Philippines Earthquake: फिलिपींस में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। यहां के मिंडानाओ द्वीप में शुक्रवार को रिक्टर पैमाने पर 7.6 तीव्रता का भूकंप आया। अधिकारियों ने इसे अत्यंत गंभीर स्थिति बताते हुए विनाशकारी सुनामी की चेतावनी जारी की है। तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं।
यूरोपीय-मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) के अनुसार, भूकंप का केंद्र 62 किलोमीटर (38.5 मील) की गहराई पर स्थित था। यह झटका दावाओ ओरिएंटल प्रांत के मनाय कस्बे के तट के पास महसूस किया गया।
सुनामी की लहरें एक मीटर से अधिक ऊंची हो सकती हैं
फिलिपींस इंस्टीट्यूट ऑफ वॉल्केनोलॉजी एंड सिस्मोलॉजी (फिवोल्क्स) ने कहा कि पहली सुनामी लहरें 10 अक्टूबर 2025 को सुबह 9:43 से 11:43 बजे (PST) के बीच पहुंच सकती हैं।
विभाग के अनुसार, “स्थानीय सुनामी परिदृश्य डेटाबेस के आधार पर, लहरों की ऊंचाई सामान्य ज्वार से एक मीटर से अधिक हो सकती है और संकीर्ण खाड़ियों और जलडमरूमध्यों में यह और भी ऊंची हो सकती है।”
एजेंसी ने यह भी चेताया कि लहरों का असर कई घंटे तक जारी रह सकता है।

अमेरिकी एजेंसी ने भी जारी की चेतावनी
उधर, यूएस सुनामी वार्निंग सिस्टम ने भी अलर्ट जारी किया है। इसके अनुसार, भूकंप के केंद्र से 300 किलोमीटर (186 मील) के दायरे में आने वाले तटीय क्षेत्रों में खतरनाक सुनामी लहरें उठने की संभावना है।
शुरुआती रिपोर्टों में अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण और यूरोपीय-मेडिटेरेनियन सिस्मोलॉजिकल सेंटर ने भूकंप की तीव्रता 7.4 बताई थी, जिसे बाद में फिवोल्क्स ने संशोधित कर 7.6 किया।
फिवोल्क्स ने कहा कि इस समुद्री भूकंप के बाद झटकों के दोबारा आने (ऑफ्टरशॉक) और तटीय संरचनाओं को नुकसान पहुंचने की संभावना है। हालांकि, अभी तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की तत्काल रिपोर्ट नहीं मिली है।
एक हफ्ते पहले आया था 6.9 तीव्रता का भूकंप
एक हफ्ते के भीतर यह फिलिपींस में दूसरी बार भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। इससे पहले सेबू प्रांत में आए 6.9 तीव्रता के भूकंप में कम से कम 74 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों घायल हुए थे। उस भूकंप में सदियों पुराना सेंट पीटर द एपोस्टल पैरिश चर्च भी पूरी तरह ढह गया था।
विशेषज्ञों का कहना है कि हाल के दिनों में लगातार आ रहे ये झटके फिलिपींस के ‘पैसिफिक रिंग ऑफ फायर’ क्षेत्र में बढ़ती टेक्टॉनिक गतिविधियों का संकेत हैं, जहां दुनिया के अधिकांश ज्वालामुखी और भूकंप केंद्रित होते हैं।