Air Conditioners Photograph: (सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: भारत सरकार जल्द ही आपके एसी यानी एयर कंडीशनर पर टेंपरेचर की लिमिट लगने वाली है। इसके बाद एसी को 20 डिग्री से कम में या 28 डिग्री से ज्यादा में सेट नहीं किया जा सकेगा। आसान भाषा में समझाएं तो आपका एसी चिल्ड कूलिंग नहीं कर पाएगा। केंद्र सरकार में मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को यह जानकारी दी। नया नियम आवासीय, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और गाड़ियों में लगने वाले एसी पर लागू होगा यानी घर, ऑफिस और गाड़ी में 20 डिग्री से कम में एसी नहीं चल पाएगा। केंद्र सरकार में मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को यह जानकारी दी। नया नियम आवासीय, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और गाड़ियों में लगने वाले एसी पर लागू होगा यानी घर, ऑफिस और गाड़ी में 20 डिग्री से कम में एसी नहीं चल पाएगा।
नए नियम की वजह क्या?
नए नियमों के साथ सरकार का पहला मकसद ज्यादा बिजली खपत को कम करना है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह फैसला ऊर्जा संरक्षण, बिजली की खपत को कम करने और पर्यावरण के बैलेंस को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। बता दें कि जितने कम में AC चलाया जाता है, उतनी बिजली ज्यादा खर्च होती है। इसके अलावा, इससे जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में भी मदद मिलेगी।
जापान-इटली का दिया उदाहरण
खट्टर मंगलवार को मोदी सरकार के 2047 के विजन को रेखांकित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार पूरे देश में एक नई व्यवस्था लाने जा रही है, जिसके तहत सभी एसी के तापमान को 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे और 28 डिग्री से ऊपर नहीं ले जाया जा सकेगा। यह व्यवस्था ठंडा करने और गर्म करने दोनों परिस्थितयों में काम करेगी। प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एयर कंडीशनर के तापमान को मानकीकृत करने का प्रावधान किया जा रहा है। यह बहुत जल्द लागू होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से देश हैं, जहां यह व्यवस्था लागू है। उन्होंने जापान का उदाहरण भी दिया जहां 26 डिग्री लिमिट है। वहीं, इटली के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां 23 डिग्री किया हुआ है।
अभी कितने टेंपरेचर पर चलते हैं AC?
बता दें कि मौजूदा वक्त में कई कंपनियों के एसी कम से कम 16 डिग्री तापमान पर चल सकते हैं। यह नियम लागू होने के बाद एयर कंडीशनर कंपनियां इसे अपने नए एसी के लिए लागू करेंगी। यानी इसके बाद मार्केट में जो एसी आएंगे, उनमें मिनिमम 20 डिग्री की कूलिंग मिलेगी और 28 डिग्री से ऊपर तापमान नहीं किया जा सकेगा।