चंडीगढ़: हरियाणा में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले काग्रेस के साथ क्या कोई बड़ा ‘खेला’ होने वाला है? हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला के भाजपा में शामिल होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। खट्टर के बयान को लेकर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया कुमारी शैलजा या सुरजेवाला की ओर से नहीं आई है।
हरियाणा के पूर्व सीएम ने शुक्रवार को एक कार्यक्रम में यह पूछे जाने पर कि क्या कुमारी शैलजा और रणदीप सिंह सुरजेवाला भाजपा में शामिल होंगे, कहा, ‘यह संभावनाओं का संसार है, और संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा सकता है। जब सही समय आएगा तो आप सब कुछ जान लेंगे।’
हरियाणा में 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान 5 अक्टूबर को होना है। वोटों की गिनती यानी चुनावी नतीजे जम्मू-कश्मीर के साथ 8 अक्टूबर को आएंगे।
कांग्रेस नेतृत्व से नाराज हैं सुरजेवाला और शैलजा?
हरियाणा चुनाव का बिगुल बजते ही कांग्रेस में गुटबाजी की खबरें आने लगी थी। चुनाव की घोषणा के बाद कांग्रेस द्वारा अपने सांसदों के विधानसभा चुनाव लड़ने पर रोक लगाने की बात से कहानी शुरू हुई थी। ऐसी बातें सामने आई कि शैलजा और सुरजेवाला दोनों ही हरियाणा का चुनाव लड़ना चाहते थे।
हालांकि, पार्टी के स्टैंड की वजह से उन्हें कदम पीछे खींचने पड़े। ऐसी भी बातें सामने आई कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट के दबाव की वजह से कांग्रेस ने सांसदों के हरियाणा विधानसभा चुनाव में लड़ने पर रोक लगाई। इससे सीधे हुड्डा का फायदा हुआ। अगर कांग्रेस जीत हासिल करती है तो हुड़्डा के लिए सीएम की कुर्सी पर पहुंचना आसान होगा।
यह भी बताया जा रहा है कि हरियाणा में टिकटों के आवंटन में भी हुड्डा के समर्थन का वर्चस्व रहा है। कांग्रेस में 70 से ज्यादा टिकट पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों को मिले हैं। वहीं चार मौजूदा विधायकों समेत करीब 10 टिकटों पर कुमारी शैलजा को संतोष करना पड़ा है। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला के बेटे सहित उनके समर्थकों को सिर्फ दो टिकट मिले है। इसी हफ्ते बुधवार को नई दिल्ली में कांग्रेस ने घोषणा पत्र भी जारी किया। इसमें शैलजा और सुरजेवाला दोनों मंच पर नजर नहीं आए। शैलेजा चुनावी प्रचार कार्यक्रमों में भी नजर नहीं आ रही हैं।
इन विवादों के बीच एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर चर्चा में है। इसमें कांग्रेस का एक कार्यकर्ता कथित तौर पर शैलजा के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करता नजर आ रहा है। हुड्डा ने हालांकि इस पर कहा कि शैलजा के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने वाले किसी भी शख्स के लिए पार्टी में कोई जगह नहीं है। हालांकि मुद्दा अभी शांत नहीं हुआ है। कुछ दलित संगठनों ने हुड्डा का पुतला भी फूंका था।
मनोहर लाल खट्टर ने इस प्रकरण का भी जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस में ‘दलित बेटी’ का अपमान किया जा रहा है। खट्टर ने कहा, ‘कांग्रेस में इतनी कलह हो गई है कि वहां सीएम पद के लिए चेहरा स्पष्ट नहीं है। हमारी एक दलित बहन का अपमान हुआ है, उसको गालियां तक दी गई हैं। हमने बहुत नेताओं को अपने साथ मिलाया है, हम तो तयार हैं, उन्हें अपने साथ मिलाने के लिए, वो आएं।’