हैदराबाद: मौजूदा दौर में देश में सबसे ज्यादा साइबर अटैक तेलंगाना में हो रहे हैं और इसकी राजधानी स्कैमरों का मुख्य टारगेट बन रहा है, एक रिपोर्यट में यह दावा किया गया है। इंडिया साइबर थ्रेट रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में देश में सबसे ज्यादा मैलवेयर अटैक तेलंगाना में हुए हैं।
पिछले साल पूरे देश में हुए सभी साइबर अटैकों का 15 फीसदी अटैक यहां पर किया गया है। तेलंगाना के बाद तमिलनाडु दूसरा राज्य है जहां पर 14 फीसदी अटैक हुए हैं।
अपने हाईटेक आईटी क्षेत्र और बड़ी संख्या में उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्तियों (एचएनआई) के लिए जाने जाने वाले हैदाराबाद साइबर अपराधियों के निशाने का मुख्य टारगेट बन रहा है। साइबर अपराधियों की पहुंच राज्य के छोटे शहरों तक भी हो गई है।
रिपोर्ट में यह कहा गया है कि पिछले साल तेलंगाना में हर तरह के साइबर अपराध को अंजाम दिया गया है। यहां पर ओटीपी के जरिए होने वाली ठगी से लेकर बड़े और एक्सपर्टों द्वारा मैलवेयर अटैकों को भी अंजाम दिया गया है।
शहरों में इनको बनाया गया है ज्यादा निशाना
वहीं शहरों की अगर बात करें तो रिपोर्ट में गुजरात के सूरत और कर्नाटक के बेंगलुरु का भी जिक्र है जहां पर हैदारबाद से ज्यादा साइबर अटैक किए गए हैं। यहां होने वाले सभी साइबर अटैक केवल राज्य के मुख्य और बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है बल्कि तेलंगाना के खम्मम और आदिलाबाद जैसे टियर दो और टियर तीन शहरों को भी निशाना बनाया गया है।
साइबर अपराधियों ने हाल में एक टियर दो शहर में एक मध्यम आकार की एक आईटी कंपनी के सर्वर में सेंध लगा दी थी जिसके कर्मचारी घर से काम कर रहे थे।
लिस्ट को टॉप कर सकता है तेलंगाना
हाई-प्रोफाइल मामलों का प्रबंधन करने वाली एक साइबर सुरक्षा फर्म के उपाध्यक्ष ने कहा है कि जिस तरीके से पिछले साल तेलंगाना को निशाना बनाया गया था और इस साल पिछले छह महीनों में साइबर अपराध के मामलों में इजाफा हुआ है, उससे साल 2024 में तेलंगाना इस लिस्ट में सबसे ऊपर हो सकता है।
उपाध्यक्ष का यह भी कहना है कि साइबर अपराधी केवल तेलंगाना के मुख्य शहर ही नहीं बल्कि राज्य के टियर दो और टियर तीन शहरों को भी निशाना रहे हैं।
साइबर अपराधी इन सेक्टर को बना रहे हैं निशाना
उपाध्यक्ष ने आगे बताया है कि अकेले इस साल ही केवल 55 ऐसे मामले उनके पास आए थे जिसमें राज्य के आईटी दिग्गजों, फार्मास्युटिकल कंपनियां, प्रमुख बैंकों और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के डेटा केंद्रों को अटैक किया गया था।
उनका कहना है कि कुछ अटैक तो ऐसे थे जिनमें व्यापक डेटाबेस वाली बड़ी कंपनियों को निशाना बनाया गया था ताकि उनकी इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी की चोरी की जा सके।
कम जानकार साइबर अपराधी बनाते हैं आम लोगों को निशाना
फर्म के उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि झारखंड और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों से भी तेलंगाना के लोगों को टारगेट किया गया है। उनके अनुसार, इन राज्यों से कम जानकार साइबर अपराधों ने हैदराबाद और राज्य के अन्य शहरों के लोगों को निशाना बनाया है।
उनका कहना है कि तेलंगाना के केवल कुछ शहर ही नहीं बल्कि पूरा राज्य हाईटेक मैलवेयर का इस्तेमाल करने वाले साइबर अपराधियों के लिए हॉटस्पॉट बन गया है।