बेरूतः दक्षिणी लेबनान में इजराइली सेना और हिजबुल्लाह के बीच रविवार को भीषण संघर्ष हुआ, जब इजराइली सैनिकों ने राम्या गांव में घुसपैठ की कोशिश की। ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि उन्होंने इजराइली घुसपैठ का कड़ा मुकाबला किया। इस बीच, लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी एनएनए ने बताया कि रविवार तड़के एक इजराइली हवाई हमले में कफर तिबनित गांव की एक पुरानी मस्जिद पूरी तरह से नष्ट हो गई।
100 साल पुरानी थी मस्जिद
रिपोर्ट के अनुसार, सुबह करीब 3:45 बजे दुश्मन के विमानों ने कफर तिबनित गांव के केंद्र में स्थित मस्जिद को निशाना बनाते हुए हमला किया, जिससे वह पूरी तरह ध्वस्त हो गई। गांव के मेयर फुआद यासीन ने एएफपी को बताया, “यह मस्जिद विशेष महत्व रखती थी क्योंकि गांव के लोग खास मौकों पर इसके पास के चौक में इकट्ठा होते थे। मस्जिद करीब 100 साल पुरानी थी।”
इस घटना ने इलाके में पहले से जारी तनाव को और बढ़ा दिया है। हिजबुल्लाह और इजराइल के बीच संघर्ष कई महीनों से बढ़ रहा है, और इजराइल लगातार हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमले कर रहा है।
लेबनानी रेड क्रॉस के मुताबिक, रविवार को एक अन्य हमले के बाद जब उनकी एंबुलेंस टीम घायलों की मदद करने पहुंची, तो उन पर भी हमला हुआ। रेड क्रॉस ने एक बयान में कहा कि “सिर्बिन गांव में एक घर पर हवाई हमले के बाद हमारी एंबुलेंस टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया था, लेकिन जब वे घायलों की तलाश कर रहे थे, तो उसी घर पर दूसरा हमला हुआ। इससे हमारे स्वयंसेवक घायल हो गए और हमारी दो एंबुलेंस क्षतिग्रस्त हो गईं।”
इजराइली हमले में एक और शांति सैनिक घायल
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन UNIFIL ने बताया कि इजराइली हमलों में उनका एक और शांतिरक्षक घायल हो गया। यह घटना तब हुई जब इजराइली सेना की गोलीबारी में एक शांतिरक्षक शुक्रवार को घायल हो गया था। उसकी सर्जरी की गई और अब उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।
UNIFIL मिशन, जिसमें इटली, फ्रांस और भारत समेत कई देशों के 10,000 से अधिक सैनिक शामिल हैं, वर्तमान में लेबनान-इजराइल सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए बेहद कठिन परिस्थितियों में काम कर रहा है। पिछले सप्ताह भी इजराइली हमलों में नकौरा में UNIFIL की एक चौकी को निशाना बनाया गया था, जिसमें दो शांतिरक्षक घायल हो गए थे।
इस घटना के बाद फ्रांस ने इजराइल के राजदूत को तलब किया और इटली और स्पेन की सरकारों ने भी इन हमलों की कड़ी निंदा की, इन्हें “अनुचित” बताया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इजराइल से आग्रह किया है कि वह UNIFIL बलों को निशाना बनाने से बचे, जबकि रूस ने इजराइल से शांति सैनिकों के खिलाफ “शत्रुतापूर्ण कार्रवाई” रोकने की मांग की है।
इजराइल ने दक्षिणी लेबनान के 23 गांवों के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का आदेश दिया है, जिसमें उनसे अवाली नदी के उत्तर में जाने की अपील की गई है। इजराइली सेना का दावा है कि हिजबुल्लाह इन गांवों का इस्तेमाल हथियार छिपाने और हमले करने के लिए कर रहा है, हालांकि हिजबुल्लाह ने इन आरोपों का खंडन किया है।
12 लाख से अधिक लोग विस्थापित
लेबनानी सरकार के आंकड़ों के अनुसार, इस संघर्ष ने अब तक 12 लाख से अधिक लोगों को विस्थापित कर दिया है। लड़ाई की शुरुआत से लेकर अब तक लेबनान में 2,100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 10,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं।