न्यूयॉर्क: नासा ने बुधवार को नासा-स्पेसएक्स क्रू-10 के इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) जाने वाले मिशन को आखिर घंटों में टालने की घोषणा की। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य आईएसएस में फंसे अंतरिक्ष यात्रियों- सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की वापसी सुनिश्चित करना था। सुनीता विलियम्स और विल्मोर करीब 9 महीने से अंतरिक्ष में हैं और उनकी वापसी के साथ ये जरूरी है कि दूसरी टीम वहां उनकी जगह ले।
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल में यह घोषणा की थी कि उन्होंने एलन मस्क से दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी को लेकर बात की है और उनकी कंपनी स्पेस एक्स इसके लिए एक खास मिशन लॉन्च करने पर सहमति जता चुकी है। हालांकि, ताजा घटनाक्रम के बाद विलियम्स और विल्मोर की वापसी को लेकर एक बार फिर देरी होने की आशंका बढ़ गई है।
आखिरी घंटे में टल गया स्पेस एक्स का मिशन
नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से फाल्कन रॉकेट (Falcon) के निर्धारित शाम के प्रक्षेपण में चार घंटे से भी कम का समय बाकी था। इसी दौरान इंजीनियरों को एक अहम हाइड्रोलिक सिस्टम में गड़बड़ी का पता चला। नासा के लॉन्च कमेंटेटर डेरोल नेल ने कहा, 'ग्राउंड साइड पर हाइड्रोलिक सिस्टम में एक समस्या थी। रॉकेट और अंतरिक्ष यान के साथ सब कुछ ठीक था।'
इसके साथ जाने वाले चार अंतरिक्ष यात्री भी अपने कैप्सूल में थे और अंतिम फैसले का इंतजार कर रहे थे। गड़बड़ी का पता चलने के बाद स्पेसएक्स ने इस दिन के लिए लॉन्च को रद्द कर दिया। साथ ही तत्काल कोई नई लॉन्च की तारीख की घोषणा नहीं की गई है। कंपनी ने संकेत दिया कि लॉन्चिंग का अगला प्रयास गुरुवार रात को हो सकता है।
अंतरिक्ष स्टेशन पहुंचने पर अमेरिकी, जापानी और रूसी सदस्यों वाला अंतरिक्ष यात्रियों का नया दल पिछले साल जून में पहुंचे विलियम्स और वुल्मोर से कार्यभार संभाल लेगा। दरअसल, बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल में वापसी के दौरान महत्वपूर्ण खराबी आने के बाद दोनों पायलटों आएसएस में लंबे समय से फंसे हैं।
नासा ने बाद में स्टारलाइनर को मानव यात्रा के अनुपयुक्त करार देते हुए मानव रहित लौटने का निर्देश दिया था। स्टारलाइनर हालांकि सुरक्षित रूप से धरती पर उतरा। इसके बाद में स्पेसएक्स के माध्यम से विल्मोर और विलियम्स की वापसी की व्यवस्था की गई।