मेटा के एआई प्रमुख यान लेकन ने कहा है कि आने वाले 10 से 15 सालों में हम लोग स्मार्टफोन को इस्तेमाल करना बंद कर देंगे और इसकी जगह कुछ और चीजों को हम यूज करना शुरू कर देंगे।
एनालिटिक्स इंडिया मैगजीन की एक रिपोर्ट के अनुसार, लेकन का मानना है कि भविष्य में स्मार्टफोन की जगह एआर ग्लासेस (augmented reality glasses) और ब्रेसलेट्स (bracelets) काफी फेमस हो जाएंगी और हम इसे इस्तेमाल कर रहे होंगे।
केवल मेटा के चीफ ही नहीं बल्कि नोकिया के सीईओ पेक्का लुंडमार्क ने भी कुछ ऐसे ही बात कही है। लुंडमार्क का मानना है कि 2030 तक स्मार्टफोन हमारे कनेक्ट होने का मुख्य जरिया नहीं होगा।
हालांकि आने वाले समय में स्मार्टफोन के चलन के कम होने और नई तकनीक, गैजेट्स और डिवाइसों के लॉन्च होने से भविष्य में हमें अपनी डेटा प्राइवेसी के बारे में चिंता करने की जरूरत पड़ेगी।
ऐसे में दुनिया की बड़ी टेक कंपनियों की यह जिम्मेदारी है कि वह लोगों की निजी जानकारियों का पूरा ख्याल रखें और इससे कोई छेड़छाड़ न होने दें।
इन चीजों से स्मार्टफोन को बदला जा सकता है
रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले कुछ सालों में हम स्मार्टफोन के बजाय एआर ग्लासेस और एआई ब्रेसलेट्स का इस्तेमाल करेंगे। इन गैजेट के जरिए हम शक्तिशाली एआई असिस्टेंट से कनेक्ट हो सकते हैं जो हमारी रोजमर्रा के कामों को आसान कर सकते हैं।
पेक्का लुंडमार्क का यह भी कहना है कि भविष्य में इस तरह के गैजेट हमारी शरीर में भी एम्बेड हो सकते हैं, जिससे हमारे संवाद करने का तरीका बदल सकता है।
हाल के दिनों में लिमिटलेस एआई पेंडेंट (Limitless AI Pendant) और डब्लूआईजेडपीआर रिंग (WIZPR Ring) जैसे कुछ गैजेट काफी प्रचलन में आये हैं, जो एआई की मदद से लोगों के जीवन को और भी आसान कर रहे हैं।
यही नहीं कुछ लोगों का मानना है कि आने वाले दिनों में कंपनी हुमेन के एआई पिन स्मार्टफोन की जगह ले सकता है, लेकिन इस दावे से कई लोग इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
एलन मस्क की न्यूरालिंक भी तैयार कर रही है डिवाइस
बता दें कि हाल में ही माइक्रोसॉफ्ट ने फी-3 (Phi-3) जैसे शक्तिशाली भाषा मॉडल को लॉन्च किया है, जिसे आप अपने स्मार्टफोन पर ही लगा सकते हैं। इसे इस्तेमाल कर सकते हैं।
यही नहीं टेस्ला और एक्स के मालिक एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक भी एक डिवाइस पर काम कर ही है जिसे यूजर्स के दिमाग में फिट किया जाएगा। मस्क का यह प्लान है कि इस डिवाइस को स्मार्टफोन की तरह लोगों के बीच आम करना है जिसके जरिए यूजर्स आसानी से दूसरे लोगों से और मशीनों से संवाद कर पाएंगे।