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भगवा झंडे और श्रीराम के पोस्टर हटाने पर विवाद, हिंदूवादी संगठन ने सीएमओ के चेहरे पर पोती कालिख

दमोहः मध्य प्रदेश के दमोह जिले में चैत्र नवरात्रि और रामनवमी के मौके पर घंटाघर पर भगवा झंडे और भगवान श्रीराम के पोस्टर लगाने को लेकर शुरू हुआ विवाद बढ़ता जा रहा है।

हिंदूवादी संगठन के लोगों ने नगरपालिका के मुख्य नगरपालिका अधिकारी (सीएमओ) प्रदीप शर्मा के चेहरे पर कालिख पोत दी। इस घटना को जिला प्रशासन और पुलिस ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।

कैसे शुरू हुआ विवाद?

दरअसल, हिंदूवादी संगठनों ने शहर के घंटाघर पर भगवान श्रीराम के पोस्टर और भगवा झंडे लगाकर साज-सज्जा की थी। लेकिन नगरपालिका सीएमओ प्रदीप शर्मा ने इसे हटाने के लिए नपा कर्मियों को आदेश दिए और घंटाघर से झंडे और पोस्टर हटवा दिए। इससे नाराज हिंदूवादी संगठन के लोगों ने पहले प्रदर्शन किया और फिर सीएमओ के घर पहुंचकर उनके मुंह पर कालिख पोतकर अपना विरोध जताया।

इस घटना पर कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा, “यह निस्संदेह एक बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमने एक जांच समिति गठित की है और आज ही संबंधित अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। हमने लोगों से अनुरोध किया है कि अगर उनके पास इस मामले से जुड़ा कोई सबूत है, तो उसे हमारे सामने पेश करें। हमारा लक्ष्य 10 अप्रैल तक जांच पूरी कर निश्चित निष्कर्ष पर पहुंचना है।”

मामले की जांच शुरू

वहीं, पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने कहा, “यह घटना कुछ देर पहले की है। बीती रात और आज सुबह घंटाघर पर सजावट हटाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। कुछ लोगों ने नगर निगम सीएमओ के चेहरे पर कालिख पोतकर विरोध दर्ज किया, जो बेहद निंदनीय है। कलेक्टर के निर्देशानुसार मामले की जांच शुरू कर दी गई है।”

इस घटना ने स्थानीय स्तर पर तनाव पैदा कर दिया है। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कदम उठाए हैं और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। जांच के नतीजों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

 

IANS
Indo-Asian News Service (IANS) भारत की एक निजी समाचार एजेंसी है। यह विभिन्न विषयों पर समाचार, विश्लेषण आदि प्रदान करती है।

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