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‘न्याय चाहिए… हमारे अपनों की कुर्बानी व्यर्थ न जाए’, अमित शाह से मिलने पर पहलगाम हमले के पीड़ित परिजन

श्रीनगरः दक्षिण कश्मीर के पहलगाम के बैसारन घाटी में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में मारे गए 28 नागरिकों के शव बुधवार तड़के श्रीनगर लाए गए। अधिकारियों के अनुसार, शवों को सबसे पहले गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज (GMC) श्रीनगर लाया गया और फिर पुलिस नियंत्रण कक्ष (PCR) में एक श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को पुलिस नियंत्रण कक्ष पहुंचे जहां उन्होंने हमले में मारे गए 28 लोगों के ताबूतों पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान परिजन रोते-बिलखते अमित शाह के सामने न्याय की गुहार लगाते रहे और आग्रह किया कि उनके प्रियजनों की शहादत व्यर्थ न जाने दी जाए।

अमित शाह ने पीड़ित परिवारों को आश्वासन दिया कि दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा, जो भी इस जघन्य आतंकी हमले में शामिल है, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। सुरक्षाबल कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने पहले ही एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा था, “इस कायराना हमले के पीछे जो भी हैं, वे नहीं बचेंगे। हम उन्हें सबसे कठोर परिणाम भुगतने पर मजबूर करेंगे।”

हमले के घायलों से भी मिले अमित शाह

गृह मंत्री ने हमले में घायल हुए लोगों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना और उन्हें हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया। उन्होंने बैसारन घाटी के उस जगह का दौरा भी किया जहां कल शाम आतंकियों ने घटना को अंजाम दिया। हमले के बाद बुधवार को श्रीनगर में एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता खुद अमित शाह ने की। इसमें जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, डीजीपी नलिन प्रभात सहित शीर्ष अधिकारी शामिल हुए। बैठक में हमले की जांच, खुफिया जानकारी, और आगे की रणनीति पर विस्तार से चर्चा हुई।

अमित शाह के अलावा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और उपराज्यपाल सिन्हा ने भी पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने श्रीनगर में पहलगाम आतंकी हमले के मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी।

गौरतलब है कि पहलगाम हिल स्टेशन के बैसारन घाटी में मंगलवार शाम आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की। मीडिया रिपोर्टों की मानें तो आतंकी स्थानीय पुलिस यूनिफॉर्म में आए थे। हमले की जिम्मेदारी लश्कर की सहायक इकाई ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली है।

पीएम मोदी ने सऊदी अरब दौरा बीच में छोड़ा, लौटे दिल्ली

घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का आधिकारिक दौरा बीच में छोड़ते हुए बुधवार सुबह दिल्ली लौट आए। एयरपोर्ट पर उन्होंने NSA अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। पीएम मोदी ने कहा, “इस नृशंस हमले के पीछे जो भी हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई अडिग और निर्णायक है।”

हमले के बाद जम्मू में भाजपा और विभिन्न हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया। जम्मू चैंबर एंड बार एसोसिएशन ने पूर्ण बंद का आह्वान किया है। डोडा में एसएसपी संदीप मेहता ने अपील की कि भावनाओं के उफान में कोई भी सांप्रदायिक टिप्पणी न करें, जिससे किसी समुदाय की भावनाएं आहत हों। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में स्थिति फिलहाल शांतिपूर्ण है, लेकिन सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

भारतीय सेना ने उरी में घुसपैठ की कोशिश नाकाम की

हमले के अगले ही दिन, बुधवार को उत्तरी कश्मीर के उरी सेक्टर में सीमा पार से आतंकियों की घुसपैठ की कोशिश को भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया। सेना की जानकारी के अनुसार, 2 से 3 आतंकियों ने बारामूला के उरी नाला क्षेत्र से घुसपैठ की कोशिश की थी। मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए। ऑपरेशन अब भी जारी है।

अनिल शर्माhttp://bolebharat.com
दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में उच्च शिक्षा। 2015 में 'लाइव इंडिया' से इस पेशे में कदम रखा। इसके बाद जनसत्ता और लोकमत जैसे मीडिया संस्थानों में काम करने का अवसर मिला। अब 'बोले भारत' के साथ सफर जारी है...

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