नई दिल्लीः इसरो ने सोमवार को जानकारी साझा करते हुए कहा कि मौसम की स्थिति के कारण भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर ले जाने वाले एक्सिओम-4 (Axiom-4) मिशन का प्रक्षेपण 11 जून तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट मंगलवार शाम को फ्लोरिडा के कैनेडी स्पेस सेंटर (केएससी) से प्रक्षेपित होने वाला था।
इसकी जानकारी इसरो (ISRO) अध्यक्ष डॉ. वी. नारायणन ने एक्स पर साझा की। वी नारायणन ने कहा, "मौसम की स्थिति के कारण भारतीय गगनयात्री को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन भेजने के लिए एक्सिओम-4 मिशन का प्रक्षेपण 10 जून 2025 से 11 जून 2025 तक स्थगित कर दिया गया है। प्रक्षेपण का लक्षित समय 11 जून 2025 को शाम 5:30 बजे (आईएसटी) है।"
Launch of Axiom-4 mission to International Space Station:
— ISRO (@isro) June 9, 2025
Due to weather conditions, the launch of Axiom-4 mission for sending Indian Gaganyatri to International Space Station is postponed from 10th June 2025 to 11th June 2025.
The targeted time of launch is 5:30 PM IST on 11th…
इस घोषणा की पुष्टि करते हुए केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने भी एक्स पर जानकारी साझा की। उन्होंने लिखा, “Axiom-4 मिशन को लेकर अपडेट: खराब मौसम के कारण इसकी लॉन्चिंग 10 जून से बढ़ाकर अब 11 जून 2025 की गई है। आगे की कोई जानकारी मिलने पर साझा की जाएगी।”
एक्स-4 मिशन भारत की अंतरिक्ष यात्रा में एक बड़ी उपलब्धि है क्योंकि शुभांशु शुक्ला चार दशकों में अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बनेंगे, जो राकेश शर्मा के नक्शेकदम पर चलने वाले हैं, जिन्होंने 1984 में सोवियत अंतरिक्ष यान में उड़ान भरी थी।
60 वैज्ञानिक प्रयोग, 31 देशों की भागीदारी
Axiom Space के अनुसार, Ax-4 मिशन में कुल 60 वैज्ञानिक अध्ययन और गतिविधियाँ शामिल होंगी, जिनमें अमेरिका, भारत, पोलैंड, हंगरी, सऊदी अरब, ब्राज़ील, नाइजीरिया, संयुक्त अरब अमीरात और कई यूरोपीय देशों की भागीदारी होगी। यह अब तक का सबसे बड़ा विज्ञान-आधारित मिशन होगा, जो Axiom की किसी भी अंतरिक्ष उड़ान में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सूक्ष्म गुरुत्वाकर्षण अनुसंधान की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
यह जीवन से भी बड़ा अनुभव हैः शुभांशु शुक्ला
मिशन के बारे में बोलते हुए ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, “इस मिशन के लिए जो टीम मेरे साथ जा रही है, वह अद्भुत है। ये मेरे सिर्फ सहयोगी नहीं, जीवन भर के मित्र बन गए हैं। यह अनुभव मेरे लिए किसी सपने जैसा है। मैं चाहता हूं कि मेरी यह यात्रा भारत के युवाओं को प्रेरित करे। अगर मेरी कहानी किसी एक बच्चे की सोच बदल सके, तो यह मेरी सबसे बड़ी सफलता होगी। मैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला हूं, और Axiom-4 मिशन का पायलट हूं।”
यह मिशन भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि वह एक्सिओम स्पेस के नेतृत्व में एक निजी मिशन के माध्यम से भारतीय मूल की अपनी पहली महिला अंतरिक्ष यात्री को अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी कर रहा है।
इससे पहले इस मिशन को 29 मई के लिए शेड्यूल किया गया था। लेकिन, कुछ तकनीकी खामियों के चलते इसे स्थगित कर दिया गया। फिर इसके लॉन्चिंग के लिए 10 जून की तारीख तय की गई थी। केंद्र सरकार ने एक्स-4 मिशन में भारत की भागीदारी के लिए 550 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।