बेंगलुरु: दिवाली से ठीक पहले बेंगलुरु के एक इंजीनियर के साथ ‘दिवाली गिफ्ट कार्ड’ के नाम पर स्कैम हो गया है। मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस स्कैम में शख्स के साथ 4.35 लाख का फ्रॉड हुआ है जिसकी रिपोर्ट उसने स्थानीय साइबर अपराध शाखा में दर्ज कराई है।
शख्स ने बताया कि उसके व्हाट्सऐप पर एक मैसेज आया था जिसमें स्कैमर ने यह दावा किया था कि वह उसका बॉस है और वह अभी भारत में नहीं है। स्कैमर ने उसे दिवाली गिफ्ट के नाम पर एपल स्टोर से कुछ गिफ्ट वाउचर खरीदने को कहा था।
शख्स कंपनी में नया था और बॉस के सामने अच्छा इम्प्रेशन दिखाने के लिए उसने एपल स्टोर से पेटीएम के जरिए 4.35 लाख का गिफ्ट वाउचर खरीद लिया था। उसने जब गिफ्ट वाउचर को कंपनी के एचआर टीम के बीच बांटा तो उस पता चला कि उसके बॉस ने उसे ऐसा कोई आर्डर दिया ही नहीं था और उसके साथ स्कैम हो गया है।
बेंगलुरु के शख्स के साथ ‘दिवाली गिफ्ट कार्ड’ के नाम पर फ्रॉड किया गया है। ऐसे में क्या है यह फ्रॉड और कैसे करता है ‘दिवाली गिफ्ट कार्ड’ स्कैम, आइए जान लेते हैं।
‘दिवाली गिफ्ट कार्ड’ स्कैम क्या है
‘दिवाली गिफ्ट कार्ड’ स्कैम एक स्कैम है जिसमें स्कैमर लोगों से दिवाली के नाम पर किसी कंपनी के गिफ्ट कार्ड खरीदवाते हैं और फिर कार्ड की जानकारी साझा करते हैं ही वे उस कार्ड को भजा लेते हैं।
‘गिफ्ट कार्ड’ एक किस्म का ऑनलाइन शॉपिंग कार्ड होता है जिसे कुछ पैसे देकर खरीदा जाता है और फिर उस कार्ड को किसी को गिफ्ट किया जाता है जिसे गिफ्ट पाने शख्स अपनी जरूरत के हिसाब से उसे खर्च करता है।
‘दिवाली गिफ्ट कार्ड’ स्कैम में स्कैमर लोगों से कार्ड खरीदवा कर उसका नंबर और पिन ले लेता है और उससे कुछ खरीदारी कर लेता है या फिर पैसे निकाल लेता है।
बता दें कि स्कैम करने का यह बहुत ही आसान तरीका है जिसमें गिफ्ट कार्ड किसे दिया गया है और इससे किसने खरीदारी की है, यह पता लगाना काफी मुश्किल हो जाता है। स्कैमर इसी खामियों का फायदा उठाकर लोगों के साथ इस तरह के स्कैम करते हैं।
‘गिफ्ट कार्ड’ स्कैम से कैसे बचा जाए
‘गिफ्ट कार्ड’ स्कैम या फिर किसी भी स्कैम से बचने के लिए कुछ जरूरी बातों को ध्यान रखने की जरूरत है। लोगों को यह सलाह दी जाती है कि वह किसी भी ‘गिफ्ट कार्ड’ को खरीदने से पहले इसकी सही से जांच कर लें कि इस कार्ड को किसे गिफ्ट किया जाएगा।
किसी भी अंजान के लिए गिफ्ट कार्ड खरीदने या फिर अपरिचित नंबर से अगर आपको किसी कार्ड की खरीदारी की बात कही जाए तो इस केस में आप सही से जांच कर लें।
यही नहीं ‘गिफ्ट कार्ड’ स्कैम में स्कैमर लोगों से जल्दी कार्ड खरीदवाते हैं और हर बात में वे जल्दी-जल्दी करते हैं। अगर आपके साथ भी कोई अंजान या फिर आपके परिचित के नाम पर कोई स्कैमर जल्दीबाजी में कार्ड खरीदने की बात करे तो यह समझ जाएं कि वह एक स्कैम हैं।
अगर आपके जान पहचान वाले के नाम पर कोई आपको संपर्क करे तो आप पहले कॉल पर अपने परिचित से कंफर्म करें और फिर कोई लेनदेन करें।
यहां करें स्कैम की शिकायत
अगर आपको किसी अंजान से स्पैम कॉल आता हैं या फिर आप किसी स्कैम का शिकार हो गए हैं तो इस केस में आप अपने बैंक को तुरंत संपर्क करें और इसकी उन्हें जानकारी दें। यही नहीं आप अपने साथ हुए स्कैम की शिकायत अपनी नजदीकी पुलिस स्टेशन या फिर साइबर क्राइम थाना में भी कर सकते हैं।
आप अपनी शिकायत को ऑनलाइन राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी दर्ज करा सकते हैं। इस पोर्टल को इस तरह के स्कैम को रिपोर्ट करने के लिए बनाई गई है। आप इस पोर्टल के नंबर 1930 पर भी कॉल कर अपनी शिकायत को दर्ज करा सकते हैं।
इसके आलावा साइबर स्कैम की शिकायतों के लिए आप चक्षु पोर्टल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप इसके वेबसाइट https://sancharsaathi.gov.in/sfc/Home/sfc-complaint.jsp पर भी जा सकते हैं।