सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी Intel अपने कार्यबल में भारी कटौती करने की योजना बना रही है। कंपनी 25,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की योजना बना रही है। कंपनी अपने कार्यबल की संख्या 75,000 के आस पास लाना चाहती है। बीते साल के अंत तक कंपनी में कर्मचारियों की कुल संख्या 108,900 थी। 

इंटेल लगातार कर्मचारियों की संख्या में कटौती कर रही है। इसी साल अप्रैल में करीब 15,000 कर्मचारियों की छंटनी हुई थी। इससे पहले बीते साल भी कंपनी में 15,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी हुई थी। 

कंपनी ने दिखाया घाटा

न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी द्वारा की जा रही नौकरियों में कटौती छंटनी और अन्य कार्रवाइयों के जरिए होगी। 

इंटेल ने दूसरी तिमाही के वित्तीय परिणाम जारी करते हुए छंटनी के पैमाने की पुष्टि की। कंपनी ने 2.9 बिलियन डॉलर (2 खरब 50 अरब रुपये) का घाटा दर्ज किया। इसमें हालिया छंटनी से संबंधित पुनर्गठन लागत भी शामिल है। तिमाही के लिए राजस्व 12.9 बिलियन डॉलर (11 खरब 16 अरब रुपये) रहा जो बाजार की उम्मीदों से अधिक है। 

इंटेल को अब चालू तिमाही में राजस्व 12.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 13.6 अमेरिकी बिलियन डॉलर रहने की उम्मीद है। इसका मध्य बिंदु 13.1 बिलियन अमेरिकी डॉलर होगा। यह सितंबर तिमाही के लिए 12.6 बिलियन डॉलर के औसत अनुमान से ज्यादा है। 

कंपनी ने इस संबंध में अपने कर्मचारियों को एक पत्र लिखा जिसमें इंटेल के नए सीईओ लिप-बू टैन ने कंपनी के कठिन दौर को स्वीकार किया। उन्होंने कहा"मैं जानता हूं कि पिछले कुछ महीने आसान नहीं रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा "हम संगठन को सुव्यवस्थित करने,बेहतर दक्षता लाने और कंपनी के हर स्तर पर जवाबदेही बढ़ाने के लिए कठोर लेकिन जरूरी फैसले ले रहे हैं।"

इस बीच कंपनी ने जर्मनी और बोलैंड में नए कारखाने बनाने की योजना भी स्थगित कर दी है। वह अपने ओहायो संयंत्र में निर्माण की गति धीमी करेगी और कोस्टा रिका में कुछ परिचालनों को वियतनाम और मलेशिया में स्थानांतरित करके एक जगह बनाएगी। 

वार्षिक खर्च कम कर रही कंपनी

इसी साल अप्रैल में कंपनी ने अपने वार्षिक खर्च को 17.5 बिलियन डॉलर से घटाकर 17 बिलियन डॉलर तक लाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही 2026 में यह कटौती 16 बिलियन डॉलर तक होगी। 24 जुलाई यानी बुधवार को कंपनी ने कहा कि वह अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए ट्रैक पर है। 

इंटेल एक समय में चिप निर्माता कंपनी में वैश्विक स्तर पर छाई हुई थी। हालांकि, हालिया कुछ वर्षों में कंपनी संघर्षों से जूझ रही है। 1990 के दशक में जब पर्सनल कंप्यूटर का दौर आया तो माइक्रोप्रोसेसर के मामले में कंपनी का दबदबा था। हालांकि, कंपनी स्मार्टफोन के बाजार को आंकने में असफल रही जिससे एआई चिप बनाने में यह पिछड़ गई है। इसका नेतृत्व एनवीडिया जैसी कंपनियां कर रही हैं। 

लिप-बू टैन ने कंपनी में नौकरशाही को कम करने तथा इसके उत्पादों को और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने का वादा किया है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि कंपनी को पटरी पर लाने में समय लगेगा।