केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत आने वाले दूरसंचार विभाग ने मंगलवार को कहा कि उसके द्वारा साइबर क्राइम और फाइनेंसियल फ्रॉड में इस्तेमाल होने वाले कई मोबाइल नंबर और 20 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक कर दिया गया है।
दूरसंचार विभाग द्वारा एक्स पर किए गए पोस्ट में लिखा गया कि कई मोबाइल नंबर और 20 मोबाइल हैंडसेट को ब्लॉक कर दिया गया है। इनका इस्तेमाल साइबर क्राइम और फाइनेंसियल फ्रॉड को अंजाम देने के लिए किया जा रहा था।
❌mobile number is disconnected, and 20 associated mobile handsets have been blocked for misuse in cybercrime/Financial Fraud.
If you observe any such incidents, please immediately report suspected fraud to Chakshu 👁️ #SancharSaathi
👉https://t.co/9wMyxZKTZl https://t.co/5Fd4n4PV10— DoT India (@DoT_India) May 7, 2024
बेंगलुरु की एक कारोबारी के पोस्ट के बाद यह एक्शन लिया गया
सरकारी एजेंसियों की ओर से ये कदम तब उठाया गया, जब कुछ दिनों पहले बेंगलुरु की कारोबारी अदिति चोपड़ा ने एक पेचीदा वित्तीय जालसाजी के बारे में एक्स पर पोस्ट किया था।
पोस्ट में उन्होंने बताया कि वह एक सुनियोजित जालसाजी का शिकार हुई हैं, जिसमें वित्तीय धोखाधड़ी करने के लिए एसएमएस का उपयोग किया गया था। दूरसंचार विभाग ने उनकी पोस्ट को टैग करते हुए लोगों को कहा कि अगर कोई भी ऐसा फ्रॉड आपके सामने आए तो उसे चक्षु पोर्टल पर रिपोर्ट करें।
इससे पहले दूरसंचार विभाग जारी की थी एडवाइजरी
मार्च में दूरसंचार विभाग की ओर से नागरिकों के लिए एक एडवाइजरी जारी की गई थी। इसमें बताया कि दूरसंचार विभाग के प्रतिनिधि बनकर जालसाज लोगों को कॉल कर उनका मोबाइल नंबर बंद करने की धमकी दे रहे हैं।
इसके अलावा एक अन्य एडवाइजरी में विभाग ने कहा था कि (प्लस 92) कोड से आए विदेशी नंबरों से जालसाज सरकारी अधिकारी बनकर व्हाट्सएप कॉल के जरिए धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे जालसाजों से सावधान रहना चाहिए। (आईएएनएस)