरूर कम हुआ। हालांकि, पुराने जख्म पूरी तरह से भले ही नहीं भरे हों, लेकिन टीम इंडिया ने 14 साल बाद किसी बड़े आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को हराने का कारनामा कर दिखाया।
ऑस्ट्रेलिया की टीम इस मुकाबले में अपने अहम खिलाड़ियों की चोटों से जूझ रही थी। नियमित कप्तान पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड जैसे गेंदबाजों की गैरमौजूदगी में स्टैंड-इन कप्तान स्टीव स्मिथ के पास ज्यादा विकल्प नहीं थे। ऑस्ट्रेलिया ने 265 रन का स्कोर खड़ा किया, जो धीमी दुबई पिच पर कम से कम 20 रन कम माना जा रहा था। भारतीय गेंदबाजों ने मोहम्मद शमी की अगुआई में अनुशासित गेंदबाजी की और आखिरी के ओवरों में ऑस्ट्रेलिया की रनगति पर लगाम लगाई।
कोहली-राहुल ने दिलाई आसान जीत
लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया को कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल के शुरुआती झटके लगे। लेकिन इसके बाद विराट कोहली (84) और श्रेयस अय्यर (58) ने 91 रनों की साझेदारी करके पारी को संभाला। कोहली ने एक बार फिर अपने चिर-परिचित अंदाज में पारी को संवारते हुए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को थकने पर मजबूर कर दिया। हालांकि, कोहली शतक से चूक गए, लेकिन जब वे 43वें ओवर में आउट हुए, तब तक भारत की जीत लगभग तय हो चुकी थी।
श्रेयस अय्यर के आउट होने के बाद नंबर 5 पर भेजे गए अक्षर पटेल ने 27 रन की तेजतर्रार पारी खेली और रनगति को बनाए रखा। उनकी इस छोटी लेकिन महत्वपूर्ण पारी ने भारत की जीत को आसान बना दिया। अंत में केएल राहुल (34) ने छक्के के साथ विजयी रन* बनाकर टीम को 11 गेंद शेष रहते जीत दिलाई।
इतिहास रचते हुए लगातार तीसरी बार फाइनल में भारत
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किसी भी आईसीसी नॉकआउट मैच में सबसे बड़ी सफल रनचेज पूरी की। इसके साथ ही भारत ने लगातार तीसरी बार चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई। टीम ने 2013 में खिताब जीता था, जबकि 2017 के फाइनल में पाकिस्तान से हार गई थी। इसके अलावा, यह भारत का लगातार तीसरा आईसीसी व्हाइट-बॉल टूर्नामेंट का फाइनल है, जिसमें 2023 वनडे वर्ल्ड कप और 2024 टी20 वर्ल्ड कप के रनर-अप के बाद एक और खिताबी मुकाबला शामिल हो गया है। यह पांचवीं बार है जब भारत चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले 1992, 2002, 2013 2017 के चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में इंडियन टीम ने प्रवेश किया था।