नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्षयात्री शुभांशु शुक्ला को इंटरनेशन स्पेस स्टेशन (आईएसएस) ले जाने वाले Axiom-4 (Ax-4) मिशन को लेकर नई तारीख का ऐलान हो गया है। इस मिशन को चार बार विभिन्न कारणों से टाला जा चुका है। आखिरी बार 11 जून को इसके लॉन्च की तारीख तय थी। हालांकि, कुछ घंटे पहले तकनीकी गड़बड़ी के कारण इसे टालना पड़ा था। अब इसे लेकर इसरो ने नई तारीख का ऐलान किया है।     

इसरो ने बताया है कि Ax-4 के मिशन को अब 19 जून 2025 को लॉन्च किया जाएगा। यह मिशन फ्लोरिडा स्थित नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। स्पेसएक्स के फाल्कन 9 रॉकेट के जरिए चार अंतरिक्ष यात्रियों को आईएसएस ले जाया जाना है। इसमें भारत के शुभांशु शुक्ला भी शामिल हैं। लॉन्च की नई तारीख की पुष्टि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो), एक्सिओम स्पेस और स्पेसएक्स के बीच बैठक के बाद की गई है।

ठीक कर ली गई है रॉकेट की गड़बड़ी 

सामने आई जानकारी के अनुसार रॉकेट में जिस तकनीकी गड़बड़ी की वजह से मिशन को टाला गया था, उसे ठीक कर लिया गया है। दरअसल, फाल्कन 9 प्रक्षेपण यान में लिक्विड ऑक्सीजन के रिसाव की बात पता चली थी। इसके बाद मिशन को रोका गया था। स्पेसएक्स इंजीनियरों ने इसे ठीक कर लिया है और अब रॉकेट अपने अगले मिशन के लिए तैयार है।

इससे पहले इसरो ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पोस्ट में बताया, 'इसरो पर पहला भारतीय गगनयात्री भेजने के लिए 11 जून 2025 को लॉन्च होने वाले एक्सिओम 04 मिशन को स्थगित कर दिया गया है। फाल्कन 9 लॉन्च वाहन के बूस्टर चरण के प्रदर्शन से पहले लॉन्च पैड पर सात सेकंड का हॉट टेस्ट किया गया। परीक्षण के दौरान प्रोपल्शन बे में एलओएक्स रिसाव का पता चला। इसरो टीम की ओर से एक्सिओम और स्पेसएक्स के विशेषज्ञों के साथ इस विषय पर चर्चा के आधार पर रिसाव को ठीक करने और लॉन्च के लिए मंजूरी देने से पहले आवश्यक सत्यापन परीक्षण करने का निर्णय लिया गया है। इसलिए 11 जून 2025 को होने वाले एक्सिओम 04 के प्रक्षेपण को स्थगित कर दिया गया है।'

इससे पहले इस मिशन को 29 मई के लिए शेड्यूल किया गया था। लेकिन, कुछ तकनीकी खामियों के चलते तब भी इसे स्थगित कर दिया गया। फिर इसके लॉन्चिंग के लिए 10 जून की तारीख तय की गई थी। इसमें भी बदलाव करते हुए लॉन्चिंग के लिए 11 तारीख तय हुई थी।

भारत और इसको के लिए महत्वपूर्ण है एक्सिओम-4 मिशन

एक्सिओम-4 मिशन भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि शुभांशु शुक्ला चार दशकों में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बनेंगे, जो राकेश शर्मा के नक्शेकदम पर चलने वाले हैं, जिन्होंने 1984 में सोवियत अंतरिक्ष यान में उड़ान भरी थी। केंद्र सरकार ने एक्सिओम-4 मिशन में भारत की भागीदारी के लिए 550 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।

इस मिशन के तहत शुभांशु शुक्ला 14 दिन तक इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन में रहेंगे। शुक्ला को भारत के आगामी गगनयान मिशन के लिए एक प्रमुख अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुने जाने के बाद उनका इस मिशन के लिए चयन हुआ है। ऐसे में ISS पर उनका 14 दिन बिताना आने वाले मिशन की चुनौतियों के लिए जरूरी अनुभव दिलाएगा। 

गगनयान भारत का पहला मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम है, जिसका लक्ष्य तीन-सदस्यीय दल को तीन दिनों के लिए 400 किमी की निचली पृथ्वी की कक्षा में भेजना है।