नई दिल्ली: भारत में बहुत ही तेजी से ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम बढ़ रहा है और इसके कई मामले भी सामने आ रहे हैं। भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) के अनुसार, पिछले चार महीने में करीब 20 हजार मामले सामने आ चुके हैं और इसमें पीड़ित लोग करीब 222 करोड़ रुपए गंवा चुके हैं।
भारत में होने वाले सभी स्कैमों में यह स्कैम दूसरे नंबर पर आता है जिसमें सबसे ज्यादा लोगों को निशाना बनाया जाता है।
हाल के एक मामले में पुणे के दो भाइयों के साथ दो करोड़ 45 लाख की ठगी की गई है। इस ठगी में व्हाट्सएप ग्रुप का इस्तेमाल किया गया है और पीड़ितों को ऑनलाइन ट्रेडिंग का झांसा देकर स्कैम किया गया है।
बता दें कि भारत में पहले इस तरह के स्कैम को घरेलू स्कैमर ही अंजाम देते थे लेकिन अब भारतीयों को विदेशों से भी निशाना बनाया जा रहा है। आईफोरसी (I4C) के सीईओ राजेश कुमार ने कहा है कि दक्षिण पूर्व एशियाई देश जैसे कंबोडिया, म्यांमार और लाओस पीडीआर से भी भारत में इस तरह की ठगी की जा रही है।
क्या है ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम
यह स्कैम एक ऐसा स्कैम है जिसमें लोगों को भारी मुनाफा का लालच देकर उनसे शेयर बाजार में पैसे लगाने को कहा जाता है। पुणे वाले केस में भी ऐसा ही हुआ है जिसमें पीड़ित को एक व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया है।
ग्रुप में जोड़ने के बाद पीड़ित को यह विश्वास दिलाया गया है उनके टिप्स के जरिए शेयर बाजार में बड़ा लाभ किया जा सकता है। इसके बाद पीड़ित एक ‘शेयर ट्रेडिंग खाता’ बनाया और पैसे भी लगाए थे। स्कैमरों ने पीड़ित के भाई को भी ग्रुप में जोड़ लिया था और उसे भी पैसे लगाने के लिए तैयार कर लिए थे।
पीड़ित ने ‘शेयर ट्रेडिंग खाता’के जरिए एक स्क्रीन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर कुछ शेयर खरीदे थे जिसमें उसे अच्छा मुनाफा दिखाया गया था। इसके लिए पीड़ित ने सबसे पहले 1.68 करोड़ रुएप लगाए गए थे और फिर उसके भाई ने 77.7 लाख रुपए निवेश किया था।
कुछ समय बाद स्कैमर ने पीड़ितों को बताया कि उन्हें इस निवेश में आठ करोड़ का मुनाफा हुआ है। जब पीड़ितों ने पैसे निकालने की बात कही तब स्कैमरों ने सेबी और अन्य एजेंसियों हवाला देकर पैसे नहीं निकालने को कहा था। इसके बाद पीड़ित समय गए थे कि उनके साथ स्कैम हुआ है और उन्होंने पुलिस से इसकी शिकायत की थी।
2023 में हर दिन भारतीय कंपनियों पर हुए इतने साइबर हमले
साइबर अपराधियों की ओर से 2023 में भारतीय कंपनियों पर औसत 9,000 साइबर हमले प्रतिदिन किए गए हैं। सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में ये खुलासा किया गया।
साइबर सिक्योरिटी कंपनी कैस्परस्काई के मुताबिक, 2023 में भारतीय कंपनियों पर करीब 30 लाख से ज्यादा हमले साइबर अपराधियों की ओर से जनवरी से दिसंबर के बीच में किए गए हैं। इसमें 2022 में तुलना में 47 प्रतिशत की बढ़त देखी गई है।
स्कैम से बचने के लिए टिप्स
ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम में भारी रकम की लेनदेन होती है। यही कारण है कि स्कैमर इस स्कैम को संगठित तरीके से करते हैं। ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटाले से बचने के लिए आप नीचे बताए गए टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।
किसी भी किसी नए व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल होने से पहले कुछ चीजों को आप सही से जांच कर लें। किसी भी अधिक मेंबर वाले ग्रुप में शामिल होने से पहले उसके बारे में सही से पता लगा लें।
साथ ही उसके विवरण और एडमिन की भी पूरी जानकारी ले लें। संदिग्ध नाम वाले समूह या सामान्य प्रोफाइल आपके लिए खतरा साबित हो सकते हैं और ऐसे ग्रुप में शामिल होने से बचें।
अगर आपका कोई परिचित आपको किसी नए व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़ रहा है तो आप उससे पूछे कि किस कारण उन्होंने आपको उस ग्रुप में जोड़ा है और क्या वह ग्रुप सही है।
अगर कोई ग्रुप आपको चौकाने वाले ऑफर्स, रिवॉर्ड या फिर निवेश में भारी मुनाफा का वादा करते हैं तो आप सतर्क हो जाएं। इस तरह का कोई भी ग्रुप आपको अगर उस ग्रुप में शामिल होने के लिए जल्दीबाजी दिखाए तो आप समझ लें कि यह एक स्कैम है।
किसी भी नए व्हाट्सएप ग्रुप में किसी अंजान यूजर द्वारा शेयर किए गए कोई भी लिंक या फिर फाइल को डाउनलोड करने से पहले विचार करें। ये लिंक या फिर फाइल जालसाजी का एक जरिया हो सकता है।
आप इस तरह के ग्रुप में आपनी निजी जानकारी जैसे अपना पता, फोन नंबर या बैंक विवरण जैसी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। इससे आपकी निजी जानकारियों की चोरी हो सकती है और बाद में आपके साथ धोखाधड़ी भी हो सकती है।
कई मामले में स्कैमर वैध कंपनियों या संगठनों का अधिकारी बनकर आपसे संपर्क करने की कोशिश करते हैं। अगर आपको इस तरह के मैसेज, लिंक या फिर कॉल मिलते हैं तो आप उनका जवाब न दें।
यहां करें शिकायत
ऑनलाइन ट्रेडिंग स्कैम से पीड़ित लोग राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत कर सकते हैं। वे पोर्टल के वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ पर विजिट कर रिपोर्ट कर सकते हैं।
यही नहीं पीड़ित लोग पोर्टल के नंबर 1930 पर भी कॉल कर अपनी शिकायत कर सकते हैं। रिपोर्ट के लिए चक्षु पोर्टल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है जहां पर कुछ जानकारियां और स्क्रीनशॉट को शेयर कर शिकायत किया जा सकता है।
चक्षु पोर्टल के वेबसाइट https://sancharsaathi.gov.in/sfc/Home/sfc-complaint.jsp पर जाकर आपको एक फार्म भरना होगा और फिर उसे सबमिट करना होगा। इसके बाद आपकी शिकायत पर कार्रवाई की जाएगी।