नई दिल्ली: एक समय था जब साइबर ठग ज्यादातर डेबिट कार्ड रखने वालों को शिकार बनाते थे, लेकिन अब उनके निशाने पर क्रेडिट कार्ड रखने वाले हैं। मौजूदा दौर में क्रेडिट कार्ड के नाम पर जमकर ठगी की जा रही है।
स्कैमर्स कुछ पैसे खर्च कर डार्क वेब या फिर किसी अन्य डेटा सप्लायर के साथ मिलकर उनसे लोगों की निजी डिटेल जैसे नाम, पता और बैंक की जानकारी निकालते हैं और फिर कॉल करने लगते हैं। इनके पास मौजूद लिस्ट में उन लोगों का नाम होता है जिनका किसी न किसी बैंक में कोई खाता है।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार, साल 2019 से 20202 तक क्रेडिट या डेबिट कार्ड को इस्तेमाल करके ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी के मामलों में 225% से अधिक की वृद्धि हुई है। स्कैमर्स क्रेडिट कार्ड होल्डर को कैसे निशाना बनाते हैं और उन्हें अपनी जाल में फंसाते है, आइए इस लेख में हम यह जान लेते हैं।
क्रेडिट कार्ड होल्डर को बनाते हैं निशाना
स्कैमर्स के पास एक लिस्ट होती है जिसमें लोगों के नाम, नंबर और उनके बैंक की जानकारी उसमें मौजूद होती है। कमर वहीद नकवी नामक एक एक्स यूजर ने अपने ट्वीट में एक ऐसे ही घटना का जिक्र किया है बताया कि क्रेडिट कार्ड के नाम पर उनसे कैसे ठगी करने की कोशिश की गई थी।
नकवी ने बताया कि कैसे स्कैमर एक बैंक का कर्मचारी बनकर उन्हें कॉल किया था और कहा था कि उनके क्रेडिट कार्ड से 43 हजार खर्च किए गए हैं। जब वे जवाब में कहते हैं कि उनके पास कोई क्रेडिट कार्ड नहीं है तो फिर स्कैमर उन्हें डराता है और कहता है कि तब शायद आपके नाम पर किसी ने क्रेडिट कार्ड इश्यू करवाया होगा।
स्कैमर ने यह भी दावा किया है इस कार्ड को अजमेर में दो अप्रैल को इश्यू किया गया है जिसमें नकवी के केवाईसी के दस्तावेज भी लगे हैं। जब नकवी ने कहा कि वे कभी अजमेर गए ही नहीं है तो फिर स्कैमर ने उन्हें फंसाने की कोशिश की और कहा कि वह उनके कॉल को मुंबई साइबर क्राइम को फारवर्ड कर रहा ताकि वे वहां इसकी शिकायत कर सकें।
अभी एक साइबर ठगी का शिकार होते-होते बचा। मुझे एक IVR मेनू से फ़ोन आया कि मेरे क्रेडिट कार्ड से 43 हज़ार रुपये ख़र्च किये गये है। अगर यह मैंने नहीं किया है तो तुरन्त बात करूँ। मेरे पास ऐसा कोई कार्ड था ही नहीं। उनसे बात करने पर पता चला कि अजमेर से मेरे नाम पर कार्ड इश्यू हुआ है…2
— Qamar Waheed Naqvi (@qwnaqvi) May 19, 2024
स्कैमर्स की यह चाल होती है कि वे कॉल पर आपसे अधिक से अधिक जानकारी, आपके बैंक और कार्ड का डिटेल, या फिर आपसे किसी फॉर्म को भरवाए और ताकि वह आपके साथ ठगी कर सकें।
अलग-अलग तरीके से निशाना बनाते हैं ठग
नकवी ने आगे बताया कि जैसे ही स्कैमर ने मेरे कॉल को मुंबई साइबर क्राइम में ट्रांस्फर करने को कहा था तो मुझे शक हो गया था और उन्होंने कॉल को काट दिया था। उन्होंने ट्वीट में घटना की पूरी जानकारी देते हुए लोगों को अलर्ट रहने को कहा है।
