नई दिल्लीःभारत सरकार ने अश्लील सामग्री को लेकर कई OTT प्लेटफॉर्म पर कड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने Ullu, AltBalaji, Desiflix, Big Shots App जैसे कई प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगाया है। इन ऐप्स पर अश्लील और व्यस्क सामग्री परोसने के आरोप में कार्रवाई की गई है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इसको लेकर एक अधिसूचना जारी की है जिसमें इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (ISPs) से 25 ऐप्स और वेबसाइट्स पर भारत में सार्वजनिक रूप से एक्सेस पर रोक लगाने का निर्देश दिए हैं।
सरकार की यह कार्रवाई आईटी अधिनियम 2000 और आईटी (मध्यस्थ दिशानिर्देश और डिजिटल मीडिया आचार संहिता) नियम, 2021 के तहत की गई है।
सरकार द्वारा की गई यह कार्रवाई डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को विनियमित करने और ऑनलाइन अश्लील सामग्री के प्रसार को रोकने के लिए चल रहे प्रयास का हिस्सा है।
Supreme Court ने भेजा था नोटिस
सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने इसी साल अप्रैल में केंद्र सरकार और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स को एक नोटिस भेजा था। इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका (PIL) दायर की गई थी जिसमें ओटीटी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर परोसे जाने वाली स्पष्ट यौन सामग्री के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा यह नोटिस केंद्र सरकार के साथ-साथ नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम, उल्लू, ऑल्ट बालाजी, एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और अन्य को भेजी गई थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जस्टिस बीआर गवई और आगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए चिंता जताई थी लेकिन यह भी कहा था कि यह मामला विधायिका या कार्यपालिका के अंतर्गत आता है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था "यह हमारा अधिकार क्षेत्र नहीं है, आप कुछ करिए।"
एजाज खान की सीरीज के चलते विवादों में आया
उल्लू प्लेटफॉर्म इसी साल मई में उस वक्त विवादों के घेरे में आ गया था जब बिग बॉस के पूर्व प्रतियोगी एजाज खान द्वारा होस्ट की गई वेब सीरीज हाउस अरेस्ट की एक क्लिप वायरल हो गई। इसको लेकर काफी विवाद हुआ था।
वीडियो के वायरल होने के बाद शिव सेना उद्धव गुट की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी समेत कई नेताओं ने निंदा की थी। प्रियंका ने अपने एक्स पर लिखा था "मैंने स्थायी समिति में यह मुद्दा उठाया है कि उल्लू और ऑल्ट बालाजी जैसे ऐप्स अश्लील सामग्री के कारण सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा लगाए गए प्रतिबंध से बच निकलने में कामयाब रहे हैं। मैं उनके जवाब का इंतजार कर रही हूं।"
राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने भी मामला तूल पकड़ने के बाद इसका स्वतः संज्ञान लिया था । महिला आयोग ने महिलाओं के चित्रण की आलोचना की और पूर्ण प्रतिबंध सहित संभावित नियामक कार्रवाई की चेतावनी दी थी।