नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनिया भर के देशों पर नए टैरिफ (आयात शुल्क) लगाए हैं, जिससे वैश्विक व्यापार पर बड़ा असर पड़ सकता है। ऐसे में विश्लेषकों का कहना है कि अगर एप्पल यह बढ़ी हुई लागत उपभोक्ताओं पर डालता है, तो आई फोन की कीमतों में 30% से 40% तक का इज़ाफा हो सकता है।

टैरिफ की घोषणा के बाद, एप्पल के शेयरों में 8% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह सितंबर 2020 के बाद सबसे खराब स्थिति में पहुंच गया। एप्पल हर साल लगभग 22 करोड़ आईफोन बेचता है और इसके प्रमुख बाजार अमेरिका, चीन और यूरोप हैं। फिलहाल, सबसे सस्ता आईफोन 16 मॉडल $799 (करीब 66,500 रुपये) में मौजूद है, जबकि आईफोन 16 प्रो मैक्स की कीमत $1,599 (करीब 1,33,000 रुपये) है। अगर 43% की वृद्धि होती है, तो आईफोन 16 Pro Max की कीमत $2,300 (करीब 1,91,000 रुपये) तक पहुंच सकती है। 

पहले भी लगाए थे टैरिफ, लेकिन अब छूट नहीं 

ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में चीन से आयातित सामानों पर टैरिफ लगाया था, जिससे अमेरिकी कंपनियों को उत्पादन अमेरिका या मैक्सिको जैसे देशों में स्थानांतरित करने के लिए मजबूर किया गया था। एप्पल को तब कुछ प्रोडक्ट्स पर छूट मिली थी, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। 

एप्पल के नए फीचर्स को लेकर खरीदारों में कम उत्साह 

विश्लेषकों का कहना है कि एप्पल का नया AI-सक्षम फीचर 'Apple Intelligence' उपभोक्ताओं को ज्यादा प्रभावित नहीं कर रहा है। यह ईमेल को फिर से लिखने, सूचनाओं को सारांशित करने और चैटजिपीटी तक पहुंच जैसी सुविधाएं देता है, लेकिन ये फीचर्स खरीदारों को आईफोन अपग्रेड करने के लिए आकर्षित नहीं कर पा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि एप्पल इतनी बड़ी कीमत बढ़ोतरी को सीधे उपभोक्ताओं पर नहीं डाल सकता और कंपनी अधिकतम 5% से 10% तक की वृद्धि कर सकती है।