Homeमनोरंजनसोनू सूद क्या खाने पर थूक लगाने को जायज ठहरा रहे हैं!...

सोनू सूद क्या खाने पर थूक लगाने को जायज ठहरा रहे हैं! बॉलीवुड एक्टर के एक ट्वीट पर कैसे मचा सोशल मीडिया पर हंगामा?

बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद अपने एक ट्वीट के कारण विवादों में आ गए हैं। अभिनेता ने यूपी में कांवड़ यात्रा से संबंधित एक सरकारी आदेश को लेकर अपने विचार साझा किए थे। उन्होंने कहा कहा था हर दुकान पर सिर्फ एक ही नेम प्लेट होनी चाहिए- मानवता। इसके बाद सोनू सूद लोगों के निशाने पर आ गए।

दरअसल यूपी सरकार ने कांवड़ यात्रा मार्गों पर पड़ने वाली दुकानों पर मालिकों का नाम लिखना अनिवार्य कर दिया है। इस आदेश ने राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया। विपक्ष ने कहा कि यह आदेश विभाजन पैदा करेगा। वहीं सोनू सूद ने इस पर अपने विचार साझा किए और एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि दुकानों पर सिर्फ एक ही नेम प्लेट होनी चाहिए, वह है मानवता।


सोनू सूद के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स नाराज हो गए। वहीं अभिनेत्री व भाजपा सांसद कंगना रनौत ने भी इसकी आलोचना की। कंगना ने तंज कसते हुए कहा कि सहमत हूं, हलाल की जगह मानवता होनी चाहिए। कई अन्य ने भी सोनू सूद के इस विचार का विरोध किया।

एक यूजर ने सोनू सूदे के ट्वीट के विरोध में थूक लगाकर रोटी बनाते एक शख्स का वीडियो साझा किया। उसने लिखा कि “थूक लगी रोटी सोनू सूद को पार्सल की जानी चाहिए, ताकि भाईचारा बरकरार रहे!”

खाने में थूकने वाले वीडियो पर सोनू सूद की टिप्पणी पर कंगना ने दिया ये जवाब

यूजर के इस वीडियो पर रिएक्ट करते हुए सोनू सूद ने जो बात कही, उससे और विवाद बढ़ गया। सोनू सूद ने जवाब देते हुए कहा कि  “हमारे श्री राम जी ने शबरी के जूठे बेर खाए, तो मैं क्यों नहीं खा सकता? हिंसा को अहिंसा से हराया जा सकता है मेरे भाई। मानवता बस बरकरार रहनी चाहिए। जय श्री राम”।

सोनू सूद की इस टिप्पणी वाले खबर को साझा करते हुए कंगना रनौत ने तंज कसते हुए कहा कि ”अगली बार सुनने को मिलेगा कि सोनू जी अपनी खुद की रामायण निर्देशित करेंगे, जो भगवान और धर्म पर उनके अपने विचारों पर आधारित होगी। वाह, क्या बात है! बॉलीवुड से एक और रामायण!”

कंगना के साथ अन्य लोगों ने भी सोनू सूद को जमकर खरीखोटी सुनाई। मामले के तूल पकड़ने के बाद सोनू सूद ने अपने ट्वीट को लेकर सफाई दी।

खाने में थूकने वालों को कभी सही नहीं बतायाः सोनू सूद

सोनू सूद ने कहा कि मैंने खाने में थूकने वालों को कभी सही नहीं बताया। वो उनका चरित्र है जो कभी नहीं बदलेगा। इसके लिए उन्हें कड़ी सजा भी दें। लेकिन इंसानियत को इंसानियत ही रहने दें दोस्त। सोनू सूद ने ट्वीट में आगे लिखा- जितना समय हम एक दूसरे को समझाने में लगे हैं उतना समय जरूरतमंद लोगों पर लगा दें !

सोनू सूद ने कहा कि यूपी सरकार के काम का मैं सबसे बड़ा प्रशंसक हूं। यूपी और बिहार का हर घर मेरा परिवार है। याद रहे राज्य, शहर , धर्म कोई भी हो कोई जरूरत रहे तो बता देना। नंबर वहीं है।

उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों पर उनके मालिकों के नाम लिखने के सरकारी आदेश जारी किए गए हैं। यूपी सरकार के बाद उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने भी प्रदेश में खाने-पीने की दुकानों पर नेम प्लेट को अनिवार्य कर दिया है।

सहारनपुर के डीआईज अजय कुमार साहनी ने कहा कि दुकान किसी और की और नाम किसी और व्यक्ति का लिखा होने से भ्रम की स्थिति पैदा हो जाती है। इसको देखते हुए जितने होटल, ढाबे या फिर जितनी खानपान की दुकाने हैं, सब को यह आदेश जारी किया गया है।”

 

अनिल शर्माhttp://bolebharat.com
दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में उच्च शिक्षा। 2015 में 'लाइव इंडिया' से इस पेशे में कदम रखा। इसके बाद जनसत्ता और लोकमत जैसे मीडिया संस्थानों में काम करने का अवसर मिला। अब 'बोले भारत' के साथ सफर जारी है...

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