नई दिल्लीः दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता सत्येंद्र जैन को दो साल के बाद आखिरकार राउज एवेन्यू कोर्ट से मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिल गई। कोर्ट ने 50 हजार रुपये के मुचलके पर उन्हें सशर्त जमानत दी, जिसके तहत सत्येंद्र जैन को गवाहों से संपर्क करने या मामले पर किसी भी तरह का प्रभाव डालने से मना किया गया है। इसके साथ ही उन्हें अदालत की पूर्व अनुमति के बिना देश से बाहर यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी।
कोर्ट का फैसला और मानवीय पहलू
जमानत देते वक्त कोर्ट ने सत्येंद्र जैन की 18 महीने की लंबी हिरासत का हवाला देते हुए कहा कि मुकदमे की शुरुआत तो हुई ही नहीं है, इसका अंतिम फैसला आना अभी बहुत दूर की बात है। कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के मनीष सिसोदिया मामले में दिए गए फैसले का भी जिक्र किया, जिसमें शीघ्र सुनवाई का अधिकार एक मौलिक अधिकार माना गया था। सत्येंद्र जैन को मई 2022 में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था।
कोर्ट ने अपने फैसले में व्यक्तिगत स्वतंत्रता के महत्व पर जोर दिया, विशेषकर उन मामलों में जहां सख्त कानून, जैसे प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA), लागू होते हैं। जैन के वकील ने कोर्ट में तर्क दिया कि उनके मुवक्किल की लंबी हिरासत के बावजूद ट्रायल शुरू नहीं हो पाया है, इसलिए अब उन्हें हिरासत में रखने का कोई औचित्य नहीं है।
#WATCH मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ज़मानत मिलने के बाद दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येन्द्र जैन ने कहा, “सत्यमेव जयते” pic.twitter.com/ZAsixv12YC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2024
जैन और ईडी के वकील में जोरदार बहस
सत्येंद्र जैन की जमानत पर सुनवाई के दौरान, उनके वकील विवेक जैन और हरिहरन ने सुप्रीम कोर्ट के विजय मदनलाल चौधरी मामले का हवाला दिया। उन्होंने कहा, “एक निर्धारित अपराध का ट्रायल पहले पूरा होना चाहिए, इससे पहले कि प्रवर्तन केस इन्फॉर्मेशन रिपोर्ट (ECIR) की जांच हो। मनीष सिसोदिया मामले के बाद 17 फैसले आ चुके हैं। आरोपी ने 18 महीने हिरासत में बिताए हैं और ईडी अभी भी जांच कर रही है। हमें यह नहीं पता कि कितने और गवाह जोड़े जाएंगे।”
इस पर ईडी के विशेष वकील जोहेब हुसैन ने जोरदार आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा, “अपराध की आय के रूप में 4.81 करोड़ रुपये की बात है। देरी के बारे में भी दलील दी गई, लेकिन दो सह-आरोपी मुख्य आरोपी की केवल सहायता कर रहे थे।”
हुसैन ने आगे कहा, “ट्रायल में देरी खुद आरोपियों द्वारा की गई है। 16 बार तारीख बढ़ाई गई। अगर आरोपी सहयोग कर रहे होते, तो हम ट्रायल के एक उन्नत चरण पर होते।” उन्होंने मनीष सिसोदिया के मामले का उदाहरण देते हुए कहा कि उस मामले में देरी का कारण मुख्य रूप से ट्रायल में लंबी अवधि और हिरासत का समय था, न कि सिसोदिया द्वारा देरी। उन्होंने कहा, “यह फर्क है। कोई आरोपी बार-बार तारीख बढ़ाने के बाद ट्रायल में देरी की शिकायत नहीं कर सकता।”
हुसैन के दलील पर हरिहरन ने पलटवार करते हुए कहा कि ईडी खुद यह नहीं जानती कि अपराध की आय कितनी है। दोनों एजेंसियां अलग-अलग राशि बता रही हैं।” उन्होंने आर्टिकल 21 का जिक्र करते हुए कहा, “क्या आर्टिकल 21 सत्येंद्र जैन और सिसोदिया के लिए अलग है? क्या केवल हाईकोर्ट ही आर्टिकल 21 पर विचार करेंगे?”
