नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के पास फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामदगी के सिलसिले में गिरफ्तार की गई लखनऊ की महिला डॉक्टर को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। वह पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के लिए भारत में महिला विंग की स्थापना और भर्ती के लिए जिम्मेदार है। ऐसा दिल्ली पुलिस सूत्रों ने बताया है।
एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में ये जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार महिला डॉक्टर की पहचान डॉ. शाहीना शाहिद के रूप में हुई है। उसे जैश की महिला विंग- जमात उल-मोमिनात की कमान सौंपी गई थी, जिसका नेतृत्व जैश संस्थापक मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर, पाकिस्तान से करती है।
सादिया अजहर का पति यूसुफ अजहर, कंधार विमान अपहरण का मास्टरमाइंड था और कथित तौर पर 7 मई को भारत की ओर से अंजाम दिए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मारा गया था।
डॉ. शाहीना शाहिद के बारे में क्या कुछ सामने आया है?
अधिकारियों के अनुसार शाहीना शाहिद लखनऊ के लाल बाग की रहने वाली है। उसे फरीदाबाद में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने के बाद गिरफ्तार किया गया था और उसकी कार से एक असॉल्ट राइफल भी बरामद की गई थी।
शाहीना कथित तौर पर अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़ी हैं और गिरफ्तार कश्मीरी डॉक्टर मुजम्मिल गनई उर्फ मुसैब से काफी करीबी मानी जाती है। मुजम्मिल को फरीदाबाद में उसके दो किराए के कमरों से 2,900 किलोग्राम विस्फोटक और ज्वलनशील पदार्थ के बरामद होने के बाद गिरफ्तार किया गया था।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा का कोइल निवासी मुजम्मिल दिल्ली से लगभग 45 किलोमीटर दूर धौज स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में डॉक्टर के रूप में कार्यरत था। मुजम्मिल को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाने के एक मामले में वांछित व्यक्ति घोषित किया था।
जाँचकर्ताओं को ये भी पता चला है कि असॉल्ट राइफल, पिस्तौल और गोला-बारूद रखने के लिए इस्तेमाल की गई कार शाहीना शाहिद की है।
मुजम्मिल से पूछताछ के बाद, पुलिस ने फरीदाबाद के कोड HR 51 से शुरू होने वाली मारुति सुजुकी स्विफ्ट कार की तलाशी ली थी। उसके खुलासे से पुलिस को 350 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री, जिसके अमोनियम नाइट्रेट होने का संदेह है, सहित 20 टाइमर और अन्य संदिग्ध वस्तुएँ भी मिली हैं। यह बरामदगी एक किराए के मकान से की गई।
लखनऊ के एक और डॉक्टर को तलाश रही जांच एजेंसियां
दिल्ली में सोमवार को हुए धमाके की घटना के बाद लखनऊ में देर रात जम्मू-कश्मीर पुलिस और यूपी एटीएस की संयुक्त टीम ने मड़ियांव इलाके में एक डॉक्टर के घर पर छापेमारी की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस डॉक्टर की पहचान डॉ. परवेज के तौर पर सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक डॉ. परवेज घर पर नहीं मिला लेकिन उसके आवास से एजेंसियों को कई अहम दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस मिले हैं। दिल्ली धमाके से इस छापेमारी के तार जोड़े जा रहे हैं।
सामने आई जानकारी के अनुसारा सोमवार देर रात करीब 11 बजे एटीएस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम मड़ियांव इलाके में पहुंची। इस दौरान डॉक्टर के घर में करीब 3 घंटे तक छानबीन की गई। टीम के साथ स्थानीय पुलिस बल भी मौजूद रहा। डॉक्टर से संभावित ठिकानों के बारे में पता लगाया जा रहा है। एजेंसियों ने बताया कि फिलहाल डॉक्टर की तलाश जारी है।
जैश का महिला विंग जमात उल-मोमिनात
कई रिपोर्ट के अनुसार आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद, जिसे भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान करारा झटका लगा था, उसने कथित तौर पर भारत सहित अन्य स्थानों पर अपनी उपस्थिति फिर से मजबूत करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। हाल में अक्टूबर में जमात-उल-मोमिनात नाम से जैश ने अपनी पहली महिला आतंकी शाखा के गठन की घोषणा की थी।
रिपोर्टों के अनुसार, नई यूनिट के लिए भर्ती 8 अक्टूबर को पाकिस्तान के बहावलपुर स्थित मरकज उस्मान-ओ-अली में शुरू हुई।
महिला ब्रिगेड का नेतृत्व कथित तौर पर मसूद अजहर की बहन सादिया अजहर करेंगी। यह समूह कथित तौर पर जैश-ए-मोहम्मद के कमांडरों की पत्नियों के साथ-साथ बहावलपुर, कराची, मुजफ्फराबाद, कोटली, हरिपुर और मनसेहरा स्थित अपने केंद्रों में पढ़ने वाली आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को भी भर्ती कर रहा है।

