नई दिल्ली: विपक्ष के नेता राहुल गांधी और अन्य विपक्षी सांसदों को पाकिस्तान दूतावास द्वारा आम भेजा गया है। यह दावा कई रिपोर्ट में किया गया है जिसमें यह कहा गया है कि बतौर गिफ्त नई दिल्ली में स्थित पाकिस्तान के दूतावास ने कॉर्टून से भरे आम भेजे हैं।

यह आम राहुल गांधी समेत सात अन्य भारतीय सांसदों को भेजा गया है। इस पर भाजपा ने राहुल गांधी समेत इन नेताऔं पर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अनुराग ठाकुर समेत कई भाजपा नेताओं ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक ट्वीट किया है जिसमें राहुल गांधी समेत उन नेताओं का नाम लिया है जिन्हें पाकिस्तान द्वारा आम भेजे गए हैं।

अमित मालवीय ने जिनका नाम लिया हैं उनमें एलओपी राहुल गांधी, कपिल सिब्बल, तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर, रामपुर से सपा सांसद मोहिबुल्लाह नदवी, सपा सांसद जिया उर रहमान बर्ग, गाजीपुर से सपा के सांसद अफजल अंसारी और कैराना से सपा सांसद इकरा हसन शामिल हैं।

अमित मालवीय ने ट्वीट में यह भी कहा है कि "कुछ लोगों को आम कौन भेजता है इससे भी पहचाना जा सकता है।"

भाजपा के नेताओं ने क्या कहा

इस पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि बहुत पहले राहुल गांधी ने कहा था कि उन्हें यूपी के आम पसंद नहीं हैं। ऐसे में अब पाकिस्तान ने उन्हें आम भेजा गया है। उन्होंने यह भी कहा है कि राहुल ये भी बता दें कि उन्हें पाकिस्तान के आम के आलावा और क्या-क्या चीजें अच्छी लगती है।

सिंह ने आगे कहा है कि राहुल गांधी बताएं कि पीएम मोदी को हटाने के लिए वे पाकिस्तान से और क्या कुछ नया मंगाने गए हैं। केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि इनके पाकिस्तान के साथ "नापाक" रिश्ते हैं।

भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने भी इसके लिए राहुल गांधी को घेरा है और कहा है उन्हें वहां से आम आया हैं जहां पर उनका दिल बसता है। अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि उन्हें यूपी के आम पसंद नहीं है लेकिन वह पाकिस्तान के आमों को लेकर उत्साहित दिखते हैं।

सीएम योगी ने पीएम मोदी को भेजा था आम

हाल में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी को यूपी के उच्च गुणवत्ता वाले आम भेजे थे। केवल इन्हें ही नहीं बल्कि अन्य भाजपा नेताओं और कुछ और मुख्यमंत्रियों को भी योगी ने आम भेजा था।

हालांकि यह आम केवल उन सीएम को ही भेजे गए थे जहां पर भाजपा की सरकार है, गैर भाजपा के मुख्यमंत्रियों को आम नहीं भेजे गए थे।

क्या है आम भेजने और लेने की परंपरा

बहुत पहले से आम को एक कूटनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने जब से सत्ता संभाला था तब से वे लगभग हर साल पीएम मोदी को आम भेजवाया करती थीं। वे पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी आम भेजती थी।

केवल भारत और बांग्लादेश के बीच ही नहीं इस तरह के रिश्ते नहीं थे बल्कि विदेश मंत्रालय की फाइलों से यह पता चलता है कि भारत और चीन के बीच भी इस तरह के ताल्लुकात थे। 1950 के दशक में भारत ने चीन के लिए भी इस तरह की कूटनीति अपनाई थी। लेकिन भारत-चीन के युद्ध के बाद से भारत ने इसे बंद कर दिया है।