उद्योगपति मुकेश अंबानी के डीपफेक वीडियो के जरिए महिला के साथ की गई लाखों की ठगी, जानें क्या है यह स्कैम और कैसे करें खुद का बचाव

पीड़ित महिला ने 16 अलग-अलग बैंक खातों में कुल सात लाख एक हजार रुपए ट्रांसफर किए थे।

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Woman cheated of lakhs through deepfake video of industrialist Mukesh Ambani know what is this scam and how to protect yourself

प्रतिकात्मक फोटो (फोटो- IANS)

मुंबई: भारत में शेयर ट्रेडिंग घोटाले से जुड़े स्कैमरों ने लोगों से ठगी करने के लिए एक नया तरीका निकाला है। स्कैमर देश के बड़े उद्योगपतियों की पहचान का फायदा उठाकर लोगों के साथ फ्रॉड कर रहे हैं।

इसी हफ्ते 54 साल की एक आयुर्वेद डॉक्टर भी इस तरह की स्कैम की शिकार हुई है। अंधेरी में रहने वाली डॉ. एच पाटिल ने बताया कि उसने इंस्टाग्राम पर उद्योगपति मुकेश अंबानी का एक डीपफेक वीडियो देखा था।

डीपफेक वीडियो के जरिए बनाया गया निशाना

वीडियो में वे 'राजीव शर्मा ट्रेड ग्रुप'नामक एक कंपनी और उसकी बीएफसी इन्वेस्टमेंट अकादमी की तारीफ करते हुए दिखाई दे रहे थे। महिला का दावा है कि वीडियो में वे इस ट्रेडिंग ग्रुप में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे।

वीडियो से प्रभावित होने के बाद महिला ग्रुप में शामिल हुई थी जिसके बाद उसके साथ सात लाख से भी ज्यादा का स्कैम हुआ है। क्या है यह स्कैम और कैसे स्कैमर लोगों के साथ कर रहे हैं ठगी, आइए इस लेख में हम यह जान लेते हैं।

कैसे हुई महिला स्कैम का शिकार

महिला ने बताया कि 28 मई और 10 जून के बीच उसके साथ फ्रॉड किया गया है। वीडियो में ग्रुप में शामिल होने वाले मेंबर को शेयर ट्रेडिंग में ऊंचे रिटर्न का दावा किया गया था और इसके लिए उद्योगपति मुकेश अंबानी के डीपफेक वीडियो का इस्तेमाल किया गया था। डीपफेक वीडियो में अंबानी इस ग्रुप को प्रमोट करते हुए दिखाई दे रहे थे।

पीड़ित महिला ने बताया कि उसने कंपनी और अकादमी के बारे में ऑनलाइन रिसर्च किया था और उसने पाया था कि कंपनी का बीकेसी और लंदन में कार्यालय हैं। इसके बाद उसने इस ग्रुप के जरिए पैसे निवेश किए थे। महिला ने कहा है कि अच्छे रिटर्न की लालच में उसने 16 अलग-अलग बैंक खातों में कुल सात लाख एक हजार रुपए ट्रांसफर की थी।

ऐसे हुआ स्कैम का खुलासा

महिला ने बताया कि करीब सात लाख से भी ज्यादा निवेश करने के बाद उसे बताया गया था कि उसने अभी तक 30 लाख का मुनाफा कमाया है। लोगों को धोखा देने के लिए स्कैर फेक ट्रेडिंग वेबसाइट भी बनाते हैं और इसमें अच्छा मुनाफा दिखाते हैं ताकि लोग उनके झांसे में आ सकें।

महिला ने जब अपने मुनाफे के हिस्से को निकालना चाहा तो वह ऐसा नहीं कर पाएं। ऐसे में जब महिला को यह मालूम हुआ कि उसके साथ ठगी की गई है तो उसने पुलिस से इसकी शिकायत की थी।

