कुआलालंपुर: मलेशिया के कुआलालंपुर में एक भारतीय महिला के सिंकहोल में गिरे हुए आठ दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक उनका कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है।
लगातार आठवे दिन भी 48 साल की विजया लक्ष्मी गली को खोजने का काम जारी है लेकिन उनका अभी तक कुछ भी पता नहीं चल पाया है। सर्च टीम को अभी तक केवल एक जोड़ी चप्पल ही मिला है जिसे लेकर यह दावा किया जा रहा है कि यह उनका ही है।
बता दें कि गली का परिवार मलेशिया में टूरिस्ट वीजा पर आया था और वे भारत पिछले शनिवार को लौटने वाले थे। घटना को देखते हुए मलेशिया की सरकार ने उनके परिवार के वीजा को बढ़ा दिया है।
गली के लापता होने से मलेशिया के लोगों मे काफी चिंता और गुस्सा है। कुआलालंपुर के सिटी हॉल ने गली के परिवार के सम्मान में राष्ट्रीय दिवस समारोह को नहीं मनाने का फैसला लिया है।
कैसे हुआ है यह हादसा
रिपोर्ट के अनुसार, गली मलेशिया के जालान मस्जिद इंडिया में अपने परिवार के साथ एक मंदिर में गई थी। रास्ते में कथित तौर पर वे एक सिंकहोल में गिर गई थीं। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
दावा है कि वह 26 फुट गहरे सिंकहोल में गिर गई हैं। सिंकहोल में उन्हें गिरे आठ दिन हो गए हैं लेकिन अभी तक उनका कुछ भी पता नहीं है।
गली की तलाश में 24 घंटे 110 बचावकर्मी लगे हुए हैं लेकिन अभी तक उनके बचे होने का कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया है। बचावकर्मियों के शुरुआती 17 घंटे की सर्च के बाद उन्हें केवल एक जोड़ी चप्पल ही मिला है जिसे लेकर यह दावा किया जा रहा है कि वह गली का ही हो सकता है।
– Indian national, on a two month holiday to 🇲🇾. Last day of her holiday.
-she was walking down the pavement w/ her family in KL
-Family members turn back and she had disappeared down a 8 meter sink hole
-Rescue Ops can’t find her. 24hrs now
pic.twitter.com/BcNubpa7ZF— Deep State ✪ އަނދިރި ދައުލަތް 🇲🇻 (@mvdeepstate) August 24, 2024
बचावकर्मी ने क्या कहा है
बचावकर्मियों की टीम में गोताखोरों ने कहा है कि जितने दिन आगे बढ़ रही है गली को खोजना एक “बहुत जोखिम भरा” काम होते जा रहा है। शुक्रवार की सुबह सिंकहोल में जाने वाले गोताखोरों ने कहा है कि उन्हें लगभग असंभव परिस्थितियों से जूझना पड़ा है।
सिंकहोल में नीचे जाने के बाद उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा था और उन्हें भारी और खतरनाक मलबे भी हटाने पड़े थे। इन सब के बावजूद उन्हें गली का कोई भी खबर नहीं मिला है।
गली की तलाशी में खोजी कुत्ते, रोबोटिक क्रॉलर वाले कैमरे, उच्च दबाव वाले जल जेट और यहां तक कि जमीन में घुसने वाले रडार सहित विभिन्न तरीकों का भी इस्तेमाल किया गया है लेकिन अभी तक सब बेकार ही साबित हुए है। घटनास्थल पर एक दूसरे सिंकहोल के भी मौजूद होने से इस ऑपरेशन में काफी समस्या आ रही है।
हादसे की सही जांच के लिए होगी ऑडिट
यह घटना किस कारण हुआ है, इसकी जांच के लिए एक ऑडिट भी कराने की बात सामने आ रही है। घटना के कारण इलाके के कारोबार पर भी असर पड़ा है। दुकानदारों ने कहा है कि यह इलाका पर्यटकों के लिए काफी लोकप्रिय है लेकिन पिछले एक हफ्ते से यहां पर सन्नाटा छाया हुआ है। उन्होंने अपनी ब्रिकी में 50 से 70 फीसदी की गिरावट दर्ज की है।