ओटावाः रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने हाल ही में कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में सबसे बड़े अवैध ड्रग्स लैब का पता लगाया है। इस लैब का संबंध अंतरराष्ट्रीय संगठित अपराधियों और स्थानीय गिरोहों से बताया जा रहा है। गौरतलब है कि ब्रिटिशन कोलंबिया खालिस्तान आंदोलन का वैश्विक केंद्र माना जाता है। पुलिस ने इस मामले में गगनप्रीत सिंह रंधावा नाम के व्यापारी को गिरफ्तार किया है।
कनाडा के अखबर वैंकूवर सन के मुताबिक, इस बड़े पैमाने पर फैली अवैध ड्रग्स लैब का स्थान फॉकलैंड क्षेत्र की एक ग्रामीण संपत्ति पर पाया गया है, जो अबॉट्सफोर्ड के एक इलेक्ट्रिशियन, माइकल ड्रिह्यूसन की संपत्ति है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, 163 एकड़ की यह संपत्ति मई 2007 में $655,000 (55270963.25 रुपए) में खरीदी गई थी, जिसकी मौजूदा अनुमानित कीमत $928,000 (78307563.20 रुपए) बताई जाती है।
मेथेम्फेटामाइन बनाने वाले रसायनों का था भंडार
माउंटेड पुलिस की फेडरल और संगठित अपराध इकाई ने फेंटेनल और मेथेम्फेटामाइन से जुड़ी इस लैब को “सुपर लैब” करार दिया है, जहाँ इतना फेंटेनल मिला कि उससे 9.5 करोड़ खतरनाक डोज बनाई जा सकती हैं। इस लैब में बड़ी मात्रा में मेथेम्फेटामाइन बनाने वाले रसायनों का भी भंडार था।
पुलिस ने बताया कि उसने कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी (CBSA) की मदद से देश से बाहर जाने से पहले 310 किलोग्राम मेथामफेटामाइन को जब्त कर लिया। छापेमारी में 54 किलोग्राम फेंटेनाइल, 390 किलोग्राम मेथामफेटामाइन, 35 किलोग्राम कोकीन, 15 किलोग्राम एमडीएमए और छह किलोग्राम भांग जब्त किए गए हैं।
Outstanding work done by Federal Policing units in BC. Through the Canadian Drugs and Substances Strategy, the RCMP and other Government of Canada partners are committed to protecting Canadian communities and saving lives. https://t.co/J5exTaMkoL
— RCMP (@rcmpgrcpolice) November 1, 2024
ड्रग के साथ हथियार भी बरामद
रासायनिक पदार्थों के अलावा, कुल 89 हथियारों को भी जब्त किया गया है, जिसमें 45 हैंडगन, 21 AR-15 राइफल्स, और सब-मशीन गन शामिल हैं। इनमें से कई हथियार पहले से लोडेड और इस्तेमाल के लिए तैयार स्थिति में थे। अब तक पुलिस ने इनमें से 9 हथियारों की पहचान चोरी के रूप में की है। छापेमारी के दौरान छोटे विस्फोटक उपकरण, बड़ी मात्रा में गोलियां, हथियारों के साइलेंसर, उच्च क्षमता वाले मैगजीन, बॉडी आर्मर, और लगभग 5 लाख अमेरिकी डॉलर नकद भी बरामद किए गए।
इसके अलावा, इस लैब से जुड़े संपत्ति पर स्वतंत्र सैनिकों के गैंगस्टर डोनाल्ड लायन्स के प्रमाण भी मिले हैं जिसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लायन्स पूर्व में ड्रग्स तस्करी और अन्य अपराधों में शामिल था और उसका संबंध वुल्फपैक गैंग गठबंधन से था। कैनेडियन पुलिस का मानना है कि यह गिरोह घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ड्रग्स की आपूर्ति कर रहा था। इसके अलावा, पुलिस ने सितंबर में एंडरबी स्थित एक अन्य संपत्ति से भी 30,000 किलोग्राम रसायनों को जब्त किया, जो इसी ड्रग्स लैब से जुड़ी बताई जाती है।
लायन्स की हत्या क्यों हुई, इस पर पुलिस ने कोई खुलासा नहीं किया है। न ही इस हत्या में किसी को आरोपित किया गया है और न ही किसी संदिग्ध की पहचान सार्वजनिक की गई है।
मेथेम्फेटामाइन ऑस्ट्रेलिया के मुनाफेमंद बाजार के लिए निर्यात की जा रही थी
मेक्सिकन कार्टेल की तर्ज पर पी2पी मेथ फार्मूला के लिए इस्तेमाल होने वाले रसायन भी यहाँ पहली बार पश्चिमी कनाडा में मिले हैं, जिनमें से अधिकतर चीन से लाए गए थे। पुलिस के अनुसार, फॉकलैंड सुपर लैब की सफाई में लगभग 8 करोड़ से ज्यादा का खर्च आया है। पुलिस के गुप्त लैब प्रवर्तन और प्रतिक्रिया टीम के स्टाफ सार्जेंट डेरेक वेस्टविक के मुताबिक, लैब ऑपरेटर अक्सर संपत्तियों को बिना संपत्ति मालिकों की जानकारी के किराए पर लेते हैं।
कनाडा बॉर्डर सर्विसेज एजेंसी ने इस साल की शुरुआत से अब तक 10 टन मेथेम्फेटामाइन जब्त की है, जो मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया के मुनाफेमंद बाजार के लिए निर्यात की जा रही थी। मामले में सिर्फ सरे निवासी गगनप्रीत रंधावा ही पकड़ा गया है जबकि इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपियों की पुलिस तलाश में जुटी है। रंधावा को 14 नवंबर को अदालत में पेश किया जाएगा।