कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने मंगलवार, 4 नवंबर को दावा किया कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के डर के कारण बंगाल में सात लोगों की मौत हो गई। सीएम ममता बनर्जी ने SIR अभियान के खिलाफ कोलकाता में एक बड़ी रैली का नेतृत्व किया। यह रैली टीएमसी द्वारा निकाला गई थी।
टीएमसी ने SIR प्रक्रिया को भाजपा की केंद्र सरकार और चुनाव आयोग द्वारा की गई “चुपचाप अदृश्य धांधली” बताया। इसको लेकर ममता बनर्जी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि “चुनाव आयोग को बताना चाहिए कि एसआईआर के बाद बिहार में कितने रोहिंग्या और बांग्लादेशी पाए गए।”
ममता बनर्जी ने क्या कहा?
ममता बनर्जी ने कहा कि अगर पश्चिम बंगाल में एक भी योग्य मतदाता का नाम सूची से नहीं हटाया दिया जाता है तो टीएमसी भाजपा सरकार का पतन सुनिश्चित करेगी।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा प्रवासियों को बांग्लादेशी बता रही है और बंगाल के खिलाफ फर्जी अफवाहें फैला रही है। ममता ने आगे पूछा कि “आपने आधार कार्ड के लिए भुगतान किया? आपने प्रत्येक व्यक्ति से 1,000 रुपये लिए। यदि आपने आधार कार्ड के लिए जनता से 1,000 रुपये लिये तो आप अभी यह क्यों कह रहे हैं कि मतदाता सूची के लिए आधार कार्ड नहीं, राशन कार्ड के लिए आधार कार्ड नहीं? आप किसे धोखा दे रहे हैं?… इसलिए, सबसे अच्छी बात यह है कि एक बदलाव करें और दिल्ली सरकार को देश से हटा दें। आधार की कोई आवश्यकता नहीं होगी। आप कितने कार्ड बनाएंगे? राशन कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, किसान कार्ड, श्रमिक कार्ड।”
SIR के चलते सात लोगों की मौत
टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जीने दावा किया कि ” बंगाल में SIR के डर से 7 दिनों में सात लोगों ने अपनी जान दे दी। ” टीएमसी की रैली के दौरान अभिषेक ने यह दावा किया। यह रैली रेड रोड पर बीआर अंबेडकर की प्रतिमा से 3.8 किलोमीटर लंबे मार्च के बाद शुरू हुई थी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बनर्जी ने रैली के दौरान कहा कि “मैं लोगों से SIR के कारण सात बंगाली मतदाताओं की मौत के खिलाफ दिल्ली की सड़कों पर उतरने के लिए तैयार रहने को कहता हूं।”
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी अपनी सनक और कल्पना के अनुसार, आम लोगों पर अपनी शर्तें थोप रहे हैं – चाहे वह नोटबंदी हो या नागरिकता के लिए दस्तावेज प्रस्तुत करना… मैंने आपसे आने वाले दिनों में दिल्ली में एक बड़े विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार रहने को कहा है। सभी इस विरोध प्रदर्शन के लिए तैयार हैं। अगला 2026 का चुनाव जीतने और ममता बनर्जी के चौथी बार सीएम चुनने की लड़ाई नहीं है बल्कि अगला चुनाव भाजपा को शून्य सीटों पर लाने के लिए है।
इस रैली का समापन रवींद्रनाथ टैगोर के पैतृत घर जोरासांको ठाकुरबाड़ी में हुआ। इस रैली के दौरान हजारों की संख्या में टीएमसी समर्थक शामिल हुए। समर्थक पार्टी का झंडा लहरा रहे थे और सीएम के समर्थन में पोस्टर लहरा रहे थे। वहीं ममता बनर्जी बीच-बीच में फुटपाथों और बालकनियों से दर्शकों से दर्शकों का अभिवादन कर रहे लोगों के लिए रुकती रहीं। उनके साथ में अभिषेक बनर्जी और पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा मंत्री भी शामिल थे।
पश्चिम बंगाल में SIR एक बड़े राजनैतिक विवाद का विषय बन गया है। गौरतलब है कि 2002 के बाद से यह राज्य में बड़े पैमाने पर होने वाला पहला संशोधन है।
एक ओर भाजपा जहां SIR की सराहना कर रही है और पारदर्शी कदम बता रही है वहीं टीएमसी इसके समय और इरादे को लेकर सवाल उठा रही है। इसके साथ ही चुनाव आयोग पर भाजपा के दबाव में काम करने का आरोप लगा रही है।

