पणजीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 20 अक्टूबर को कहा कि तीनों सेनाओं के बीच असाधारण समन्वय ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया।
उन्होंने इस दौरान सुरक्षा बलों की वीरता और दृढ़ संकल्प की भी सराहना की और कहा कि इसी के कारण राष्ट्र ने “माओवादी आतंकवाद का सफाया” करके एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
नौसेना कर्मियों को संबोधित करते हुए पीएम ने की टिप्पणी
उन्होंने यह टिप्पणी आईएनएस विक्रांत पर नौसेना कर्मियों को संबोधित करते हुए की। पीएम मोदी ने कहा कि आईएनएस विक्रांत सिर्फ एक युद्धपोत नहीं है बल्कि 21वीं सदी के भारत की कड़ी मेहनत, प्रतिभा, प्रभाव और प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
उन्होंने कहा कि आईएनएस विक्रांत भारत के सशस्त्र बलों की क्षमता को दर्शाता है और यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ का एक बड़ा प्रतीक है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि तीनों सेनाओं के बीच असाधारण समन्वय ने पाकिस्तान को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर कर दिया।
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अपने संबोधन में मोदी ने यह भी कहा कि भारत माओवादी हिंसा से मुक्ति की दहलीज पर है और “यह आजादी हमारे दरवाजे पर दस्तक दे रही है।”
उन्होंने कहा कि पहले 125 जिले माओवादी आतंक की चपेट में थे जो अब यह घटकर मात्र 11 जिले रह गये हैं।
उन्होंने आगे कहा, “हालांकि 90 प्रतिशत सफलता प्राप्त हो चुकी है, मुझे विश्वास है कि पुलिस बल माओवादी हिंसा को पूरी तरह से समाप्त करने में सफल होंगे।”
रक्षा निर्यातकों में भारत को बनाना है नंबर वन
पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का लक्ष्य भारत को विश्व के शीर्ष रक्षा निर्यातकों में से एक बनाना है। उन्होंने कहा कि 2014 से अब तक हमारे शिपयार्डों द्वारा 40 से अधिक युद्धपोत और पनडुब्बियां बनाई गई हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान ब्रह्मोस मिसाइलों को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ब्रह्मोस नाम से कुछ लोगों के मन में डर पैदा होता है और अब कई देश इन मिसाइलों को खरीदने के इच्छुक हैं।
भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर लांच किया था। भारत-पाकिस्तान के बीच तीन दिनों तक सीमा पर तनाव जारी रहा था और इसके बाद दोनों देशों के बीच युद्धविराम की घोषणा हुई थी।
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मोदी ने कहा, “कल आईएनएस विक्रांत पर बिताई गई रात को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। मैंने आप सभी में अपार ऊर्जा और उत्साह देखा। जब मैंने कल आपको देशभक्ति के गीत गाते देखा और जिस तरह से आपने अपने गीतों में ऑपरेशन सिंदूर का वर्णन किया, कोई भी शब्द उस अनुभव को पूरी तरह से व्यक्त नहीं कर सकता जो एक जवान युद्ध के मैदान में खड़ा होकर महसूस करता है।”
उन्होंने कहा, “मेरी दिवाली विशेष रही है क्योंकि यह आपके बीच बिताई गई।”