नई दिल्ली: पिछले एक साल में फेडेक्स समेत कई अन्य कोरियर कंपनियों के नाम पर ठगी के मामलों में तेजी से उछाल आया है। दो दिन पहले ही बेंगलुरु की आईटी कंपनी में काम करने वाले एक महिला के साथ बड़ा फ्रॉड हुआ है और उसके साथ एक करोड़ की ठगी हुई है।
महिला को एक कॉल आया था जिसमें कॉलर ने खुद की पहचान कोरियर कंपनी फेडेक्स का एक कर्मचारी बताया था। कथित कर्मचारी ने दावा किया था महिला के नाम से एक कोरियर आया है जिसमें गैरकानूनी चीजें पाई गई है।
इसके बाद जालसाजों ने खुद को कानून प्रवर्तन अधिकारी बताकर महिला को पहले कॉल और फिर वीडियो कॉल के जरिए लूटा है। स्कैमर्स ने दावा किया है कि महिला के खाते में मनी लॉन्ड्रिंग के पैसे हैं जिन्हें जांच के बाद वापस कर दिया जाएगा।
इस तरीके से पहले उसके खाते से 16 लाख फिर 75 लाख और फिर 9 लाख 30 हजार ट्रांस्फर करवाए गए थे। पैसे ट्रांसफर होने के बाद स्कैमर्स ने कॉल करना बंद कर दिया था। महिला को जब लगा कि उसके साथ ठगी हुई है तो उसने मामले की शिकायत पुलिस से की है।
कैसे होता है यह स्कैम
मौजूदा दौर में यह स्कैम काफी आम हो रहा है। स्कैमर्स पहले फेडेक्स या फिर किसी अन्य कोरियर कंपनी जैसे डीएचएल, ब्लूडार्ट और डीटीसी के कर्मचारी के रूप में कॉल करते हैं। और लोगों को कहते हैं कि उनके नाम पर गैरकानूनी चीजों का एक कोरियर आया है।
वे लोगों के डर का फायदा उठाते हुए खुद को नकली कानून प्रवर्तन अधिकारी बताते हैं और कहते हैं कि गिरफ्तारी या कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए आपको उन्हें पैसे भेजने होंगे।
किसी किसी केस में वे खुद को असली कानून प्रवर्तन अधिकारी बताते हैं और कहते हैं कि आपके खाते के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की गई है और इसकी जांच करनी होगी। फंड की जांच के लिए वे लोगों के पैसों को अपने खाते में भेजने को कहते हैं और जब उनका मकसद पूरा हो जाता है तो वे गायब हो जाते हैं।
बेंगलुरु में जिस महिला के साथ ठगी हुआ है उसके केस में ऐसा ही हुआ है।
स्कैम को देखते हुए फेडेक्स ने जारी किया अलर्ट
देश में बढ़ रहे स्कैम को देखते हुए कोरियर कंपनी फेडेक्स ने एक महत्वपूर्ण धोखाधड़ी चेतावनी जारी की है। चेतावनी में कंपनी ने कहा है कि पिछले कुछ महीनों में अलग-अलग कोरियर कंपनियों के नाम पर लाखों की ठगी की गई है।
कंपनी ने चेतावनी में इस स्कैम के बारे में पूरी जानकारी दी है साथ में इससे बचने के उपाय भी बताए हैं। सार्वजनिक नोटिस विज्ञापन में कंपनी ने कहा है कि अक्सर ऐसा देखा गया है कि इस तरह के स्कैम में स्कैमर्स पैसे ट्रांसफर होने के बाद संपर्क करना बंद कर देते हैं।
बयान में कंपनी ने क्या कहा
बयान में फेडेक्स ने कहा कि वह अपने ग्राहकों से व्यक्तिगत जानकारी नहीं मांगता है। ऐसे में अगर कोई कंपनी का नाम लेकर लोगों से उनकी निजी जानकारियां मांगता है तो इस हालत में लोगों को सतर्क हो जाने की जरूरत है।
बयान में कंपनी ने कहा कि “फेडएक्स भेजे गए या रखे गए सामानों के लिए अनचाहे फोन कॉल, मेल या ईमेल के माध्यम से व्यक्तिगत जानकारी का अनुरोध नहीं करता है। ऐसा कंपनी तब करता है जब तक कि ग्राहकों द्वारा अनुरोध या पहल नहीं की जाती है।”
फेडेक्स के अनुसार, “यदि किसी व्यक्ति को कोई संदिग्ध फोन कॉल या मैसेज प्राप्त होता है, तो उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अपनी व्यक्तिगत जानकारी प्रदान न करें। इसके बजाय, उन्हें तुरंत आसपास के स्थानीय कानून प्रवर्तन अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए या भारत सरकार के साइबर अपराध विभाग को रिपोर्ट करना चाहिए।”
ऐसे रखें खुद को सुरक्षित
इस तरह से स्कैम से बचने को लिए लोगों को चाहिए कि वे किसी किस्म के भुगतान, ओटीपी या फिर व्यक्तिगत जानकारी के लिए अनचाहे अनुरोधों को जवाब न दें। किसी किस्म के संदिग्ध फोन या ईमेल आने पर लोगों को घबराना नहीं चाहिए और किसी भी तरह के भुगतान करने से पहले कई बार विचार करना चाहिए।
जरूरत पड़े तो घर वालों की भी मदद लेनी चाहिए ताकि वे किसी किस्म के स्कैम से बच जाएं।
यहां करें शिकायत
स्कैम के बारे में रिपोर्ट करने के लिए आप चक्षु पोर्टल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप इस लिंक पर https://sancharsaathi.gov.in/sfc/Home/sfc-complaint.jsp क्लिक कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
यहां रिपोर्ट करने के लिए आपको कुछ जानकारियां और स्क्रीनशॉट भी शेयर करने पड़ सकते हैं ताकि आपकी शिकायत पर सही से काम हो पाए।
आप राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के नंबर 1930 पर भी कॉल कर अपनी शिकायत कर सकते हैं।
यही नहीं पोर्टल के वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ पर भी इसकी शिकायत की जा सकती है। देश में बढ़ रहे साइबर अपराधों पर सरकार भी तेजी से काम कर रही है स्कैमर्स पर एक्शन भी लिया जा रहा है।