हरियाणा पुलिस ने पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मोहम्मद मुस्तफा और उनकी पत्नी तथा राज्य की पूर्व मंत्री रजिया सुल्ताना सहित चार लोगों के खिलाफ उनके बेटे की मौत के संबंध में मामला दर्ज किया है।
मुस्तफा और सुल्ताना के 35 वर्षीय बेटे अकील अख्तर की मृत्यु गुरुवार (16 अक्टूबर) को हरियाणा के पंचकूला में उनके आवास पर हुई थी। पुलिस के अनुसार, परिवार ने प्रारंभ में दावा किया कि मौत ड्रग ओवरडोज के कारण हुई। लेकिन पड़ोसी शमशुद्दीन की शिकायत और अकील के वीडियो में उठाए गए आरोपों ने हत्या की संभावना पर गंभीर संदेह पैदा किया।
अकील ने अपनी मौत से कुछ दिन पहले एक वीडियो में पिता पर अपनी पत्नी के साथ अवैध संबंध रखने और उसे मारने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। वीडियो में अकील को कहते सुना गया था कि उनकी मां और बहन या तो उनकी हत्या की साजिश कर रही हैं या उन्हें किसी झूठे मामले में फंसाने की योजना बना रही हैं।
अकील ने यह भी बताया कि उन्हें गलत तरीके से हिरासत में लिया गया, पुनर्वास केंद्र भेजा गया और उनके व्यवसाय की आमदनी पर रोक लगा दी गई। उन्होंने मानसिक और शारीरिक उत्पीड़न के साथ-साथ झूठे मामलों की धमकियां दिए जाने की बात भी कही। अकील ने अपनी शादी के बाद से झेली जा रही परेशानियों का जिक्र करते हुए कहा कि 2018 में उन्हें अपने पिता और पत्नी के बीच संबंधों का पता चला था, जिसके बाद से परिवार के भीतर तनाव लगातार बढ़ता गया।
FIR में हत्या और आपराधिक साजिश का आरोप
अकील का 16 मिनट का पूर्व-रिकॉर्डेड वीडियो उनके पड़ोसी शमशुद्दीन चौधरी द्वारा पुलिस को सौंपा गया है। अकील के वीडियो और शमशुद्दीन के बयानों के आधार पर पंचकुला पुलिस सेक्शन 103(1) और 61 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया है। एफआईआर में अकिल अख्तर की मौत को संदिग्ध परिस्थितियों में बताया गया है और अकील की पत्नी के ससुर मुस्तफा से अवैध संबंध होने की बात का भी जिक्र किया गया है।
शिकायतकर्ता ने तत्काल जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया है कि मृतक और उसके परिवार के बीच काफी तनाव था। शमशुद्दीन द्वारा दर्ज शिकायत में कहा गया है कि मृतक द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में उसने पारिवारिक मामलों से संबंधित गंभीर आरोप लगाए थे और स्पष्ट रूप से अपने जीवन को खतरे में बताया था।
मामले को लेकर जानकारी देते हुए पंचकुला की डीसीपी सृष्टि गुप्ता ने कहा, “16 अक्टूबर को सेक्टर 4, एमडीसी, पंचकुला निवासी अकिल अख्तर अपने आवास पर मृत पाए गए। परिवार ने पुलिस को सूचित किया और उनका बयान दर्ज किया गया। शुरुआती जांच में कोई बाहरी कारण नहीं पाया गया और पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को अंतिम संस्कार के लिए सौंप दिया गया।”
डीसीपी गुप्ता ने आगे कहा, बाद में कुछ सोशल मीडिया पोस्ट और वीडियो सामने आए जो अकील द्वारा उसकी मौत से पहले साझा किए गए थे। इन वीडियो में परिवार द्वारा उसकी हत्या की साजिश रचने और अवैध संबंध की बात कही थी।
उन्होंने बताया, “17 अक्टूबर को पंजाब के मालेरकोटला निवासी शमशुद्दीन की तरफ से शिकायत मिली कि इस घटना में साजिश की संभावना है। शिकायत और सोशल मीडिया सामग्री के आधार पर 20 अक्टूबर को पंचकुला पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई।”
विशेष जांच दल (SIT) का गठन
डीसीपी गुप्ता ने कहा कि एसआईटी का गठन एसीपी रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में किया गया है। एसआईटी मामले की गहन और वैज्ञानिक जांच करेगी। पुलिस ने आश्वासन दिया कि जांच पूरी निष्पक्षता और खुले दिमाग के साथ की जाएगी, ताकि कोई दोषी बचे नहीं और कोई निर्दोष नुकसान न उठाए। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच प्राथमिक स्तर से लेकर हर पहलू तक पूरी पारदर्शिता के साथ की जाएगी।
वहीं, शमशुद्दीन ने अधिकारियों से अनुरोध किया कि अकील के सोशल मीडिया पोस्ट, डिजिटल सबूत, कॉल रिकॉर्ड, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और परिवार या किसी अन्य सहयोगी की संलिप्तता की जांच की जाए ताकि न्याय सुनिश्चित किया जा सके।