चीन ने मानवयुक्त चंद्र मिशन की दिशा में बढ़ाया कदम, मंगचो अंतरिक्ष यान का 'जीरो-एल्टीट्यूड एस्केप टेस्ट' सफल

इस तरह का परीक्षण चीन ने पहली बार 27 साल पहले, 1998 में शनचो (Shenzhou) यान के साथ किया था। अब मंगचो के साथ यह नया परीक्षण उस तकनीकी प्रगति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, जिसे चीन ने दशकों में विकसित किया है।

चीन की नई पीढ़ी के मानवयुक्त अंतरिक्ष यान,  मानवयुक्त अंतरिक्ष यान मंगचो

Photograph: (IANS)

बीजिंगः चीन ने सोमवार को अपने अगली पीढ़ी के मानवयुक्त अंतरिक्ष यान ‘मंगचो’ (Mengzhou) का शून्य-ऊंचाई से बचाव उड़ान परीक्षण (zero-altitude escape flight test) सफलतापूर्वक पूरा कर लिया, जो उसके मानवयुक्त चंद्र अभियान (manned lunar exploration program) की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

इस तरह का परीक्षण चीन ने पहली बार 27 साल पहले, 1998 में शनचो (Shenzhou) यान के साथ किया था। अब मंगचो के साथ यह नया परीक्षण उस तकनीकी प्रगति और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है, जिसे चीन ने दशकों में विकसित किया है।

कैसे हुआ परीक्षण

यह परीक्षण पश्चिमोत्तर चीन के कानसू प्रांत स्थित च्युछ्वान उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र (Jiuquan Satellite Launch Center) में दोपहर 12:30 बजे आयोजित किया गया। इस दौरान:

मंगचो यान के एस्केप इंजन को सफलतापूर्वक प्रज्वलित किया गया।

जहाज और एस्केप टॉवर असेंबली ने ठोस ईंधन से संचालित होकर उड़ान भरी।

20 सेकंड के भीतर, प्रणाली पूर्वनिर्धारित ऊंचाई पर पहुंची और वापसी कैप्सूल (re-entry capsule) तथा एस्केप टॉवर को सुरक्षित रूप से अलग कर दिया गया।

पैराशूट को तैनात किया गया और 12:32 बजे कैप्सूल एयरबैग कुशनिंग के सहारे सुरक्षित लैंडिंग में सफल रहा।

चीन मीडिया ग्रुप के अनुसार, यह परीक्षण न केवल तकनीकी रूप से बल्कि मानव जीवन सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण था।

अंतरिक्ष मिशनों में आपातकालीन पलायन प्रणाली (emergency escape mechanism) एक जरूरी सुरक्षा प्रणाली होती है। किसी तकनीकी विफलता या लॉन्च विघ्न की स्थिति में यह प्रणाली अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकालने की क्षमता रखती है। यह परीक्षण इस बात का सबूत है कि मंगचो यान में ऐसी प्रणाली सफलतापूर्वक काम कर रही है।

मंगचो यान की खासियत

यह चीन द्वारा स्वतंत्र रूप से विकसित मानवयुक्त अंतरिक्ष यान है।

मॉड्यूलर डिजाइन पर आधारित है और एक बार में 7 अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने की क्षमता रखता है।

इसे पृथ्वी से वापसी योग्य (earth-returnable) राउंड-ट्रिप यान के रूप में विकसित किया गया है।

तकनीकी प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय उन्नत मानकों के अनुरूप बताया गया है।

प्रेस वार्ता में शामिल हुए वरिष्ठ ताइकुनॉट फेई जूनलोंग जो शेनचो-6 और शेनचो-15 मिशनों का हिस्सा रह चुके हैं, ने कहा कि चीन के स्पेस प्रोग्राम की प्रगति इस बात की मिसाल है कि कैसे एक देश अपनी किस्मत अपने हाथों में ले सकता है।

उन्होंने कहा कि हर बार जब मैं अंतरिक्ष से पृथ्वी को देखता हूं, तो एक गहरी श्रद्धा से भर जाता हूं। हमें याद रखना चाहिए कि यह नीला ग्रह हम सभी का साझा घर है। स्पेस की खोज एक वैश्विक मानव मिशन है।” फेई जूनलोंग ने यह भी कहा कि चीन का स्पेस स्टेशन चीन का है, लेकिन यह दुनिया के लिए भी है। हम दुनिया भर के वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत करते हैं कि वे चीन के स्पेस स्टेशन पर आएं।”

यह भी पढ़ें
Here are a few more articles:
Read the Next Article