Saturday, October 18, 2025
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बांग्लादेशः रिहाई के बाद खालिदा जिया ने अपने पहले संदेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर क्या कहा?

ढाकाः बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद पूर्व पीएम और बांग्लादेश नेशनल पार्टी (बीएनपी) की प्रमुख खालिदा जिया रिहा कर दी गई हैं। जेल से रिहा होने के बाद बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की पहली प्रतिक्रिया आई है। खालिद जिया ने देशवासियों से अपील की कि वे एक “लोकतांत्रिक बांग्लादेश बनाएं जहां सभी धर्मों का सम्मान हो”।

बांग्ला भाषा में एक वीडियो संदेश में खालिदा जिया ने कहा, “आप सभी मेरे स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। अल्लाह के आशीर्वाद से मैं आपसे बात कर पा रही हूं। हम इस फासीवादी सरकार से आज़ादी पाने में सफल हुए हैं। मैं उन बहादुरों को नमन करती हूं जिन्होंने अपनी जान कुर्बान कर दी।” उन्होंने कहा, “हमें इस जीत से एक नया बांग्लादेश बनाना है, जहां युवा और छात्र हमारी उम्मीद होंगे।”

जिया ने धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमलों के खिलाफ भी चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “हमें एक लोकतांत्रिक बांग्लादेश बनाना है, जहां सभी धर्मों का सम्मान किया जाए। युवा और छात्र इसे पूरा करेंगे। एक प्रगतिशील बांग्लादेश, जहां शांति और समृद्धि हो। एक ऐसा देश जहां बदला और नफरत की भावना न हो।”

79 वर्षीय खालिदा जिया को शेख हसीना के शासन में 2018 में भ्रष्टाचार के लिए 17 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद मंगलवार को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के कार्यकारी आदेश पर उन्हें रिहा कर दिया गया। बांग्लादेश नेशनल पार्टी की अध्यक्ष वर्तमान में विभिन्न बीमारियों का इलाज करा रही हैं

बता दें कि बांग्‍लादेश में शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद से उनकी पार्टी के नेताओं पर हमले हुए हैं। ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में 20 अवामी लीग नेताओं समेत 29 लोगों के शव मिले हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ये मौतें बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और सोमवार को उनके देश से चले जाने के बाद हुई हैं।

हिंसा प्रभावित सतखीरा में कम से कम 10 लोग मारे गए और कोमिल्ला में भीड़ के हमलों में 11 अन्य लोगों की जान चली गई। इस उथल-पुथल के कारण अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ और लूटपाट हुई है।

अनिल शर्मा
अनिल शर्माhttp://bolebharat.com
दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में उच्च शिक्षा। 2015 में 'लाइव इंडिया' से इस पेशे में कदम रखा। इसके बाद जनसत्ता और लोकमत जैसे मीडिया संस्थानों में काम करने का अवसर मिला। अब 'बोले भारत' के साथ सफर जारी है...
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