गूगल ने हाल में अपने 28 कर्मचारियों को कंपनी से निकाल दिया है। ये कर्मचारी पिछले कुछ समय से कंपनी द्वारा इजराइल के साथ किए गए एक कॉन्ट्रेक्ट का विरोध कर रहे थे और ऑफिस में पर्दशन कर रहे थे।
गूगल ने अपने कर्मचारियों को ऐसे वक्त में नौकरी से निकाला है, जब हाल ही में 9 कर्मचारियों को निलंबित किया गया था। इसके अलावा यूएस में कंपनी के एक कर्मचारी को गिरफ्तार भी किया गया था।
इस पर बोलते हुए गूगल ने एक आंतरिक ज्ञापन जारी किया है और कहा है कि कंपनी में इस तरह का व्यवहार करने वाले कर्मचारियों के लिए कोई जगह नहीं है। हम इस तरह के व्यवहार को कभी-भी बर्दाश्त नहीं कर सकते। अगर कोई ऐसा करेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है यह पूरा मामला
दरअसल, साल 2021 में गूगल और अमेजन ने इजराइल के साथ एक प्रोजेक्ट साइन किया था। इस प्रोजेक्ट का नाम प्रोजेक्ट निंबस रखा गया था जिसमें इजराइल द्वारा 1.2 बिलियन डॉलर (12 हजार करोड़) के निवेश किए गए हैं।
इस डील में क्लाउड कंप्यूटिंग और एआई जैसे सुविधाएं भी शामिल है। ऐसे में इस प्रोजेक्ट के तहत इजराइली रक्षा मंत्रालय बिनी किसी परेशानी के गूगल और अमेजन के टेक को इस्तेमाल कर सकते हैं।
उसी साल इस डील के बाद गूगल के 90 और अमेजन के 300 कर्मचारियों ने द गार्जियन को लिखे अपने पत्र में इसका विरोध किया था और कहा था कि वे इस डील के खिलाफ है। उन्होंने डील पर चिंता जताते हुए कहा था कि इस तकनीक का इस्तेमाल फिलिस्तीनियों की जासूसी करने और गैरकानूनी तरीके से डेटा इकट्ठा करने के लिए किया जा सकता है।
प्रोजेक्ट निंबस के लिए गूगल ने इजराइली सरकार को दिया है डिस्काउंट
रिपोर्ट के अनुसार, इसी डील के तहत 27 मार्च 2024 को एक ड्राफ्ट में इजराइली मंत्रालय द्वारा गूगल से उसके क्लाउड एक्सेस के विस्तार करने के लिए उसकी मदद मांगी गई है। इसके बाद से यह डील काफी चर्चा में आ गई है और विरोध प्रदर्शन होने लगे हैं। टाइम की रिपोर्ट के अनुसार, इस डील के वजह से गूगल ने इजराइली मंत्रालय को उसके कंसल्टिंग पर 15 फीसदी की छूट भी दी है।
प्रोजेक्ट निंबस पर गूगल ने दी सफाई
इस पूरे मामले पर बढ़ रहे विवाद को देखते हुए गूगल ने यह साफ किया है कि प्रोजेक्ट निंबस आखिर किन-किन क्षेत्रों में इजराइली सरकार की सहायता करेगी। इस प्रोजेक्ट को लेकर गूगल ने बताया कि इजराइल के साथ उनका काम ज्यादातर वित्त, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा जैसी गैर-सैन्य चीजों पर ही होगी।
कर्मचारियों को निकालने पर क्या बोली गूगल
गूगल ने एक आंतरिक ज्ञापन जारी कर कहा कि कंपनी में इस तरह का व्यवहार करने वाले कर्मचारियों के लिए कोई जगह नहीं है। हम इस तरह के व्यवहार को कभी-भी बर्दाश्त नहीं कर सकते। अगर कोई ऐसा करेगा, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस पर बोलते हुए गूगल ने एक स्टाफ से कहा, “हमारी कंपनी में ज्यादा कर्मचारी अच्छा काम करते हैं। अब अगर आपको ऐसा लगता है कि हम इस तरह की हरकतों को नजरअंदाज करेंगे, तो हमारा आपको सुझाव है कि आप एक बार फिर से सोचें।”
“कंपनी इसे बेहद गंभीरता से लेती है और हम इस तरह के व्यवहार के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अपनी दीर्घकालिक नीतियों को लागू करना जारी रखेंगे।”
“नो टेक फॉर अपारथाइड” नामक समूह ने कहा, “गूगल कर्मचारियों को हमारे श्रम के नियमों और शर्तों के बारे में शांतिपूर्ण विरोध करने का अधिकार है। नौकरी से निकालना बदले की कार्रवाई है।”
कंपनी ने बताया कि इसने जांच के बाद ऐसी शरारतपूर्ण गतिविधियों में संलिप्त 28 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने का फैसला किया है। अगर जरूरत पड़ी तो कंपनी और भी कर्मचारियों को नौकरी से निकालेगी।
एजेंसी इनपुट के साथ