केंद्र ने लांच किया स्टैटिस्टिक्स हैकथॉन, युवाओं को सशक्त बनाना है लक्ष्य

केंद्र सरकार ने युवाओं को सशक्त करने के लिए स्टैटिस्टिक्स हैकथॉन लांच किया है। यह हैकथॉन 25 फरवरी से 31 मार्च तक चलेगा। इसके लिए टॉप-30 एंट्री को पुरस्कार राशि भी दी जाएगी।

Hackathon

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नई दिल्ली: सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (एमओएसपीआई) माईगव के सहयोग से "इनोवेट विद गोआईस्टेट्स" टाइटल से एक रोमांचक डेटा-विजुअलाइजेशन हैकथॉन लॉन्च कर रहा है, जो "विकसित भारत के लिए डेटा-ड्रिवन इनसाइट" थीम पर केंद्रित है।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, हैकथॉन का उद्देश्य भारत के युवा और तेज दिमाग वाले छात्रों और शोधकर्ताओं को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा तैयार किए गए विशाल आधिकारिक आंकड़ों का इस्तेमाल कर इनोवेटिव डेटा-ड्रिवन इनसाइट बनाने के लिए प्रेरित करना है।

यह हैकथॉन माईगव प्लेटफॉर्म पर 25 फरवरी से 31 मार्च तक चलेगा। स्नातक या स्नातकोत्तर अध्ययन करने वाले या शोध करने वाले छात्र इसमें भाग ले सकते हैं।

टॉप-30 को मिलेंगे पुरस्कार 

एमओएसपीआई के एक बयान में कहा गया है कि उद्योग और शिक्षा जगत के विशेषज्ञ मूल्यांकनकर्ताओं के एक पैनल द्वारा चुनी गई टॉप 30 एंट्री को पुरस्कार राशि मिलेगी, जिसमें 2 लाख रुपये का एक प्रथम पुरस्कार, उसके बाद 1 लाख रुपये के दो द्वितीय पुरस्कार, 50,000 रुपये के दो तृतीय पुरस्कार और 20,000 रुपये के 25 सांत्वना पुरस्कार होंगे।

बयान में कहा गया है कि हैकथॉन प्रतिभागियों को मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध रिपोर्टों, माइक्रोडेटा और दूसरे डेटासेट जैसे कि आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस), घरेलू उपभोक्ता व्यय सर्वेक्षण (एचसीईएस), उद्योगों का वार्षिक सर्वेक्षण (एएसआई), उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई), सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) जैसे आधिकारिक आंकड़ों का विश्लेषण करने के लिए आमंत्रित करेगा।

प्रतिभागी डेटा-ड्रिवन पॉलिसी इनसाइट के लिए एक मजबूत आधार तैयार करते हुए आधिकारिक आंकड़ों के साथ हैंड्स-ऑन एक्सपीरियंस पा सकते हैं।

रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट पर करें विजिट

अधिक जानकारी और रजिस्ट्रेशन के लिए https://innovateindia.mygov.in/goistats लिंक पर विजिट किया जा सकता है।

सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय प्रशासनिक स्रोतों, केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा किए गए सर्वेक्षणों और जनगणनाओं और गैर-आधिकारिक स्रोतों और अध्ययनों के आधार पर आंकड़े जारी करता है।

'भारत' अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) विशेष डेटा प्रसार मानकों (एसडीडीएस) का सब्सक्राइबर है और वर्तमान में इन मानकों को पूरा कर रहा है।

मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों की गुणवत्ता पर जोर देते हुए राष्ट्रीय खातों के संकलन से जुड़े मेथोडोलोजिकल मुद्दों की देखरेख राष्ट्रीय खातों पर सलाहकार समिति, औद्योगिक सांख्यिकी पर स्थायी समिति और मूल्य सूचकांकों पर तकनीकी सलाहकार समिति द्वारा की जाती है।

(यह खबर समाचार एजेंसी आईएएनएस फीड द्वारा प्रकाशित है। शीर्षक बोले भारत डेस्क द्वारा दिया गया है)

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