वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म टिकटॉक को लेकर एक नई रिपोर्ट सामने आई है। इसमें दावा किया गया है कि टिकटॉक अपने कर्मचारियों से कहकर अमेरिकी यूजर्स की जानकारियां बीजिंग स्थित अपनी मुख्य कंपनी को भेजता है।
पूर्व कर्मचारियों का हवाला देते हुए रिपोर्ट में दावा किया गया है कि टिकटॉक कथित तौर पर अमेरिकी यूजर्स के नाम, ईमेल, उपयोगकर्ताओं के बारे में अन्य विवरण और उनके रहने की जगह आदि की जानकारियां चीन भेजवाता है।
उधर फॉर्च्यून की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि टिकटॉक 2022 से अपनी मूल कंपनी बाइटडांस के साथ अपने रिश्ते मजबूत कर रखा है और वह इस बात को दुनिया से छिपाता है।
इससे पहले टिकटॉक ने कहा था कि उसने बाइटडांस से अपने सारे रिश्ते खत्म कर दिए हैं। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि क्या सच में टिकटॉक अमेरिकी यूजर्स के डेटा को चीन भेजता है कि नहीं लेकिन इसे लेकर अकसर सवाल उठते रहे हैं।
टिकटॉक पर लगे हैं ये आरोप
फॉर्च्यून की एक रिपोर्ट में टिकटॉक के पूर्व 11 पूर्व कर्मचारियों का इंटरव्यू लिया गया था, जिसमें अमेरिकी यूजर्स के डेटा को चीन भेजनी की बात सामने आई थी। रिपोर्ट में एक पूर्व कर्मचारी ने दावा किया था कि टिकटॉक बाइटडांस से वास्तविक में अलग हुआ नहीं है और अमेरिकी कर्मचारियों को अभी भी चीनी मालिकों की बात सुननी पड़ती है।
इसी कर्मचारी ने यह भी दावा किया कि टिकटॉक के कहने पर हर 14 दिन पर अमेरिकी यूजर्स के डेटा को चीन भेजा जाता था।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि एक और कर्मचारी जिसने टिकटॉक और बाइटडांस दोनों में ही काम किया है उसने दावा किया कि उन्हें और चीनी कर्मचारियों को लार्क नामक एक चैट सिस्टम को इस्तेमाल करने को कहा जाता था, जिसमें चीनी कर्मचारी अमेरिकी कर्मचारियों के चैट को देख सकते थे।
सफाई में टिकटॉक ने क्या कहा
इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए टिकटॉक ने बयान जारी किया है और कहा है कि कंपनी पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। टिकटॉक ने उन कर्मचारियों के बारे में बोलते हुए कहा है कि ये कंपनी से नाखुश कुछ पूर्व कर्मचारियों की साजिश है जिससे टिकटॉक को बदनाम किया जा सके।
टिकटॉक ने बयान में आगे कहा कि उन्होंने यह सुनिश्चित किया है कि अमेरिकी उपयोगकर्ता डेटा सुरक्षित है। टिकटॉक के अनुसार, जनवरी 2023 से अमेरिकी और चीनी यूजर्स के डेटा को अलग-अलग रखा जा रहा है।
टिकटॉक ने यह भी कहा कि अमेरिकी उपयोगकर्ताओं का डेटा केवल अमेरिकी सरकार द्वारा अनुमोदित कर्मचारी ही देख सकते हैं। यहां तक टिकटॉक और बाइटडांस भी इस डेटा तक नहीं पहुंच सकते हैं।
अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के डेटा पर चीनी सरकार की कितनी पकड़ है या नहीं भी है, यह कहना काफी मुश्किल है। लेकिन चीनी कानून के तहत अगर सरकार किसी कंपनी से कुछ डेटा मांगती है तो इस हालत में उन कंपनियों के लिए यह अनिवार्य हो जाता है कि वे जल्द से जल्द सरकार को डेटा मुहैया कराए।