नई दिल्ली: सैटेलाइट कनेक्टिविटी के क्षेत्र में चीन ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। दरअसल, चीनी वैज्ञानिकों ने दुनिया का पहला सैटेलाइट विकसित किया है जो जमीनी बुनियादी ढांचे की आवश्यकता के बिना सीधे स्मार्टफोन कॉल करने में सक्षम है।
यानी अब बिना किसी जमीनी फोन टावर के आप अपने फोन से कॉल कर सकते हैं। इस तरह की कनेक्टिविटी लोगों के लिए उस समय ज्यादा लाभदायक होती है, जब लोग किसी प्राकृतिक आपदा में फंस जाते हैं और संचार के सारे माध्यम बंद हो जाते हैं।
‘तियानटोंग’ रखा गया है इसका नाम
इस सैटेलाइट कनेक्टिविटी को’तियानटोंग’ नाम दिया गया है जिसका अर्थ “स्वर्ग से जुड़ना” है। यह पहल टॉवर ऑफ बैबेल की बाइबिल की कहानी से प्रेरित है। चीनी वैज्ञानिकों के अनुसार, किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान ऐसा देखा गया है कि जमीन पर लगे फोन टॉवर्स प्रभावित होते हैं और इस कारण लोगों का संपर्क एक दूसरे से टूट जाता है।
ऐसे में इस कनेक्टिविटी की मदद से प्राकृतिक आपदा के दौरान फोन कॉल के जरिए कनेक्टिविटी कायम की जा सकती है। इसमें कोई बाधा नहीं आ सकती है।
चीन ने पहला सैटेलाइट 2016 में लॉन्च किया था
इस प्रोजेक्ट पर काफी लंबे समय से चीन काम कर रहा है। चीन ने तियानटोंग-1 सीरीज का पहला सैटेलाइट 6 अगस्त, 2016 को लॉन्च किया था। इसके बाद 2020 और फिर 2021 में दूसरा और तीसरा सैटेलाइट लॉन्च किया था।
बता दें कि चीन द्वारा लॉन्च किए गए ये तीन सैटेलाइट्स 36 हजार किलोमीटर की ऊंचाई पर एक भू-समकालीन कक्षा में नेटवर्क बनाते हैं। ऐसे में इन सैटेलाइस्ट का नेटवर्क इतना तगड़ा होता है कि यह नेटवर्क मध्य पूर्व से प्रशांत महासागर तक संपूर्ण एशिया प्रशांत क्षेत्र को कवर करता है।
पिछले साल चीन की मिली थी सफलता
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है कि चीन को पिछले साल सितंबर में यह सफलता मिली थी जब चीनी कंपनी हुआवे टेक्नोलॉजीज ने एक ऐसे स्मार्टफोन को बनाया था जिसमें सैटेलाइट कॉल सपोर्ट की सुविधा थी।
आपको बता दें कि 18 दिसंबर 2023 को चीन के गांसु प्रांत में 6.2 तीव्रता का भूकंप आया था जिससे लोगो का संपर्क टूट गया था। जिन लोगों के पास इस तरह के फोन थे जिसमें सैटेलाइट कॉल सपोर्ट की सुविधा थी वे लोग बाहरी दुनिया से संपर्क कर पाए थे और अपना हाल बता पाए थे।
ऐसे में चीन में सैटेलाइट कॉल सपोर्ट वाली फोन के ट्रेंड बढ़ने से देश में मौजूद अन्य फोन निर्माता कंपनियां जैसे शाओमी, ऑनर और ओप्पो ने भी इस ट्रेंड को फॉलो किया है और वे भी इस तरह के फोन बनाने लगे हैं।