नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के साथ द्विपक्षीय बैठक के बाद कहा कि दोनों देश भविष्य में कई परियोजनाओं पर सहयोग करेंगे। पीएम मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने सोमवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में दोनों देशों के बीच संबंधों पर केंद्रित द्विपक्षीय वार्ता की। इसके बाद दोनों नेताओं की ओर से साझा बयान जारी किया गया।
मुइज्जू पांच दिवसीय भारत दौरे के लिए रविवार को नई दिल्ली पहुंचे थे। दोनों नेताओं की मुलाकात के दौरान पीएम मोदी और मुइज्जू ने वीडियो लिंक के जरिए मालदीव में हनीमाधू अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की हवाई पट्टी का भी उद्घाटन किया।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
बैठक के बाद पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते सदियों पुराने हैं और भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी और घनिष्ठ मित्र है। पीएम ने कहा कि भारत की नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी और सागर विजन में मालदीव का महत्वपूर्ण स्थान है।
पीएम मोदी ये भी कहा कि भारत ने हमेशा मालदीव के लिए फर्स्ट रिस्पॉन्डर की भूमिका निभाई है। पीएम ने कहा, ‘चाहे उसमें मालदीव के लोगों के लिए जरूरत की चीजो को पूरा करना हो, प्राकृतिक आपदा के समय पीने का पानी उपलब्ध कराना हो, कोविड के समय वैक्सीन देने की बात हो, भारत ने हमेशा पड़ोसी होने का दायित्व निभाया है।’
पीएम मोदी ने कहा, ‘हमने सुरक्षा सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर भी विस्तृत चर्चा की। एकाथा हार्बर परियोजना में तेजी से काम किया जा रहा है। हम मालदीव के राष्ट्रीय रक्षा बलों के प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण की दिशा में अपना सहयोग जारी रखेंगे। स्थिरता के लिए और हिंद महासागर क्षेत्र में समृद्धि के लिए हम मिलकर काम करेंगे।’
पीएम मोदी जलवायु परिवर्तन के मुद्दे का भी जिक्र किया और कहा कि ये दोनों देशों के लिए एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में भारत सौर और उर्जा दक्षता के संबंध में अपने अनुभव मालदीव के साथ साझा करने के लिए तैयार है।
#WATCH | Delhi: Prime Minister Narendra Modi says, “Climate change is a huge challenge for both of our countries. In this regard, India is ready to share its experiences with Maldives regarding solar and energy efficiency.” pic.twitter.com/18I515rwjO
— ANI (@ANI) October 7, 2024
पीएम मोदी ने बताया कि मालदीव में RuPay कार्ड लॉन्च किया गया है। आने वाले समय में भारत और मालदीव को UPI से भी जोड़ने के लिए काम किया जायेगा।
मालदीव के राष्ट्रपति क्या बोले?
मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा, ‘हम (भारत-मालदीव) एक व्यापक विजन डॉक्यूमेंट्स पर सहमत हुए हैं, जो हमारी द्विपक्षीय संबंधों की दिशा को दर्शाता है। व्यापक आर्थिक और समुद्री सुरक्षा साझेदारी के लिए एक दृष्टिकोण जिसमें विकास सहयोग, व्यापार और आर्थिक साझेदारी, डिजिटल वित्तीय पहल, ऊर्जा परियोजनाएं, स्वास्थ्य सहयोग के साथ-साथ समुद्री और सुरक्षा सहयोग शामिल है।’
मुइज्जू ने ये भी कहा कि भारत मालदीव के सामाजिक-आर्थिक और बुनियादी ढांचे के विकास में एक प्रमुख भागीदार है। उन्होंने कहा, ‘भारत हमारी जरूरत के समय में मालदीव के साथ खड़ा रहा है। मैं पीएम मोदी, सरकार और भारत के लोगों को पिछले कुछ वर्षों में मालदीव को दी गई उदार सहायता और सहयोग के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।’
मुइज्जू का राष्ट्रपति भवन में स्वागत
इससे पहले विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में बैठक की जानकारी देते हुए लिखा, “भारत-मालदीव विशेष संबंधों को आगे बढ़ाते हुए! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद हाउस पहुंचने पर मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू का गर्मजोशी से स्वागत किया। भारत-मालदीव द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक चर्चा होगी।”
इससे पहले दिन में, मोहम्मद मुइज्जू का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी द्वारा औपचारिक स्वागत किया गया। इसके बाद मालदीव के राष्ट्रपति ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मुइज्जू, राष्ट्रपति मुर्मू के निमंत्रण पर भारत आए हैं। पदभार ग्रहण करने के बाद यह उनकी भारत की पहली आधिकारिक यात्रा है।
इससे पहले रविवार को विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली एयरपोर्ट पर मुइज्जू का स्वागत किया। विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर ने रविवार को मालदीव के राष्ट्रपति के राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने के तुरंत बाद मोहम्मद मुइज्जू से मुलाकात की।
प्रथम महिला साजिदा मोहम्मद और एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मालदीव के राष्ट्रपति मंगलवार को आगरा का दौरा करेंगे। विदेश मंत्रालय (एमईए) के अनुसार, मालदीव के राष्ट्रपति अपने देश के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मुंबई और बेंगलुरु भी जाएंगे, जहां वे व्यापारिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
भारत और मालदीव के रिश्तों में हाल में आई थी खटास
मुइज्जू की यह यात्रा खासी अहमियत रखती है क्योंकि हाल के दिनो में भारत-मालदीव संबंध उतार-चढ़ाव से भरे रहे हैं। हालांकि पिछले कुछ समय से मालदीव के राष्ट्रपति लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं जिससे जाहिर होता है कि वह भारत के साथ मजबूत रिश्ते बनाए रखना चाहते हैं।
मुइज्जू के भारत आगमन से पहले उनके कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘राष्ट्रपति डॉ. मुइज्जू मालदीव के विकास और वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले देशों के साथ द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि देश के लिए एक गतिशील और सक्रिय विदेश नीति सुनिश्चित हो सके। चर्चाएं द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक संबंधों को और आगे बढ़ाने पर केंद्रित होंगी।’