नई दिल्ली: भारती एयरटेल ने सोमवार को अपने एआई-बेस्ड स्पैम डिटेक्शन टूल को लेकर दो बड़े अपग्रेड करने का ऐलान किया है। इसमें यूजर्स को स्पैम कॉल्स और मैसेज से सेफ रखने में काम आएंगे। साथ ही टेलीकॉम कंपनी अब अपने यूजर्स को इंटरनेशनल स्पैम कॉल और एसएमएस मैसेज को लेकर अलर्ट जारी करेगी। इसके अलावा, यूजर्स को स्पैम अलर्ट उनकी पसंदीदा भारतीय भाषाओं में ही भेजे जाएंगे, ताकि देश भर में अलग-अलग राज्यों और क्षेत्रों के लोग कंपनी की ओर से भेजी गई इस तरह की वॉर्निंग को लेकर बिना किसी देरी के तुरंत सचेत हो सकें।
जानें क्या है Airtel का नया फीचर्स
यह नया फीचर हिंदी, मराठी, बंगाली, गुजराती, तमिल, कन्नड़, मलयालम, तेलुगु, पंजाबी और उर्दू सहित दस भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा। एयरटेल ने कहा कि भविष्य में कुछ और भाषाओं को भी जोड़ा जाएगा। वर्तमान में, क्षेत्रीय भाषाओं में अलर्ट केवल एंड्रॉइड यूजर्स के लिए उपलब्ध है। एयरटेल की ओर से यह कदम स्पैम को लेकर बढ़ती चिंता की वजह से उठाया गया है।
कंपनी के स्पैम डिटेक्शन टूल की मदद से घरेलू स्तर पर स्पैम को कम करने में मदद मिली है, लेकिन स्पैमर्स अब यूजर्स को निशाना बनाने के लिए विदेशी नेटवर्क का इस्तेमाल भी करने लगे हैं, जिसकी वजह से इंटरनेशनल स्पैम कॉल को लेकर बीते 6 महीनों में 12 प्रतिशत का उछाल दर्ज किया गया है। यह लेटेस्ट अपग्रेड इन नए ट्रेंड को रोकने में मददगार होगा।
अब तक 27.5 बिलियन से अधिक स्पैम कॉल्स की पहचान
बीते साल सितंबर में लॉन्च किए गए एयरटेल एआई पावर्ड टूल ने अब तक 27.5 बिलियन से अधिक स्पैम कॉल्स की पहचान कर बड़ी सफलता हासिल की है, जिसका मतलब है कि यह टूल हर सेकेंड में करीब 1,560 स्पैम कॉल्स की पहचान कर रहा है। टूल के लॉन्च के बाद से ही एयरटेल ग्राहकों ने स्पैम कॉल में 16 प्रतिशत गिरावट का अनुभव किया है। भारती एयरटेल के मार्केटिंग निदेशक और कनेक्टेड होम्स के सीईओ सिद्धार्थ शर्मा ने कहा कि इन बदलावों को लाने में ग्राहकों की प्रतिक्रिया ने बड़ी भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा, "अब स्पैम टैरिफ इंटरनेशनल सोर्स से आ रहा है, इसलिए हमने तय किया कि हम अपने एआई टूल को विदेशों से आने वाली कॉल और मैसेज पर निगरानी रखने के लिए विस्तारित करें। हम यूजर्स की सहूलियत के लिए इन अलर्ट्स को उन्हीं की क्षेत्रीय भाषा में भेजेंगे।" ये फीचर्स सभी एयरटेल ग्राहकों के लिए ऑटोमैटिकली रोलआउट किए जा रहे हैं और इसके लिए किसी तरह का शुल्क भी नहीं लिया जाएगा। यूजर्स को इस फीचर को एक्टिवेट करने के लिए कुछ करने की जरूरत नहीं होगी।
(आईएएनएस इनपुट के साथ)