राउज एवेन्यू कोर्ट द्वारा सत्येंद्र जैन को जमानत मिलने के बाद उनके वकील विवेक जैन ने कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “कोर्ट ने सत्येंद्र जैन को जमानत दे दी है। उन्होंने लंबे समय तक जेल में रहकर काफी कष्ट सहा है। संभवतः वे आज ही जेल से बाहर आ जाएंगे।”
आज सत्य की जीत हुई हैः केजरीवाल
सत्येंद्र जैन को जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी में उत्साह की लहर देखी जा रही है। आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने इसे न्याय की जीत बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जैन को गरीबों के लिए मुफ्त इलाज और मोहल्ला क्लीनिक बनाने की सजा दी गई। केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा, “सत्येंद्र जैन का दोष यही था कि उन्होंने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक बनाए और लोगों का मुफ्त इलाज किया। मोदी जी ने उन्हें जेल में डाला, लेकिन आज सत्य की जीत हुई है।”
आप नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह ने भी जैन को जमानत मिलने पर खुशी जाहिर की और इसे भाजपा की साजिश के खिलाफ एक बड़ी जीत करार दिया। संजय सिंह ने कहा, “873 दिन जेल में रहने के बावजूद सत्येंद्र जैन का जज्बा अटूट रहा है। उनकी मेहनत और योगदान को दिल्ली कभी नहीं भूल सकती।”
दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए, सत्येंद्र जैन की रिहाई आप के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उनकी वापसी से पार्टी को चुनावी प्रचार में नई गति मिलेगी। जैन के नेतृत्व में दिल्ली के स्वास्थ्य क्षेत्र में कई सुधार किए गए थे, जिसमें मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी अस्पतालों में सुधार प्रमुख थे। इन योजनाओं के कारण जैन की लोकप्रियता आम जनता में काफी बढ़ी है।
ईडी ने जमानत का विरोध करते हुए कोर्ट में क्या कहा?
जमानत का विरोध करते हुए ईडी ने कोर्ट में कहा कि जैन पर लगे आरोप गंभीर हैं, लेकिन कोर्ट ने कहा कि जैन पहले ही पर्याप्त समय जेल में बिता चुके हैं। और ट्रायल निकट भविष्य में शुरू होने की संभावना नहीं है। कोर्ट ने सिसोदिया मामले के फैसले पर जोर देते हुए कहा कि लंबे समय तक बिना सुनवाई के हिरासत में रहना सही नहीं है और जैन को जमानत मिलनी चाहिए। कोर्ट से बाहर आते हुए सत्येंद्र जैन ने कहा, “सत्यमेव जयते।”
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए ईडी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “ईडी जैसी संस्थाएं लोगों को बिना ठोस सबूतों के जेल में डालकर सड़ा देती हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिना आरोप सिद्ध हुए लोग सालों तक जेल में रहते हैं। अगर आप भाजपा में शामिल हो जाते हैं, तो आपके खिलाफ क्लीन चिट आ जाएगी, लेकिन अगर आप सवाल पूछेंगे, तो आपके घर ईडी आएगी। न्यायपालिका को इस दिशा में सशक्त कदम उठाने की जरूरत है।”
कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक दत्त ने जमानत पर टिप्पणी करते हुए कहा, “जमानत मिलने का अर्थ यह नहीं है कि सत्येंद्र जैन को दोषमुक्त कर दिया गया है। अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया खुद को स्वतंत्रता सेनानी की तरह पेश कर रहे थे, लेकिन अगर दिल्ली में सबसे बड़े भ्रष्टाचारियों की सूची बनाई जाए, तो उसमें अरविंद केजरीवाल और उनकी पूरी टीम का नाम सबसे ऊपर होगा।”
सत्येंद्र जैन की बेटी श्रेया जैन ने भी इस पर खुशी जताते हुए कहा, “हमें पहले से ही विश्वास था कि ऐसा होगा, यह केवल समय की बात थी। अदालत ने हमें न्याय दिया है और ऐसा लगता है कि इस बार दिवाली हमारे लिए जल्दी आ गई। हम उनका बड़े उत्साह के साथ स्वागत करेंगे।”