Table of Contents
नई दिल्ली: अगर आप भी ईमेल के लिए जीमेल का इस्तेमाल करते हैं तो यह खबर आपके लिए है। आजकल स्कैमर एक नए तरीके की ठगी कर रहे हैं और इसमें जीमेल यूजर्स को निशाना बनाया जा रहा है।
स्कैमर इन यूजर्स को मेल कर कहते हैं कि अगले तीन दिनों में आपकी जीमेल आईडी बंद हो जाएगी और फिर उनके साथ ठगी करते हैं। ये उन लोगों को ही टारगेट करते हैं जो लोग तकनीकी रूप से कम जानकार होते हैं और जो लोग जीमेल को ज्यादा इस्तेमाल करते हैं।
क्या है यह स्कैम और कैसे करता है यह काम
इस स्कैम में जीमेल यूजर्स को एक फिशिंग ईमेल मिलता है जिसमें यह दावा किया जाता है अगले तीन दिन में आपका जीमेल आईडी बंद हो जाएगा। यूजर्स को मिले मेल में यह दावा किया जाता है कि यह मेल गूगल के तरफ से आया है।
ऐसे में मेल के सबजेक्ट में 'गूगल अलर्ट - आपका प्रमाणीकरण लंबित है' लिखा रहता है ताकि यूजर्स को यह यकीन हो जाए कि यह मेल गूगल के तरफ से आया है। जैसे ही यूजर्स गूगल का नाम सबजेक्ट में बढ़कर उस मेल को खोलता है तो उसमें यह लिखा रहता है कि अगर एक्शन न लिया गया तो आपका जीमेल तीन दिन में बंद हो जाएगा।
उस फिशिंग ईमेल में यह भी कहा गया होता है कि आपकी यह जीमेल आईडी गूगल क्लाउड खाते से कॉन्फिगर नहीं है। ऐसे में आपको इसे कॉन्फिगर करना होगा और इसके लिए आपको ऑथेंटिकेट भी करना होगा।
ऑथेंटिकेट के नाम पर स्कैमर मेल में केवल दो रुपए ही चार्ज करने की बात कहता है। जैसे ही यूजर मेल के नीचे दिए गए इस 'ऑथेंटिकेट नाउ' बटन को क्लिक करता है वह फेक गूगल के वेबसाइट पर चला जाता है जहां पर उसके साथ ठगी होती है।
ऑथेंटिकेट कराने के लिए जैसे ही यूजर इस फेक गूगल वेबसाइट पर क्लिक करता है और फॉर्म भर कर दो रुपए का भुगतान करता है, उसके दर्ज किए हुए बैंक खाते से पैसे कटने लगते हैं।
यह वेबसाइट फेक होती है जो यूजर्स द्वारा दर्ज किए हुए हर डिटेल को दूसरे सर्वर पर स्टोर कर लेती है। इसके बाद स्कैमर बैंक डिटेल को एक्सेस कर यूजर के खाते को खाली कर देता है।
आपका मेल 3 दिन में हो जाएगा बंद! जानें क्या है जीमेल स्कैम और कैसे करता है यह काम
फिशिंग ईमेल की पहचान कैसे करें?
जब कभी भी आपको इस तरह का मेल आता है तो सबसे पहले आप मेल भेजने वाले के ईमेल आईडी को चेक करें। इस तरह का मेल भेजने वाला स्कैमर अजीब तरह का ईमेल आईडी का इस्तेमाल करता है जिससे यह साबित होता है कि यह मेल गूगल के तरफ से नहीं आया है।
उदाहरण के तौर पर आप इस [email protected] ईमेल को देख सकते हैं। इस ईमेल आईडी में कहीं भी गूगल का नाम नहीं है जो यह साबित करता है कि यह मेल गूगल ने नहीं भेजा है और यह एक स्कैम वाला मेल हो सकता है।
कुछ केसों में स्कैमर ऐसे ईमेल आईडी का इस्तेमाल करते हैं जिसमें गूगल भी लिखा होता है। तो इस केस में आप कैसे समझेंगे कि यह मेल गूगल के तरफ से आया है कि फिर किसी स्कैमर के तरफ से आया है।
आपको हमेशा इस बात का ध्यान रखना होगा कि जब कभी भी आपको गूगल के तरफ से मेल आता है तो इस केस में आपको मेल [email protected] इस तरह के मेल आईडी से आएगा। गूगल के तरफ से आने वाले हर मेल के अंत में @google.com लिखा होगा जो यह साबित करता है कि आपको यह मेल गूगल ने किया है।
मेल में होती हैं कई गलतियां
जब कभी आपको कोई मेल मिले जिसमें ऐसे दावे किए जाते हैं कि आपका जीमेल बंद हो जाएगा तो इस केस में आपको उस मेल में कई गलतियां देखने को मिलेगी। यह मेल काफी छोटा होगा और उसमें कई गलतियां भी होगी।
यही नहीं मेल में आपका नाम नहीं होगा बल्कि आपके नाम के बजाय यूजर शब्द का प्रयोग किया गया होगा। गूगल के तरफ से जब कभी भी आपको कोई मेल आता है तो उसमें गूगल आपका नाम इस्तेमाल करेगा।
यूजर को यह सलाह दी जाती है कि जब कभी भी उन्हें इस तरीके के मेल मिलते हैं तो वे ऐसे मेल को खोले नहीं और अगर खोल लें तो इसे तुरंत डीलीट भी कर दें। यही नहीं यूजर को किसी भी तरह के लिंक को क्लिक न करने और किसी भी असुरक्षित वेबसाइटों पर न जाने की सलाह दी जाती है।
संदिग्ध ईमेल में किसी भी लिंक या अटैचमेंट पर कभी भी क्लिक न करें और इस तरह के संदेश को रिपोर्ट भी करें।
यहां करें रिपोर्ट
अगर आपके साथ इस तरह का या फिर किसी किस्म का स्कैम हो गया है तो आप इसकी शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर कर सकते हैं। रिपोर्ट करने के लिए आप पोर्टल के नंबर 1930 पर कॉल कर सकते हैं। यही नहीं आप पोर्टल के वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ पर भी इसकी शिकायत कर सकते हैं।
शिकायतों के लिए आप चक्षु पोर्टल का भी यूज कर सकते हैं। इसके लिए आप इसके वेबसाइट https://sancharsaathi.gov.in/sfc/Home/sfc-complaint.jsp पर भी जा सकते हैं और यहां पर रिपोर्ट कर सकते हैं।