पुलिस ने दर्ज की एफआईआर

शिकायत के बाद ओशिवारा पुलिस ने बुधवार को एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत और आईटी अधिनियम की धारा के तहत पहचान की चोरी के लिए एफआईआर दर्ज की है।

जांच पर बोलते हुए पुलिस ने बताया कि वे बैंकों के नोडल अधिकारियों के संपर्क में हैं और महिला के खाते से किए गए फंड ट्र्ंसफर को ब्लॉक करने की कोशिश कर रहे हैं जिससे महिला ने पैसे ट्रांसफर किए थे।

क्या होता है डीपफेक वीडियो

हाल के समय में जिस तरीके से पूरी दुनिया में एआई का जमकर इस्तेमाल किया जा रहा है, इस तकनीक को फेक वीडियो बनाने के लिए यूज किया जा रहा है। एआई की मदद से कई ऐसे वीडियो तैयार किए जा रहे हैं जिसका हकीकत से कोई लेनादेना नहीं है।

इसी एआई तकनीक का यूज कर एक वीडियो या फिर फोटो को दूसरे वीडियो से बदला जा रहा है और एक नया वीडियो बनाया जा रहा है। इसे डीपफेक वीडियो कहा जाता है।

इसे सही से समझने के लिए उद्योगपति मुकेश अंबानी का आप उदाहरण ले सकते हैं जिसमें अंबानी की तरह दिखने वाले एक शख्स का वीडियो लिया जाता है और फिर उनकी असली फोटो या फिर वीडियो के साथ उनकी आवाज को मर्ज कर दिया जाता है।

यानी वीडियो में शरीर किसी अन्य शख्स की लेकिन चेहरा, लुक और आवाज मुकेश अंबानी की होती है। इस तरह के वीडियो बनाने के पीछे इसे बनाने वाले का एक खास किस्म का उद्देश्य होता है।

डीपफेक वीडियो के कई ऐसे उदाहरण हैं जिसनें बड़ी-बड़ी हस्तियों को निशाना बनाया गया है। उद्योगपति मुकेश अंबानी के साथ अमिताभ बच्चन भी इसके जरिए टारगेट किए गए हैं। यही नहीं कई अभिनेत्रियों के भी अश्लील डीपफेक वीडियो बनाए गए हैं और उन्हें निशाना बनाया गया है।

कैसे बचे इस तरह के स्कैम से

लोगों को यह सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन हाई रिटर्न वाले किसी भी स्किम पर भरोसा न करें। किसी भी शेयर ट्रेडिंग ग्रुप में शामिल होने से पहले उस ग्रुप के बारे में सही से जांच कर लें।

अगर आप सोशल मीडिया पर किसी बड़ी हस्ती को कोई अंजान ब्रॉड या फिर बहुत ही कम लोकप्रिय किसी प्रोडक्ट को प्रमोट करते हुए पाए तो उसकी सही से जांच करें। हो सकता है कि डीपफेक वीडियो के जरिए यह वीडियो तैयार किया गया हो। बिना सही से जांच किए हुए किसी भी अंजान शख्य या फिर ग्रुप में लेनदेन न करें।

यहां करें शिकायत

अगर आप इस तरह के स्कैम या फिर आप किसी अन्य फ्रॉड का भी शिकार हो जाते हैं तो इस केस में आप इसकी नजदीकी पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत करें। आप ठगी को रिपोर्ट करने के लिए राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

यहां पर हर तरह के स्कैम की शिकायत दर्ज की जाती है। इसके लिए आप पोर्टल के नंबर 1930 पर भी कॉल कर किसी भी स्कैम की शिकायत कर सकते हैं।

आप पोर्टल के वेबसाइट https://cybercrime.gov.in पर भी जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। हर तरह की ठगी और फ्रॉड की शिकायत दर्ज करने के लिए चक्षु पोर्टल की भी शुरुआत की गई है। यहां पर रिपोर्ट दर्ज करने के लिए आप इस लिंक पर https://sancharsaathi.gov.in/sfc/Home/sfc-complaint.jsp क्लिक कर सकते हैं।

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