न्यूयॉर्क: अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव की हलचल के बीच यूट्यूब और गूगल पर रिपबल्किन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के जो रोगन के साथ पॉडकास्ट को सेंसर करने के आरोप लग रहे हैं। ट्रंप के लिए प्रचार रहे टेस्ला, स्पेसएक्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के प्रमुख एलन मस्क ने भी ऐसे आरोप लगाए हैं। मस्क ने एक के बाक एक कई ट्वीट इस संबंध में किए हैं। साथ ही ट्रंप और रोगन के पोडकास्ट के पूरे एपिसोड को एक्स पर भी अपलोड कर दिया है।

'गूगल-यूट्यूब पर वामपंथी सेंसरशिप'

एलन मस्क ने एक्स पर एक यूजर को जवाब देते हुए लिखा, 'गूगल/यूट्यूब पर बड़े पैमाने पर वामपंथी सेंसरशिप है।' इससे पहले यूजर ने दावा किया था कि 'यदि आप YouTube पर 'जो रोगन ट्रम्प' खोजते हैं तो इंटरव्यू अब नहीं आ रहा है। आप इसे खुद देख सकते हैं।'

'गूगल-यूट्यूब डेमोक्रेटिक पार्टी के नंबर-1 डोनर'

मस्क ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए ये भी कहा कि गूगल/यूट्यूब डेमोक्रेटिक पार्टी के सबसे बड़े दानकर्ता हैं। एक सोशल मीडिया यूजर ने दावा किया कि जब 'जो रोगन ट्रंप' के बारे में सर्च किया जा रहा है तो कमला हैरिस से जुड़े वीडियो टॉप पर आ रहे हैं।

मस्क ने पूरा पॉडकास्ट एक्स पर डाला

ट्रंप के रोगन के साथ पॉडकास्ट को यूट्यूब की ओर से कथित तौर पर सेंसर करने के विवाद के बीच एलन मस्क ने पूरा एपिसोड एक्स पर अपलोड कर दिया। उन्होंने वीडियो को पोस्ट करते हुए अपने हैंडल पर टॉप पर रखा हुआ है।

ट्रंप-रोगन के पॉडकास्ट का विवाद

करीब तीन घंटे का यह पॉडकास्ट यूट्यूब पर काफी चर्चा में है। इसे तीन दिनों में 3.7 करोड़ बार देखा जा चुका है। पहले दिन कई यूजर्स ने इसके सर्च करने पर नहीं मिलने की शिकायत की थी। सर्च करने पर दूसरे चैनल आदि के ट्रंप के साथ इंटरव्यू के लिंक सामने आ रहे थे। विवाद बढ़ने पर रोगन की भी प्रतिक्रिया आई। उन्होंने इसे सेंशरशीप से अलग करते हुए तकनीकी गड़बड़ी बताया।

रोगन ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, 'यूट्यूब द्वारा ट्रम्प वाले एपिसोड को सेंसर करने जैसा कोई मुद्दा नहीं है। दरअसल, इसे एक ही समय में Spotify और YouTube दोनों पर लाइव होना था और Spotify के अपलोड सिस्टम में एक गड़बड़ी थी। इसलिए हमने इसके ठीक होने तक YouTube लिंक को हटा दिया। यह समस्या अब ठीक हो जानी चाहिए।'

ट्रंप और कमला हैरिस- किसे कहां से मिल रहा पैसा?

वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स ने इस संबंध में एक डेटा जारी किया है। इसके अनुसार डेमोक्रेट यानी कमला हैरिस या बाइडन के लिए सबसे अधिक दान गूगल की ओर से आए। वहीं, ट्रंप के लिए सबसे बड़ा दानकर्ता अमेरिकन एयरलाइंस है।

हैरिस/बाइडन के लिए सितंबर 2024 के डेटा तक गूगल ने 12 करोड़ से अधिक रुपये दिए हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने भी हैरिस के लिए 6 करोड़ से ज्यादा रुपये दिए हैं। इसके अलावा ब्राउन एंड ब्राउन ने 2 करोड़ 72 लाख, जॉनसन एंड जॉनसन ने 2 करोड़, और एप्पल ने एक करोड़ 89 लाख रुपये डेमोक्रेटिक पार्टी को दिए हैं।

दूसरी ओर ट्रंप के लिए अमेरिकी एयरलाइंस ने सबसे अधिक 1 करोड़ 12 लाख और वॉलमार्ट ने 70 लाख रुपये दिए हैं। बोइंग ने भी करीब 70 लाख रुपये रिपब्लिकन उम्मीदवार को दिए हैं। इसके अलावा लॉकहीड मार्टिन (Lockheed Martin) ने 59 लाख और यूनाइटेड एयरलाइंस ने करीब 57 लाख रुपये ट्रंप को चुनावी खर्चे के लिए दान किया है।