नई दिल्ली: विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने रविवार को “जय जवान” आंदोलन को शुरू करने का ऐलान किया है। राहुल ने कहा है कि आंदोलन का लक्ष्य अग्निपथ भर्ती योजना को खत्म कर और भारत के युवाओं और सेना दोनों के भविष्य को सुरक्षित करना है।
कांग्रेस नेता ने अग्निपथ योजना की कड़ी आलोचना की है और इसे सेना के साथ अन्याय और सैनिकों द्वारा किए गए बलिदानों का अनादर बताया है।
राहुल ने इस आंदोलन का ऐलान तब किया है जब नासिक में ट्रेनिंग के दौरान दो अग्निवीरों की मौत हो गई है। बता दें कि राहुल के साथ विपक्ष के और कई नेता भी अग्निवीर योजना के खिलाफ हैं। कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान यह ऐलान किया था कि अगर केंद्र में उनकी सरकार बनती है तो वे इस योजना को खत्म कर देंगे।
राहुल ने क्या कहा है
नासिक घटना पर बोलते हुए राहुल ने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने अग्निपथ योजना के बारे में गंभीर चिंता जताई है और अग्निवीरों के परिवारों के लिए मुआवजे और लाभ को लेकर सरकार के प्रबंधन पर भी सवाल उठाया है।
राहुल ने कहा है कि सेना के जवानों की तरह अग्निवीर भी उसी तरीके से जिम्मेदारियां और जोखिम उठाते हैं लेकिन जवानों के समान उन्हें लाभ नहीं मिलता है। राहुल ने अग्निवीरों को सेना के जवानों की तरह उन्हें पेंशन और अन्य लाभ नहीं मिलने के लिए सरकार को घेरा भी है।
नासिक में ट्रेनिंग के दौरान दो अग्निवीर – गोहिल विश्वराजसिंह और सैफत शित – का निधन एक दर्दनाक घटना है। उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं।
यह घटना एक बार फिर अग्निवीर योजना पर गंभीर सवाल उठाती है, जिनका जवाब देने में BJP सरकार असफल रही है।
– क्या गोहिल और सैफत के…
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 13, 2024
कांग्रेस नेता ने तर्क दिया है कि सेना के जवान और अग्निवीरों को दिए जाने वाले अलग-अलग सुविधाओं से समाज में अन्यायपूर्ण अंतर पैदा हो रहा है। नासिक घटना को लेकर राहुल ने पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से जवाब मांगा है।
अपने “जय जवान” आंदोलन पर बोलते हुए राहुल ने कहा है कि वह अग्निपथ योजना को खत्म करने के लिए इस आंदोलन को शुरू कर रहे हैं और इसके लिए वे जनता का सपोर्ट चाह रहे हैं। राहुल ने अग्निपथ योजना को सशस्त्र बलों और भर्ती होने वाले युवाओं दोनों के लिए सही योजना नहीं बताया है।
नासिक में दो अग्निवीरों की हुई है मौत
नासिक के आर्टिलरी सेंटर में गुरुवार के दोपहर में यह हादसा हुआ है। अग्निवीरों की टीम एक भारतीय फील्ड गन से फायर कर रहा थी तभी एक गोल फटा था जिससे ट्रेनिंग कर रहे दो अग्निवीर घायल हो गए थे। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां उनकी मौत हो गई है।