दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी एपल ने शुक्रवार को कहा है कि उसने चीन से मेटा प्लेटफॉर्म्स के दो बड़े एप को हटा दिया है। एपल ने अपने एप स्टोर से व्हाट्सएप और थ्रेड्स जैसे सोशल मीडिया एप्स को हटा दिया है।
इसका मतलब यह हुआ कि चीन में जो यूजर्स एपल के फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें उनके एप स्टोर में ये दो एप अब नहीं दिखाई देंगे। कंपनी ने कहा है कि उसने यह कदम चीनी सरकार के आदेश के बाद उठाया है। चीन के एपल स्टोर में अब ये एप नहीं दिख रहे हैं और इसके हटाने के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा को एक कारण बताया जा रहा है।
यही नहीं एप ट्रैकिंग फर्म क्यूमाई ( Qima) और ऐपमैजिक (AppMagic) की अगर माने तो शुक्रवार से टेलीग्राम और सिग्नल जैसे दो अन्य विदेशी मैसेजिंग एप भी हटा दिए गए हैं। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब किसी विदेशी एप को चीन में इस्तेमाल पर रोक लगी हो।
इससे पहले भी ऐसा हो चुका है। एपल ने टेलीग्राम और सिग्नल जैसे एप के चीन से हट जाने पर कोई कमेंट नहीं किया है और न ही चीन के साइबरस्पेस प्रशासन द्वारा इस पर कोई बयान दिया गया है।
मेटा के केवल दो ही एप हटाए गए हैं
रॉयटर्स के अनुसार, शुक्रवार को जब चीन में इस्तेमाल हो रहे एपल फोन के एप स्टोर को चेक किया गया तो यह पता चला कि मेटा के केवल दो ही एप- व्हाट्सएप और थ्रेड्स को हटाया गया है।
मेटा प्लेटफॉर्म्स के अन्य एप जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम और मैसेंजर अभी एप स्टोर पर उपलब्ध हैं और इसे इंस्टॉल किया जा सकता है। यही नहीं कई और एप जैसे यूट्यूब और एक्स भी वहां उपलब्ध है और इन्हें इंस्टॉल कर यूज किया जा सकता है।
घटना पर बोलते हुए एपल ने एक ईमेल कर कहा है कि उसे चीन के साइबरस्पेस प्रशासन द्वारा इन एप को हटाने का आदेश दिया गया था। एपल ने आगे कहा है कि हम उन देशों के कानूनों का पालन करने के लिए बाध्य हैं जहां हम काम करते हैं भले ही हम उन नियमों को लेकर असहमत ही क्यों न हो।
चीन में ज्यादा इस्तेमाल नहीं होते ये चारों एप
आपको बता दें कि एपल एप स्टोर से जिन चार एप्स के हटाए गए हैं, ये एप चीन में ज्यादा लोकप्रिय नहीं है और न ही इन एप्स को वहां के यूजर्स ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। चीन में टेंसेंट कंपनी का वीचैट, जिसे व्हाट्सएप का नकल भी माना जाता है, यह एप वहां काफी फेमस है और भारी मात्रा में चीनी लोग इस एप को इस्तेमाल भी करते हैं।
इन चार एप्स को केवल चीन में इस्तेमाल होने वाले एपल फोन के एप स्टोर से ही हटाए गए हैं, जबकि चीन के दो विशेष प्रशासनिक क्षेत्र जैसे हांगकांग और मकाऊ में ये चारों एप्स अभी भी उपलब्ध है।
मामले में जानकारों का क्या है कहना
इस पूरे मामले पर चीन के तकनीकी उद्योग के कुछ विशेषज्ञों ने कहा है कि व्हाट्सएप और थ्रेड्स को एप स्टोर से हटाए जाने के पीछे इन एप्स कंपनियों को सरकार द्वारा बनाए गए नए नियमों को फॉलो न करना भी एक कारण हो सकता है।
नए नियमों के अनुसार, चीन से ऑपरेट होने वाले सभी एप्स को चीनी सरकार के साथ रजिस्टर्ड करना होगा। सरकार ने ये नियम पिछले साल अगस्त में लाया गया है।
ऐसे में इन एप्स कंपनियों को इसी साल मार्च तक रजिस्ट्रेशन कराने को कहा गया था। एक अप्रैल से सरकार नए नियम लागू करने वाली थी। ऐसे में सरकार के नए नियम लागू होने से पहले इन एप्स को एपल ने हटा दिया।
चीन में और एप्स भी हटाए गए हैं
चीनी सरकार के दखल के बाद एपल ने किसी एप को हटाया है, यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। साल 2017 में एपल ने द न्यूयॉर्क टाइम्स समाचार के एक एप को हटा दिया था।
कंपनी ने कहा था कि एप ने स्थानीय नियमों का उल्लंघन किया है जिसके लिए यह कदम उठाए गए हैं। यह एप अब चीन के एपल के एप स्टोर में उपलब्ध नहीं है।
यहीं नहीं चीन ने पिछले साल चैटजीपीटी जैसे कुछ एआई एप्स के इस्तेमाल पर भी रोक लगा दी थी। यह रोक चीन ने उस समय लगाई थी जब बीजिंग स्थानीय नियमों पर जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की सेवाओं की मदद ले रहा था।