Mercenary Spyware Attack: Apple ने भारत सहित 92 देशों के iPhone यूजर्स को एक नए खतरे को लेकर अलर्ट किया है। कंपनी ने चेतावनी मेल (थ्रेट इमेल) में कहा है कि आईफोन यूजर्स को ‘मर्सनरी स्पायवेयर’ के जरिए टारगेट किया जा रहा है। इस स्पायवेयर के जरिए iOS यूजर्स के मोबाइल का एक्सेस लेने की कोशिश की जा रही है।
चेतावनी मेल में, एप्पल ने कहा है कि ‘मर्सनरी स्पायवेयर’ को इजरायल के जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस की तरह बनाया गया है। कंपनी ने बताया है कि वह इसके शिकार हो चुके यूजर्स को भी नोटिफिकेशन भेजेगी। एक रिपोर्ट के मुताबिक, मर्सेनरी स्पायवेयर के यूजर्स को इसलिए टारगेट किया जा रहा है ताकि आईफोन को एक्सेस किया जा सके।
अटैकर स्पायवेयर पर लाखों डॉलर करते हैं खर्च
एप्पल ने अपने मेल में साफ कहा है कि यह स्पायवेयर इजरायल के पेगासस की तरह है। इसके जरिए वे आईफोन का एक्सेस हासिल करना चाहते हैं। मर्सनरी स्पायवेयर के अटैकर कुछ ही संसाधनों के जरिए खास यूजर्स को टारगेटे करते हैं। गौरतलब बात है कि इसके लिए वे लाखों डॉलर खर्ट करते हैं। इसको रोकना एक बहुत बड़ी चुनौती का काम है। क्योंकि इसका आसानी से पता नहीं लगाया जा सकता। यह सामान्य मालवेयर की तुलना में कहीं अधिक दुर्लभ और संगठित होता है।
मर्सनरी स्पायवेयर के जरिए अटैकर कैसे करते हैं अटैक
मर्सनरी स्पायवेयर के जरिए अटैकर यूजर्स के एप्पल आईडी का इस्तेमाल करते हैं। स्पायवेयर बिना आपकी जानकारी और अनुमति के आपके डिवाइस पर इंस्टॉल हो जाता है। यह गुप्त रूप से आपके बारे में जानकारियां इकट्ठी करता रहता है। जैसे आपका इमेल, पासवर्ड, बैंकिंग डिटेल, लॉगइन डिटेल्स इत्यादि की जानकारी गुपचुप तरीके से इकट्ठी करता है।
एप्पल ने चेतावनी मेल में क्या कहा है?
एप्पल द्वारा भेजी गई इमेल में कहा गया हैः ”एप्पल ने पाया है कि आप एक मर्सनरी स्पायवेयर अटैका का शिकार हो रहे हैं। यह आपके एप्पल आईडी से जुड़े आईफोन को दूर से ही हैक करने की कोशिश कर रहा है। कृपया इसे गंभीरता से लें। सार्वजनिक रिपोर्टिंग और शोध से पता चला है कि भाड़े के स्पाइवेयर हमले आधुनिक कंप्यूटिंग प्लेटफार्मों पर उपयोगकर्ताओं को लक्षित करते हैं, जिनमें iOS और Safari के साथ-साथ Google Android, Google Chrome और Microsoft Windows, साथ ही iMessage और WhatsApp सहित विभिन्न प्रकार के मैसेजिंग और क्लाउड ऐप्स शामिल हैं। यदि आपके डिवाइस पर लक्षित भाड़े के स्पाइवेयर हमले से छेड़छाड़ की गई है, तो हमलावर आपके संवेदनशील डेटा, संचार, या यहां तक कि कैमरा और माइक्रोफ़ोन तक दूरस्थ रूप से पहुंचने में सक्षम हो सकता है।”
स्पायवेयर को लेकर पिछले साल कई दलों के नेताओं ने की थी शिकायत
बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में टीएमसी की महुआ मोइत्रा, शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी, कांग्रेस के पवन खेड़ा और शशि थरूर, आप के राघव चड्ढा और सीपीआईएम के सीताराम येचुरी सहित विपक्षी दलों के कई राजनेताओं ने स्पायवेयर को लेकर शिकातय की थी। उन्होंने कहा था कि उन्हें ऐप्पल से चेतावनी मिली है कि उनके उपकरणों को राज्य प्रायोजित हमलावरों द्वारा निशाना बनाया जा रहा था।