गूगल (Google) ने डीपफेक पोर्नोग्राफी तैयार करने वाली वेबसाइटों और ऐप के प्रोमोशन को प्रतिबंधित करने के लिए अपनी विज्ञापन नीतियों में बड़ा बदलाव किया है। कंपनी की नई नीति 30 मई, 2024 से प्रभावी हो जाएगी। इसका मकसद उन वेबसाइट या ऐप आदि से निपटना है जो एआई-जनरेटेड तस्वीरों का उपयोग कर यौन कन्टेन्ट बनाते हैं।
गूगल की अब नई अनुचित सामग्री नीति के तहत ऐसे यूजर/विज्ञापनदाताओं को बिना किसी चेतावनी के निलंबित कर दिया जाएगा जो डीपफेक पोर्न बनाने वाली साइटों या ऐप को प्रोमोट करते हैं। इसके अलावा इसे बनाने के तरीके के बारे में बताने या विभिन्न डीपफेक पोर्न बनाने वाली वेबसाइट/ऐप आदि की तुलना करने वालों पर भी ऐसी ही कार्रवाई होगी। नियमों का उल्लंघन करने वाले Google पर अपने विज्ञापन प्रकाशित नहीं कर पाएंगे।
डीपफेक पोर्न कन्टेन्ट पर लगाम की तैयारी, गूगल ने क्यों उठाया ये कदम
दरअसल, गूगल की नीति में यह बदलाव यह उन टूल की बढ़ती उपलब्धता को लेकर चिंताओं के बीच आया है जो यूजर्स को तस्वीरों या वीडियो को हेरफेर कर अश्लील सामग्री बनाने की अनुमति देते हैं। इनमें से कुछ कथित तौर पर ऐप्पल ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर पर लिस्टिंग हासिल करने के लिए खुद को एक संपूर्ण ऐप के रूप में दिखाते हैं, जबकि यही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डीपफेक पोर्न बनाने की अपनी क्षमता का भी खुलेआम प्रचार करते हैं।
गूगल की मौजूदा नीतियां पहले से ही कुछ प्रकार की यौन सामग्री वाले विज्ञापनों पर कड़े प्रतिबंध लगाती हैं। हालांकि, ताजा अपडेट के बाद डीपफेक पॉर्न सामग्री तैयार करने का प्रचार करने वाली वेबसाइट या ऐप के लिए इसे प्रोमोट करने का रास्ता पूरी तरह से बंद हो जाएगा। अगर ऐसा होता है तो गूगल इसे कंपनी के नियमों का स्पष्ट उल्लंघन मानेगा और कार्रवाई तेजी से संभव हो सकेगी।
30 मई से गूगल का नया नियम
ताजा बदलाव से पहले गूगल ने पहले ही उन सेवाओं पर प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिया था जो शॉपिंग विज्ञापनों में यौन डीपफेक का इस्तेमाल करते हैं। ताजा प्रतिबंध में डीपफेक पोर्न ट्यूटोरियल और पेज भी शामिल हैं जो डीपफेक पोर्न जनरेटर का विज्ञापन करते हैं।
विज्ञापनदाताओं को 30 मई तक गूगल की किसी भी नीति का उल्लंघन करने वाले विज्ञापन को हटाने की अनुमति दी गई है। अपनी वार्षिक ऐड सेफ्टी रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 में गूगल ने कथित तौर पर यौन सामग्री पर उसकी नीतियों का उल्लंघन करने के लिए 1.8 बिलियन से अधिक विज्ञापनों को हटा दिया था।