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नूर खान एयरबेस की मरम्मत में जुटा पाकिस्तान, ऑपरेशन सिंदूर में हो गया था तबाह; सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस को निशाना बनाया था। इसका पुनर्निर्माण शुरू हो रहा है।

इस्लामाबादः ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के दौरान भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस को निशाना बनाया था। इसके कुछ महीनों बाद एयरबेस का पुनर्निर्माण शुरू हुआ है। इससे पहले इसी हफ्ते पाकिस्तानी सरकार के दो वीवीआईपी जेट प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और फील्ड मार्शल असीम मुनीर को लेकर चीन के तियानजिन शहर पहुंचे थे। शरीफ गल्फस्ट्रीम G450 में सवार थे और लाहौर से उड़ान भरी थी। वहीं, असीम मुनीर ने रावलपिंडी जिले के चकलाला स्थित नूर खान एयरबेस से उड़ान भरी थी।

इंटेल लैब के भू खुफिया शोधकर्ता डेमियन सिमोन के अनुसार, हमले से पहले की तस्वीरों में “विशेष सैन्य ट्रक” दिखाई दे रहे थे, जिन्हें हमले के दौरान नष्ट कर दिया गया। विश्लेषकों का ऐसा मानना है कि ये ट्रक कमांड और कंट्रोल (C2) केंद्रों के रूप में काम कर सकते थे, जो हवाई और जमीनी संसाधनों को संचार प्रणालियों से जोड़ते थे।

नूर खान एयरबेस की तस्वीरों में क्या दिखाई दिया?

इंडिया टुडे ने अमेरिकी मैक्सार टेक्नोलॉजी से तस्वीरें प्राप्त की हैं जिनमें नूर खान एयरबेस पर पुनर्निर्माण कार्य चल रहा है। इन तस्वीरों में घटनास्थल पर नई दीवारों के खंड और जमीनी काम दिखाई दे रहा है।

पाकिस्तानी वायु सेना की नंबर 12 वीआईपी स्क्वैड्रन इसी एयरबेस से संचालित होता है। इसे बुर्राक्स के नाम से भी जाना जाता है। यह इकाई राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सेना प्रमुखों और कैबिनेट मंत्रियों सहित देश के शीर्ष नेतृत्व के परिवहन के लिए जिम्मेदार है।

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इंडिया टुडे ने सिमोन के हवाले से लिखा “मई 2025 को भारत के हमले में एयरबेस के एक परिसर में विशेष सैन्य ट्रकों को निशाना बनाया गया था और आसपास की संरचनाओं को भी नुकसान पहुंचा था। बाद में इन संरचनाओं को संभवतः संरचनात्मक समस्याओं औ आंतरिक क्षति के कारण गिरा दिया गया था।”

कैसा दिख रहा है ढांचे का लेआउट

उन्होंने आगे कहा “नई दीवार के खंभों का वर्तमान लेआउट उन इमारतों के लेआउट से मेल खाता प्रतीत होता है जिन्हें गिरा दिया गया था। पुनर्निर्माण का यह प्रयास इस स्थल पर परिचालन क्षमता बहाल करने के पाकिस्तान के इरादे को भी दर्शाता है, जो संभवतः हवाई क्षेत्र संचालन का अभिन्न क्षेत्र है।”

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हालिया तस्वीरों में देखा जा सकता है कि पुनर्निर्माण क्षेत्र के पास बॉम्बार्डियर ग्लोबल 6000 जैसा दिखने वाला एक वीवीआईपी जेट और एक सैन्य परिवहन विमान भी दिखाई दे रहा है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इससे पहले इस हमले की पुष्टि की थी और बताया था कि मुनीर ने उन्हें इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि मुनीर ने मुझे 2:30 मिनट पर कॉल करके इसकी जानकारी दी थी कि भारत ने बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया है और उनमें से एक मिसाइल नूर खान एयरबेस पर गिरी है।

भारत ने पहलगाम हमले के जवाब में 6 और 7 मई की दरम्यानी रात पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। इन हमलों में 100 आतंकी मारे गए थे। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी सीमा पार ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया था जिसका भारतीय सेना ने तत्परता से जवाब दिया था। दोनों देशों के बीच 3 दिनों तक गोलीबारी और ड्रोन-मिसाइलों से हमले होते रहे। इसके बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच युद्धविराम को लेकर सहमति बनी थी।

अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...

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