यही नहीं बॉलीवुड एक्ट्रेस आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान ने भी इसी तरीके से स्कैमर के फोन आने और उन्हें फंसाने के बारे में एक पोस्ट लिखा है।
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अपने इंस्टाग्राम के पोस्ट में उन्होंने कहा है कि कैसे एक स्कैमर ने उन्हें कॉल किया था और खुद को दिल्ली कस्टम का अधिकारी बता कर उन्हें कुछ गैरकानूनी ड्रग्स ऑर्डर करने के बारे में कह रहा था।
सोनी राजदान ने बताया कि पहले उन्हें लगा थी कि यह एक रियल कॉल है और बाद में अपने परिचितों से पूछने पर पता चला कि यह एक स्कैम है। उन्होंने पोस्ट में स्कैम के बारे में बताते हुए लोगों को इससे अलर्ट रहने की सलाह दी।
क्रेडिट कार्ड होल्डर बरतें यह सावधानी
क्रेडिट कार्ड फ्रॉड से बचने के लिए लोगों को अपने कार्ड को किसी सुरक्षित जगह पर रखनी चाहिए ताकि वह किसी के हाथ न लग सके। यही नहीं लोगों को यह भी सलाह दी जाती है कि वे क्रेडिट कार्ड नंबर, सीवीवी, पासवर्ड या पिन जैसी कोई भी संवेदनशील जानकारी को फोन पर साझा न करें।
ध्यान रहे कोई भी बैंक या पुलिस अधिकारी आपसे फोन पर आपकी निजी जानकारी कभी नहीं मांगता है। यह स्कैमर्स की एक चाल होती है जिसमें वे लोगों को अपने झांसे में लाकर उनकी निजी जानकारी निकाल लेते हैं या फिर उनके साथ ठगी करते हैं।
किसी भी तरह के स्कैम से बचने के लिए क्रेडिट कार्ड होल्डर को काफी सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। अगर उन्हें क्रेडिट कार्ड के संबंध में किसी प्रस्ताव के साथ कोई कॉल या फिर कोई टेक्स्ट प्राप्त होता है जो अविश्वसनीय लगता है तो इस केस में ऐसा मान कर चलें कि यह एक स्कैम हो सकता है और इसी शिकायत करें।
क्रेडिट कार्ड स्कैम के बारे में कहां करें शिकायत
इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए सबसे पहले आप ऊपर बताए गए टिप्स को फॉलो करें। अगर फिर भी आपके साथ क्रेडिट कार्ड से जुड़ा कोई भी स्कैम हो जाता है तो इस केस में आप सबसे पहले बैंक से इसकी शिकायत करें।
जिस बैंक से आपने अपना क्रेडिट कार्ड लिया होगा आप उससे तुरंत संपर्क करें और अपनी शिकायत दर्ज करें। इसके बाद आप इसकी पुलिस में भी शिकायत करें और पूरे डिटेल के साथ रिपोर्ट दर्ज करें। आप राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के नंबर 1930 पर भी कॉल कर रिपोर्ट कर सकते हैं।
यही नहीं क्रेडिट कार्ड से जुड़े स्कैम की शिकायत को आप पोर्टल पर भी जाकर रिपोर्ट कर सकते हैं। इसके लिए आप इस https://cybercrime.gov.in लिंक पर क्लिक करें और पोर्टल पर जाएं। इसके बाद आपको कुछ ऑप्शन दिखेगा जिसमें से आप वित्तीय धोखाधड़ी (FINANCIAL FRAUD) वाले लिंक को क्लिक करें।
इसके बाद आप File a Complaint पर क्लिक करें और फिर I Accept पर क्लिक करें अपना और अकाउंट बनाएं और रिपोर्ट दर्ज कराएं। आप अपनी शिकायत को चक्षु पोर्टल के इस लिंक पर भी https://sancharsaathi.gov.in/sfc/Home/sfc-complaint.jsp दर्ज करा सकते हैं।